रायपुर : गर्मी के मौसम में छत्तीसगढ़ के कई शहरों का तापमान 47 डिग्री तक पहुंचता है. राजधानी रायपुर की बात करें तो यहां भी गर्मी की तपिश लोगों को खूब झुलसाती है. ऐसे में रेलवे स्टेशन आने जाने वाले यात्रियों को काफी तकलीफ होती है.यात्रियों की तकलीफ को देखते हुए रायपुर रेल मंडल ने गर्मी को कम करने की तैयारी की है. इसके लिए रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन में मिस्टिंग शावर लगाए गए हैं.जो सुबह साढ़े नौ बजे से शाम 6 बजे तक ट्रेनों के आने जाने के समय शुरु होंगे.जिससे यात्रियों को गर्मी से राहत मिलेगी.
मिस्टिंग शावर से लोगों को गर्मी से मिली राहत : मिस्टिंग शावर को लेकर हमने कुछ यात्रियों से भी बात की तो उन्होंने बताया कि इससे काफी कुछ राहत गर्मी से मिली है. रेल यात्रियों ने कहा कि ऐसी व्यवस्था हर रेलवे स्टेशन पर होनी चाहिए जिससे यात्रियों को तपती गर्मी से थोड़ी राहत मिल सके.रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम अवधेश कुमार त्रिवेदी ने बताया कि "रायपुर रेलवे स्टेशन के साथ ही दुर्ग रेलवे स्टेशन पर भी मिस्टिंग शावर की शुरुआत मंगलवार से की गई है.
तपती गर्मी को देखते हुए रेल यात्रियों को राहत पहुंचाने के लिए इसे शुरू किया गया है. ताकि इससे रेल यात्रियों को थोड़ी राहत मिल सके. प्लेटफार्म पर कंफर्टेबल महसूस कर सके. मिस्टिंग शावर को ट्रेन आने के ठीक 5 मिनट पहले चालू किया जाता है और ट्रेन जाने के लगभग 10 मिनट बाद यात्रियों की संख्या कम होने के बाद फिर से बंद कर दिया जाता है. उनके मुताबिक आज से शुरू होने के बाद जब तक गर्मी और उमस बनी रहेगी तब तक मिस्टिंग शावर की सुविधा रेल यात्रियों को मिलेगी - अवधेश त्रिवेदी,सीनियर डीसीएम
पांच रुपए में RO का ठंडा पानी : इसके साथ ही रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर एक वेंडिंग मशीन भी लगाई है, जिसमें 5 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से फिल्टर और ठंडा पानी रेल यात्रियों को मिल सकेगा. रायपुर दुर्ग और इसके अलावा तीन अन्य स्टेशनों में भी वेंडिंग मशीन के माध्यम से लोगों को सस्ता और सुलभ फिल्टर का ठंडा पानी उपलब्ध कराया जाएगा. रायपुर में इसकी शुरुआत हो चुकी है. 10 वेंडिंग मशीन रायपुर दुर्ग सहित तीन नए स्टेशनों में और लगाया जाएंगे.
पिछले 5 साल से शुरु है सेवा : रायपुर के चीफ स्टेशन मैनेजर आरपी मंडल ने बताया कि मिस्टिंग शावर की शुरुआत रायपुर रेलवे स्टेशन में पिछले 5 सालों से शुरू की गई है ताकि रेल यात्रियों को गर्म हवा और गर्मी की तपिश से थोड़ी राहत मिल सके. मिस्टिंग शावर की व्यवस्था प्लेटफार्म नंबर 1 से लेकर 5 तक की गई है ताकि ट्रेन में सफर करने वाले रेल यात्रियों को गर्मी और उमस से थोड़ी राहत दी जा सके.
हर प्लेटफार्म पर कम से कम 8 से 10 वाटर कूलर लगे हुए हैं लेकिन वेंडिंग मशीन प्लेटफार्म नंबर 2 पर ही लगाई गई है, जहां पर शुद्ध और ठंडा पेयजल रेल यात्रियों को मात्र 5 रुपए प्रति लीटर में दिया जा रहा है. अगर रेल यात्री ठंडा पानी और बोतल भी चाहते हैं तो उन्हें महज आठ रूपए खर्च करने होंगे. 200 ml का शुद्ध और ठंडा पानी 2 रुपए और एक साथ पांच लीटर लेते हैं तो रेल यात्री को मात्र 20 रुपए ही खर्च करने होंगे - आरपी मंडल, चीफ स्टेशन मैनेजर
यात्रियों ने रेलवे की सुविधा को सराहा : रायपुर रेलवे स्टेशन में हमारी टीम ने कुछ रेल यात्रियों से भी बात की तो उन्होंने बताया कि "मिस्टिंग शावर के शुरू होने से गर्मी से काफी राहत मिली है. प्लेटफार्म पर पंखे तो चलते हैं लेकिन इससे गर्म हवा आती है. मिस्टिंग शावर शुरू होता है तो गर्म हवा थोड़ी ठंडी और राहत देने वाली होती है. कुछ यात्रियों का मानना है कि ऐसी व्यवस्था हर रेलवे स्टेशन पर होनी चाहिए जिससे गर्मी के दिनो में यात्रा करने वाले रेल यात्रियों को गर्मी और उमस से थोड़ी राहत मिल सके. कुछ यात्रियों ने बताया कि इसके पहले भी हम कई स्टेशन गए हैं, लेकिन इस तरह से मिस्टिंग शावर सिस्टम पहली बार राजधानी के रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला है.
क्या है मिस्टिंग शावर : मिस्टिंग शावर पानी को छोटी-छोटी बूंदों में बदलने की तकनीक है.जो पानी को धुंध जैसी बूंदों में बदलती है.इसका सबसे बड़ा लाभ ये है कि इस तकनीक में पानी कम खर्च होता है,लेकिन तापमान को कम किया जा सकता है.

कैसे करता है काम : मिस्टिंग शावर में पानी को उच्च दबाव से छोटे छिद्रों (नोजल्स) के माध्यम से गुजारा जाता है, जिससे पानी बहुत बारीक बूंदों में बदलने लगता है. मिस्टिंग शावर पारंपरिक शावर की तुलना में बहुत कम पानी का खर्च करता है. पानी की बारीक बूंदें हवा में जल्दी से वाष्पित होने लगती हैं,जिससे तापमान में तेजी से गिरावट आती है.
मिस्टिंग शावर के फायदे
मिस्टिंग शावर पानी की बचत करने में सहायक है.
कम पानी खर्च होने के कारण पर्यावरण के लिए बेहतर
तापमान को कम करने में सहायक
शराब माफिया ने पूरे गांव को दी धमकी, पुलिस पर लगा बड़ा आरोप, पाटन में अतिक्रमण हटाने बुलडोजर एक्शन की मांग
सीजीएमएससी घोटाला में आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज, हाईकोर्ट ने कहा घोटाले में भूमिका,इसलिए नो बेल
संपत्ति पंजीकरण कानून पुत्र की जगह संतान शब्द का इस्तेमाल, जानिए किसे मिलेगा लाभ