पटना: बिहार में बारिश शुरू होते ही मौसम का कहर दिखने लगा है. ठनका गिरने से अलग-अलग कुल 13 लोगों की मौत हो गयी है. राज्य के बेगूसराय, दरभंगा और मधुबनी में वज्रपात की घटना सामने आयी है. सीएम नीतीश ने मौतों पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है साथ ही मुआवजे का भी ऐलान किया है.
बेगूसराय में 5 की मौत: बेगूसराय में 5 लोगों की मौत ठनका गिरने के कारण हुई है. घटना जिले के मुफस्सिल, भगवानपुर, बलिया एवं साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र की है. जिले के मुफस्सिल, भगवानपुर, बलिया एवं साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र में मौत हुई.

गेंहू कटनी के दौरान वज्रपात: भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र की मोख्तियारपुर पंचायत के मानोपुर गांव स्थित वार्ड संख्या 01 निवासी अंशु कुमारी(13 वर्षीय ) की मौत हो गई. परिजन बिट्टू कुमार ने बताया कि अंशु कुमारी के साथ आंचल कुमारी और मुस्कान कुमारी तीनों गेहूं काटने के लिए गयी थी. इसी दौरान वज्रपात की चपेट में आ गयी. इसमें अंशु की मौत हो गयी. अन्य का इलाज चल रहा है.
तीनों गेहूं काटने के लिए गयी थी. इसी दौरान ठनका गिरने से एक की मौत हो गयी. तीन महिला घायल हो गयी है जिनका इलाज भगवानपुर पीएससी में चल रहा है. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है." -बिट्टू कुमार, बेगूसराय

मधुबनी में ठनका गिरने से 3 मौत: मधुबनी में अलग-अलग वज्रपात की घटना में तीन लोगों की मौत हो गयी. अलपुरा गांव निवासी 62 वर्षीय मो जाकिर और 18 वर्षीय पुत्री आयशा दोनों नहर के पास खेत मे जमा गेहूं को ढकने के लिए त्रिपाल लेकर जा रहे थे. नहर के पास जाने के समय ठनका गिरने से दोनों बुरी तरह झुलस गए. दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी.
गोईठा ढकने के दौरान वज्रपात: मधुबनी के झंझारपुर पिपरौलिया पंचायत वार्ड 4 की रहने वाली दुर्गा देवी (45) की मौत हो गयी. दुर्गा देवी आकाश में बादल देख और बारिश की आशंका जताते हुए गोईठा ढकने के लिए गयी थी. इसी दौरान वज्रपात हो गयी और वह चपेट में आ गयी. ठनका के कारण घटनास्थल पर ही मौत हो गयी.
मिलेगी सरकारी सहायता: मधुबनी की घटना को लेकर स्थानीय जिला पार्षद सदस्य मोहम्मद रेजाउद्दीन ने कहा कि मृतक के परिजनों को सरकारी सहायता की जाएगी. उन्होंने कहा कि अधिकारी को इस बारे में अवगत कराया गया है.
"जिला आपदा विभाग के द्वारा लगातार लोगों से घर में रहने सुरक्षित जगह पर रहने की अपील की जा रही है. ऐसे में बारिश और वज्रपात के दौरान लोगों को सुरक्षित रहना चाहिए. मृतक के परिजनों को सरकारी सुविधा दी जाएगी." - मोहम्मद रेजाउद्दीन, जिला परिषद सदस्य
दरभंगा में एक की मौत: दरभंगा में वज्रपात की चपेट में एक की मौत हो गयी. बिरौल थाना क्षेत्र के लदहो कटैया गांव में बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश के दौरान वज्रपात से एक बुजुर्ग की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. मृतक स्व. लखन चौपाल के 68 वर्षीय पुत्र जवाहर चौपाल थ्रेसरिंग के लिए गेहूं लाने गए थे. इसी दौरान घटना हो गयी.
बेहद ही सरल तरीके से वज्रपात से बचाव के तरीके बताए गए हैं @ndmaindia के द्वारा। जितना हो सके लोगों के बीच इसे दिखा कर जागरूक करें। ताकि आकाशीय बिजली से कोई और जान न जाये। ध्यान रहे, अभी भी बिहार के कई भाग में आकाशीय बिजली गिरने को ले कर अलर्ट जारी है।#thunderstorm pic.twitter.com/P3vvPFi2xE
— Ritu Jaiswal (@activistritu) July 30, 2020
कैसे करें बचाव: बिहार आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से लगातार वज्रपात से बचाव को लेकर कैंपन चलाया है. नुक्कड़ नाटक से लेकर सोशव मीडिया पर वीडियो शेयर किया जा रहा है कि किस तरह वज्रपात से बचाव किया जाए. ऐसे में लोगों सो सचेत रहने की जरूरत है.
वज्रपात से बचाव के उपाय @IPRDBihar @BsdmaBihar #BiharDisasterManagementDept pic.twitter.com/iEiaEPWMYL
— Disaster Management Dept., Govt of Bihar (@BiharDMD) July 2, 2024
वज्रपात क्यों होता है? जब बादल में सकारात्मक और नकारात्मक विद्युत आवेशों के बीच उच्च ऊर्जा का आदान प्रदान होता है तो एक प्रकार का विस्फोट होता है. इसके कई कारण है जिस कारण ठनका गिरता है.
- वैज्ञानिकों के अनुसार जब बादल ऊंचाई पर होता है तो हवा में पानी की बूंदे और बर्फ के टुकड़े टकराते हैं. इससे विद्युत आवेश उतपन्न होता है.
- बादल के निचे के हिस्से में नकारात्मक आवेश भरा होता है और ऊपर के हिस्से में सकारात्मक आवेश होता है. असंतुलन बहुत अधिक बढ़ने के कारण जमीन तक या बादल के दूसरे हिस्से तक आवेश पहुंचने के लिए विद्युत प्रवाह उत्पन्न करता है.
कितना होता है तापमान?: ये सारी प्रक्रिया बहुत तेजी से होती है. इसका तापमान काफी अधिकत होता है. 30 हजार डिग्री सेल्सियस तक इसका तापमान बढ़ सकता है. यह जब नीचे गिरता है तो हवा के तापमान को बढ़ा देता है, यही कारण है कि लोग झुलस जाते हैं.
13 अप्रैल तक खराब रहेगा मौसम: मौसम विभाग ने अगले 13 अप्रैल कर बिहार में आंधी-तूफान के साथ ओलावृष्टि और बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. 9 अप्रैल से 13 अप्रैल तक वज्रपात को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है. ऐसे में लोगों को सर्तक रहने की जरूरत है.
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