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ईद से पहले गुलज़ार हुआ मीना बाजार, ग्राहकों के बढ़ जाने से दुकानदारों की चांदी - MEENA BAZAR SALE ON EID

ईद पर कपड़ों की खरीददारी के लिए मीना बाजार में उमड़ रही लोगों की भीड़ , नॉन स्टॉप भीड़ से बाजार के दुकानदार गदगद.

ईद के मौके पर गलज़ार हुआ मीना बाजार
ईद के मौके पर गलज़ार हुआ मीना बाजार (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : March 26, 2025 at 7:19 PM IST

5 Min Read

नई दिल्ली: इस्लाम में ईद-उल-फितर प्रमुख त्योहारों में से एक है. इसे रमजान के पाक महीने के आखिरी दिन मनाया जाता है. इसे मीठी ईद और रमजान ईद भी कहा जाता है. ईद को मुस्लिम समाज के लोग धूमधाम के साथ मनाते हैं. इस दिन हर व्यक्ति नए कपड़े पहनना पसंद करता है. इसलिए महिलाएं कई दिनों पहले से शॉपिंग शुरू कर देती हैं. इन दिनों जामा मस्जिद के सामने मीना बाजार में नए सामान खरीदने वालों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. मुस्लिम महिलाएं सूट सलवार पहनना ज्यादा पसंद करती हैं. सूट सलवार की न्यू फैशन ट्रेंडिंग के लिए मीना बाजार देशभर में मशहूर है. इस बाजार में कुल 633 दुकानें हैं, जिन्हें दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा अलॉट किया गया था.

डिज़ाइनर सूट की हर वैराइटी मीना बाजार में उपलब्ध : बाजार में स्ट्रिच और अनस्ट्रिच सूट सेल करने वाले मोहम्मद जमशेद ने बताया कि इस बार ईद से पहले महिलाओं ने कई तरह के डिज़ाइनर सूट खरीदे हैं. लेकिन महिलाओं की पहली पसंद अलीना और आलिया बन रही है. इसकी कीमत 3500 से शुरुआत है. वहीं सूट के डिज़ाइनर कपड़ों की कीमत 1000 रूपये से शुरू हैं. इस बार ईद पर पहनने के लिए सबसे ज्यादा ब्लैक, ब्लू और क्रीम कलर के सूट सेल हो रहे हैं.

मीठी ईद और रमजान को लेकर मीना बाजार गुलजार
मीठी ईद और रमजान को लेकर मीना बाजार गुलजार (ETV BHARAT)

चिकन के सूट की हर वैराइटी की भारी डिमांड : मीना बाजार में 70 वर्षों से चिकन के सूट सेल कर रहे मोहम्मद रमीज़ ने बताया कि उनके पास लखनवी चिकन की हर वेराइटी के सूट और कुर्ती है. चिकन के सूट मटेरियल काफी महंगे होते हैं. इसकी सिम्पल कुर्ती की कीमत 500 रुपए से शुरू होती है जो डिज़ाइनर तक जाते जाते 5000 रुपए से भी महंगी हो जाती है. वहीं सूट की कीमत 15000 रुपए से भी ज्यादा होती है. इतना महंगा होने के बावजूद भी महिलाएं इसको पहनना पसंद करती है. कहा जाता है कि जिसको कपड़े की सही समझ होती है. वह सबसे पहले चिकन को ही पहनता है. चिकन के कपड़ों पर हाथ से काम किया जाता है. इसकी हिफाज़त करना भी हर किसी के लिए आसान नहीं है.

डिज़ाइनर सूट की हर वैराइटी मीना बाजार में उपलब्ध (ETV BHARAT)
मीना बाजार में हर उम्र के लोगों के लिए सामान उपलब्ध : मीना बाजार में शॉपिंग करने पहुंची शहनाज़ जहां ने बताया कि जैसे सूट मीना बाजार में मिलते हैं, वैसे दिल्ली के किसी बाजार में नहीं मिलते हैं. इसलिए वह ईद के सूट केवल मीना बाजार से ही खरीदती हैं. मीना बाजार में हर रंग और वेराइटी के सूट मिलते हैं. बाजार में स्ट्रिच और सूट मटेरियल काफी अच्छे मिलते हैं. ईद आने में कुछ दिन ही बाकी है इसलिए इस बार रेडीमेड सूट लेंगीं. मीना बाजार में सभी के लिए अच्छे कपड़े मिल जाते हैं इसलिए बच्चों को भी साथ लायी हैं ताकि उनके कपड़े भी खरीद लें.उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले मुश्तकीम ने बताया कि वह अपनी पत्नी मुस्कान को मीना बाजार से सूट दिलाने आये हैं. पहले भी वह कई बार यहाँ से सूट लेकर गए हैं. सभी को काफी पसंद आते हैं. मुस्कान ने बताया कि उनको भी केवल अलीना कट वाले सूट ही पसंद आ रहे हैं.
चिकन के सूट की हर वैराइटी की भारी डिमांड (ETV BHARAT)
मीना बाजार की शुरुआत मुगल बादशाह अकबर ने की : मीना बाजार की शुरुआत मुगल बादशाह अकबर ने की थी. मीना बाजार शाहजहां के शासन के दौरान मुकरमत खान द्वारा डिजाइन किया गया था. दिल्ली की तेज गर्मी से बचने के लिए इस बाजार को 17वीं शताब्दी में बनाया गया था. इस दौरान इसे 'बाजार-ए-मुसक्काफ' के नाम से जाना जाता था. जिसका अर्थ था, 'छत वाला बाजार' या छत्ता-बाजार. यह शाही परिवार के लिए एक लक्जरी बाजार था, जिसमें कई यूनीक सामान हुआ करते थे जैसे कालीन, शतावरी, केसर, मसाले, कीमती पत्थर, तांबे के बर्तन, पीतल, बढ़िया लकड़ी, हाथीदांत का काम और ज्वेलरी.
जामा मस्जिद के सामने मीना बाजार में उमड़ रही भीड़ (ETV BHARAT)

