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11,000 फीट की ऊंचाई पर माता शिकारी देवी का दरबार, देश-प्रदेश से श्रद्धालुओं का यहां लगता है तांता - MATA SHIKARI DEVI TEMPLE

मंडी जिले के सराज में 11000 फीट की ऊंचाई पर माता शिकारी देवी का मंदिर स्थित है. देश-प्रदेश से यहां श्रद्धालु पहुंचते हैं.

माता शिकारी देवी का दरबार
माता शिकारी देवी का दरबार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : June 10, 2025 at 5:07 PM IST

3 Min Read

सराज: हिमाचल प्रदेश में मान्यता है कि यहां जगह-जगह देवी-देवताओं का वास है. इसलिए इसे देवभूमि भी कहा जाता है. इन्ही में से एक मंडी जिले में 11,000 फीट की ऊंचाई पर माता शिकारी देवी का दरबार स्थित है. जहां हर साल हजारों की संख्या में देश-प्रदेश से श्रद्धालु माता का दर्शन करने आते हैं. इन दिनों माता शिकारी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी चहलकदमी देखी जा रही है.

गौरतलब है कि जहां एक ओर जून महीने में मैदानी इलाकों में लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं. वहीं, मंडी जिले के सराज में इन दिनों वातावरण काफी ठंडा है. ऐसे में यहां पहुंचकर लोग कुछ पलों के लिए सुकून की अनुभूति महसूस कर रहे हैं. मैदानी इलाकों से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता शिकारी देवी मंदिर पहुंच रहे हैं और माता की पूजा-अर्चना कर परिवार की खुशहाली का आशीर्वाद ले रहे हैं.

माता शिकारी देवी
माता शिकारी देवी (ETV Bharat)

शिकारी देवी में हिमाचल सहित हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालुओं की टोलियां में माता के दर्शनों के लिए पहुंच रही है. इन दिनों माता के खुले प्रांगण में भक्तों का दिनभर तांता लगा रहता है. प्रदेश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु यहां आकर मां के दरबार में माथा टेकते हैं और सुख समृद्धि की मन्नतें मांगते हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को मां के चरणों में ध्वज पताका, निशान, नारियल, चुनरी, आभूषण व वस्त्र चढ़ाते हैं.

देश-प्रदेश से माता के दरबार में लगता है भक्तों का तांता
देश-प्रदेश से माता के दरबार में लगता है भक्तों का तांता (ETV Bharat)

बता दें कि समुद्र तल से 11 हजार फीट की ऊंची चोटी पर स्थित माता शिकारी देवी के प्रांगण में लोगों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर से दो सौ मीटर दूर छोटे-छोटे ढाबे लगाए गए हैं. जहां नाश्ता, चाय, दोपहर और रात के खाने की पूरी व्यवस्था कर रखी गई है.

माता शिकारी देवी के प्रांगण में भक्तों की भीड़
माता शिकारी देवी के प्रांगण में भक्तों की भीड़ (ETV Bharat)

कैसे पहुंचें माता शिकारी मंदिर?

सराज घाटी ने देश विदेश के पर्यटकों के लिए एक बहुत अच्छा प्लेटफार्म तैयार कर लिया है. रोजाना सैकड़ों पर्यटक घाटी में घूमने के लिए आते हैं. मंडी से जंजैहली बस स्टैंड तक की दूरी लगभग 86 किमी है. किसी भी वाहन और बस द्वारा यहां पहुंचा जा सकता है.
शिकारी देवी जाते वक्त रास्ते में चैलचौक, काढ़ां, बगस्याड़ तथा थुनाग आदि छोटे-छोटे कस्बे आते हैं. जहां पर आप रुक कर इस घाटी के मनोरम दृश्यों का नजारा ले सकते हैं. इन जगहों से आप अपनी जरूरत का सामान भी खरीद सकते हैं. दूसरी ओर से करसोग विधानसभा क्षेत्र के सुरारली शंकर देहरा से भी होकर भी शिकारी देवी पहुंचा जा सकता है.

ये भी पढ़ें: मां चिंतपूर्णी के दरबार में पहुंचे गायक रघुवंशी, मंदिर में भक्तों ने कर दी खास फरमाइश

सराज: हिमाचल प्रदेश में मान्यता है कि यहां जगह-जगह देवी-देवताओं का वास है. इसलिए इसे देवभूमि भी कहा जाता है. इन्ही में से एक मंडी जिले में 11,000 फीट की ऊंचाई पर माता शिकारी देवी का दरबार स्थित है. जहां हर साल हजारों की संख्या में देश-प्रदेश से श्रद्धालु माता का दर्शन करने आते हैं. इन दिनों माता शिकारी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी चहलकदमी देखी जा रही है.

गौरतलब है कि जहां एक ओर जून महीने में मैदानी इलाकों में लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं. वहीं, मंडी जिले के सराज में इन दिनों वातावरण काफी ठंडा है. ऐसे में यहां पहुंचकर लोग कुछ पलों के लिए सुकून की अनुभूति महसूस कर रहे हैं. मैदानी इलाकों से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता शिकारी देवी मंदिर पहुंच रहे हैं और माता की पूजा-अर्चना कर परिवार की खुशहाली का आशीर्वाद ले रहे हैं.

माता शिकारी देवी
माता शिकारी देवी (ETV Bharat)

शिकारी देवी में हिमाचल सहित हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालुओं की टोलियां में माता के दर्शनों के लिए पहुंच रही है. इन दिनों माता के खुले प्रांगण में भक्तों का दिनभर तांता लगा रहता है. प्रदेश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु यहां आकर मां के दरबार में माथा टेकते हैं और सुख समृद्धि की मन्नतें मांगते हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को मां के चरणों में ध्वज पताका, निशान, नारियल, चुनरी, आभूषण व वस्त्र चढ़ाते हैं.

देश-प्रदेश से माता के दरबार में लगता है भक्तों का तांता
देश-प्रदेश से माता के दरबार में लगता है भक्तों का तांता (ETV Bharat)

बता दें कि समुद्र तल से 11 हजार फीट की ऊंची चोटी पर स्थित माता शिकारी देवी के प्रांगण में लोगों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर से दो सौ मीटर दूर छोटे-छोटे ढाबे लगाए गए हैं. जहां नाश्ता, चाय, दोपहर और रात के खाने की पूरी व्यवस्था कर रखी गई है.

माता शिकारी देवी के प्रांगण में भक्तों की भीड़
माता शिकारी देवी के प्रांगण में भक्तों की भीड़ (ETV Bharat)

कैसे पहुंचें माता शिकारी मंदिर?

सराज घाटी ने देश विदेश के पर्यटकों के लिए एक बहुत अच्छा प्लेटफार्म तैयार कर लिया है. रोजाना सैकड़ों पर्यटक घाटी में घूमने के लिए आते हैं. मंडी से जंजैहली बस स्टैंड तक की दूरी लगभग 86 किमी है. किसी भी वाहन और बस द्वारा यहां पहुंचा जा सकता है.
शिकारी देवी जाते वक्त रास्ते में चैलचौक, काढ़ां, बगस्याड़ तथा थुनाग आदि छोटे-छोटे कस्बे आते हैं. जहां पर आप रुक कर इस घाटी के मनोरम दृश्यों का नजारा ले सकते हैं. इन जगहों से आप अपनी जरूरत का सामान भी खरीद सकते हैं. दूसरी ओर से करसोग विधानसभा क्षेत्र के सुरारली शंकर देहरा से भी होकर भी शिकारी देवी पहुंचा जा सकता है.

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