कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर मैदान में रविवार 13 अक्टूबर से अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की शुरुआत की जाएगी. वहीं, देवी देवताओं ने भी अब ढालपुर पहुंचना शुरू कर दिया है. कुल्लू राज परिवार की दादी माता हिडिंबा भी मनाली से अब ढालपुर के लिए रवाना हो गई हैं. शनिवार को पर्यटन नगरी मनाली के डूंगरी में माता हिडिंबा की देव प्रक्रिया को पूरा किया गया और ढोल नगाड़ों की थाप पर माता मनाली के माल रोड पहुंची.
माल रोड पर भक्तों ने माता हिडिंबा का भव्य स्वागत किया और आशीर्वाद भी लिया. माता हिडिंबा आज शाम रामशिला पहुंचेंगी, जहां पर वह रात्रि विश्राम करेंगी. कल सुबह रविवार को माता हिडिंबा को लेने के लिए राज परिवार की ओर से चांदी की छड़ी भेजी जाएगी और माता को सम्मान पूर्वकर रघुनाथपुर लाया जाएगा. जहां पर राजमहल में भी माता हिडिंबा के द्वारा देव प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा और उसके बाद भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा शुरू की जाएगी. बीते दिनों माता हिडिंबा के मंदिर में नवरात्रों के अवसर पर भी विशेष पूजा पाठ का आयोजन किया गया था. बता दें कि माता हिडिंबा कुल्लू राज परिवार की कुलदेवी हैं और उनके बिना अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव शुरू नहीं होता है.
माता हिडिंबा के गुर देवी चंद ने बताया कि, 'माता अब दशहरा उत्सव के लिए रवाना हो गई हैं और 7 दिनों तक माता ढालपुर के अपने अस्थाई शिविर में विराजमान रहेंगी. इस दौरान माता हिडिंबा के दर्शनों के लिए भी हजारों श्रद्धालु अस्थाई शिविर में पहुंचेंगे और माता का आशीर्वाद लेंगे. माता हिडिंबा के द्वारा दशहरा उत्सव में विभिन्न देव प्रक्रियाओं को पूरा किया जाता है और सातवें दिन माता हिडिंबा वापस अपने देवालय की ओर लौट आती हैं.'
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