दुकानों की संख्या 250 से बढ़कर 633 पहुंची : फैशन शॉपकीपर एसोसिएशन मीना बाजार के जनरल सेकेट्री सलीम अहमद खान ने बताया कि पहले यह बाजार जामा मस्जिद के चारों तरफ फैला था. जैसे जैसे आबादी बढ़ी बाजार में और मस्जिद के आसपास गंदगी फैलने लगी. पहले यहां 250 के करीब दुकानें थी, लेकिन बाद में दिल्ली विकास प्राधिकरण में 633 दुकानों को अलॉट किया. मीना बाजार में हर जरूरत का सामान मिलता है.

मीना बाजार में डीडीए ने कुल 633 दुकानें की अलॉट
मीना बाजार में डीडीए ने कुल 633 दुकानें की अलॉट (ETV BHARAT)

ऐसे पहुंच सकते हैं मीना बाजार : अगर आप भी मीना बाजार से शॉपिंग करना चाहते हैं तो दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन से यात्रा कर जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन जा सकते हैं. इसके गेट नंबर 2 और 4 मीना बाजार की ओर एग्जिट होता है. इसके अलावा DTC में यात्रा कर के भी मीना बाजार पहुंच सकते हैं.

ये भी पढ़ें :

दिल्ली में इत्र का बाजार गुलजार, 250 साल पुराने बादशाहों और बेगमों के इत्र भी यहां मौजूद

रमजान में जामा मस्जिद में बढ़ी रौनक, इफ्तार के लिए भारी संख्या में जुटे लोग

रमजान की इबादत से गुलज़ार हो रही जामा मस्जिद, इफ्तार के लिए पहुंच रहे हैं हजारों रोजेदार

नई दिल्ली: इस्लाम में ईद-उल-फितर प्रमुख त्योहारों में से एक है. इसे रमजान के पाक महीने के आखिरी दिन मनाया जाता है. इसे मीठी ईद और रमजान ईद भी कहा जाता है. ईद को मुस्लिम समाज के लोग धूमधाम के साथ मनाते हैं. इस दिन हर व्यक्ति नए कपड़े पहनना पसंद करता है. इसलिए महिलाएं कई दिनों पहले से शॉपिंग शुरू कर देती हैं. इन दिनों जामा मस्जिद के सामने मीना बाजार में नए सामान खरीदने वालों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. मुस्लिम महिलाएं सूट सलवार पहनना ज्यादा पसंद करती हैं. सूट सलवार की न्यू फैशन ट्रेंडिंग के लिए मीना बाजार देशभर में मशहूर है. इस बाजार में कुल 633 दुकानें हैं, जिन्हें दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा अलॉट किया गया था.

डिज़ाइनर सूट की हर वैराइटी मीना बाजार में उपलब्ध : बाजार में स्ट्रिच और अनस्ट्रिच सूट सेल करने वाले मोहम्मद जमशेद ने बताया कि इस बार ईद से पहले महिलाओं ने कई तरह के डिज़ाइनर सूट खरीदे हैं. लेकिन महिलाओं की पहली पसंद अलीना और आलिया बन रही है. इसकी कीमत 3500 से शुरुआत है. वहीं सूट के डिज़ाइनर कपड़ों की कीमत 1000 रूपये से शुरू हैं. इस बार ईद पर पहनने के लिए सबसे ज्यादा ब्लैक, ब्लू और क्रीम कलर के सूट सेल हो रहे हैं.

