ETV Bharat / state

मंडला के कान्हा टाइगर रिजर्व में बाघ के रोमांस का रोमांच, बाघिन को इंप्रेस करने का निराला अंदाज

मंडला स्थित कान्हा नेशनल पार्क में एक साथ दिखे बाघ-बाघिन. पर्यटकों के सामने टाइगर ने की टाइग्रेस को इंप्रेस करने की फुल कोशिश.

MANDLA KANHA TIGER RESERVE
टाइग्रेस को इंप्रेस करता दिखा टाइगर (ETV Bharat (File Photo))
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : October 8, 2025 at 2:55 PM IST

3 Min Read
Choose ETV Bharat

मंडला: मध्य प्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व से एक दिल को खुश कर देने वाला वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में बाघ अपने पूरे रौंद्र रूप में बाघिन को अपनी ताकत दिखाकर उसे रिझाने का प्रयास कर रहा है. बाघिन को इंप्रेस करने बाघ दोनों पैरों पर खड़ा हो गया. जिसे देख पर्टयक रोमांचित हो उठे. यह वीडियो पर्यटकों द्वारा कान्हा नेशनल पार्क के मुक्की जोन में रिकॉर्ड किया गया है, जहां हाल ही में दो टाइगरों के बीच जबरदस्त संघर्ष हुआ था.

बाघ-बाघिन का वीडियो हुआ वायरल
मुक्की जोन, कान्हा नेशनल पार्क का सबसे चर्चित और रोमांचक इलाका कहा जाता है. पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है. जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले यहां दो नर बाघों के बीच टेरिटरी को लेकर भीषण लड़ाई हुई थी, जिसमें एक बाघ की मौत हो गई थी. इसी घटना के बाद अब एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें एक बाघ बेहद आक्रामक मूड में दिखाई दे रहा है. पर्यटकों ने इस पूरे दृश्य को अपने कैमरे में कैद कर लिया.

बाघ-बाघिन वीडियो हुआ वायरल (ETV Bharat)

दोनों पैरों पर खड़े होकर बाघिन को रिझाता बाघ
कान्हा टाइगर रिजर्व के मुक्की जोन में नर बाघ टी-125 और बाघिन टी-106 को आमने-सामने देखा गया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पर्यटकों द्वारा बनाए गए इस वीडियो में नर बाघ टी-125 (पट्टे वाला) दोनों पैरों पर खड़े होकर बाघिन टी-106 (एमबी-3) को रिझाने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है. यह दृश्य जंगल के वास्तविक रोमांच को दर्शाता है. वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के दृश्य बेहद दुर्लभ होते हैं और पर्यटकों को ऐसे नजारे कम ही देखने को मिलते हैं. यह घटना कान्हा टाइगर रिजर्व की समृद्ध वन्यजीव विविधता को उजागर करती है.

Tiger T 125 impressing tigress
मंडला स्थित कान्हा नेशनल पार्क में एक साथ दिखे बाघ-बाघिन (ETV Bharat)

सतपुड़ा की मैकाल पर्वतमाला पर है कान्हा नेशनल पार्क
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के बालाघाट और मंडला जिलों में फैला हुआ है. यह मध्य भारत के सबसे बड़े और प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है, जो बाघों सहित अनेक वन्यजीवों के लिए जाना जाता है. सतपुड़ा की मैकाल पर्वतमाला में स्थित कान्हा को वर्ष 1879 में एक आरक्षित वन घोषित किया गया था. बाद में 1933 में इसे वन्यजीव अभयारण्य के रूप में पुनर्मूल्यांकित किया गया, और 1955 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा प्रदान किया गया.

बारहसिंगा की सबसे बड़ी आबादी कान्हा में
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मैकाल पर्वत श्रृंखला में 940 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है. इसके बफर और कोर जोन को मिलाकर कान्हा टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल लगभग 1,945 वर्ग किलोमीटर है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता, विस्तृत घास के मैदान, घने जंगल और शांत वातावरण प्रकृति प्रेमियों को एक अद्भुत पर्यटन अनुभव प्रदान करते हैं. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान न केवल शक्तिशाली बाघों का घर है, बल्कि यहां बारहसिंगा की सबसे बड़ी आबादी भी पाई जाती है. इसके अलावा, यह उद्यान पौधों, पक्षियों, सरीसृपों और कीड़ों की असंख्य प्रजातियों का भी सुरक्षित निवास स्थान है.