मीठी ईद और रमजान को लेकर मीना बाजार गुलजार
मीठी ईद और रमजान को लेकर मीना बाजार गुलजार (ETV BHARAT)

चिकन के सूट की हर वैराइटी की भारी डिमांड : मीना बाजार में 70 वर्षों से चिकन के सूट सेल कर रहे मोहम्मद रमीज़ ने बताया कि उनके पास लखनवी चिकन की हर वेराइटी के सूट और कुर्ती है. चिकन के सूट मटेरियल काफी महंगे होते हैं. इसकी सिम्पल कुर्ती की कीमत 500 रुपए से शुरू होती है जो डिज़ाइनर तक जाते जाते 5000 रुपए से भी महंगी हो जाती है. वहीं सूट की कीमत 15000 रुपए से भी ज्यादा होती है. इतना महंगा होने के बावजूद भी महिलाएं इसको पहनना पसंद करती है. कहा जाता है कि जिसको कपड़े की सही समझ होती है. वह सबसे पहले चिकन को ही पहनता है. चिकन के कपड़ों पर हाथ से काम किया जाता है. इसकी हिफाज़त करना भी हर किसी के लिए आसान नहीं है.

डिज़ाइनर सूट की हर वैराइटी मीना बाजार में उपलब्ध (ETV BHARAT)
मीना बाजार में हर उम्र के लोगों के लिए सामान उपलब्ध : मीना बाजार में शॉपिंग करने पहुंची शहनाज़ जहां ने बताया कि जैसे सूट मीना बाजार में मिलते हैं, वैसे दिल्ली के किसी बाजार में नहीं मिलते हैं. इसलिए वह ईद के सूट केवल मीना बाजार से ही खरीदती हैं. मीना बाजार में हर रंग और वेराइटी के सूट मिलते हैं. बाजार में स्ट्रिच और सूट मटेरियल काफी अच्छे मिलते हैं. ईद आने में कुछ दिन ही बाकी है इसलिए इस बार रेडीमेड सूट लेंगीं. मीना बाजार में सभी के लिए अच्छे कपड़े मिल जाते हैं इसलिए बच्चों को भी साथ लायी हैं ताकि उनके कपड़े भी खरीद लें.उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले मुश्तकीम ने बताया कि वह अपनी पत्नी मुस्कान को मीना बाजार से सूट दिलाने आये हैं. पहले भी वह कई बार यहाँ से सूट लेकर गए हैं. सभी को काफी पसंद आते हैं. मुस्कान ने बताया कि उनको भी केवल अलीना कट वाले सूट ही पसंद आ रहे हैं.
चिकन के सूट की हर वैराइटी की भारी डिमांड (ETV BHARAT)
मीना बाजार की शुरुआत मुगल बादशाह अकबर ने की : मीना बाजार की शुरुआत मुगल बादशाह अकबर ने की थी. मीना बाजार शाहजहां के शासन के दौरान मुकरमत खान द्वारा डिजाइन किया गया था. दिल्ली की तेज गर्मी से बचने के लिए इस बाजार को 17वीं शताब्दी में बनाया गया था. इस दौरान इसे 'बाजार-ए-मुसक्काफ' के नाम से जाना जाता था. जिसका अर्थ था, 'छत वाला बाजार' या छत्ता-बाजार. यह शाही परिवार के लिए एक लक्जरी बाजार था, जिसमें कई यूनीक सामान हुआ करते थे जैसे कालीन, शतावरी, केसर, मसाले, कीमती पत्थर, तांबे के बर्तन, पीतल, बढ़िया लकड़ी, हाथीदांत का काम और ज्वेलरी.
जामा मस्जिद के सामने मीना बाजार में उमड़ रही भीड़ (ETV BHARAT)

दुकानों की संख्या 250 से बढ़कर 633 पहुंची : फैशन शॉपकीपर एसोसिएशन मीना बाजार के जनरल सेकेट्री सलीम अहमद खान ने बताया कि पहले यह बाजार जामा मस्जिद के चारों तरफ फैला था. जैसे जैसे आबादी बढ़ी बाजार में और मस्जिद के आसपास गंदगी फैलने लगी. पहले यहां 250 के करीब दुकानें थी, लेकिन बाद में दिल्ली विकास प्राधिकरण में 633 दुकानों को अलॉट किया. मीना बाजार में हर जरूरत का सामान मिलता है.

मीना बाजार में डीडीए ने कुल 633 दुकानें की अलॉट
मीना बाजार में डीडीए ने कुल 633 दुकानें की अलॉट (ETV BHARAT)

ऐसे पहुंच सकते हैं मीना बाजार : अगर आप भी मीना बाजार से शॉपिंग करना चाहते हैं तो दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन से यात्रा कर जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन जा सकते हैं. इसके गेट नंबर 2 और 4 मीना बाजार की ओर एग्जिट होता है. इसके अलावा DTC में यात्रा कर के भी मीना बाजार पहुंच सकते हैं.

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