ETV Bharat / state

फरीदाबाद के मेजर धनखड़ को राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र से किया सम्मानित, 3 आतंकियों को किया ढेर, पैर में लगी थी गोली - MAJOR SATENDRA DHANKHAR

फरीदाबाद के मेजर सतेंद्र धनखड़ को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया है. परिजनों में खुशी और गर्व का माहौल.

Major Satendra Dhankhar
Major Satendra Dhankhar (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Haryana Team

Published : May 24, 2025 at 8:20 AM IST

3 Min Read

फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में मछगर गांव के रहने वाले मेजर सतेंद्र धनखड़ को उनकी अद्वितीय बहादुरी के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया है. भारतीय सेना के किसी भी जवान के लिए बड़े ही गर्व की बात है. गुरुवार को मेजर सतेंद्र को राष्ट्रपति भवन में यह सम्मान दिया गया है. जाहिर है कि परिजनों में अपने बेटे के इस सम्मान मिलने से खुशी और गर्व है.

वीरता को सलाम: मेजर सतेंद्र धनखड़ जून 2004 में जम्मू-कश्मीर के डोडा में एक कंपनी कमांडर के तौर पर एक आतंकवाद विरोधी अभियान का नेतृत्व कर रहे थे. मेजर सतेंद्र ने तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया. मेजर धनखड़ ने न सिर्फ आतंकियों को मारा, बल्कि अपनी टीम को भी सुरक्षित बचा लिया. इस मुठभेड़ के दौरान मेजर धनखड़ के पैर में गोली भी लगी. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया.

मेजर सतेंद्र धनखड़ का सफर: सतेंद्र धनखड़ 19 साल की उम्र में इंडियन आर्मी में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे. साल 2018 में उनको रेजिमेंट 20 लांसर्स/ 4 राष्ट्रीय राइफल्स बतौर लेफ्टिनेंट शामिल किया गया. इसके बाद 2020 में उनको कैप्टन, साल 2024 में इंडियन आर्मी में मेजर बना दिया गया. इस दौरान उनकी पोस्टिंग बीकानेर, बाड़मेर और जम्मू-कश्मीर में रही है. सतेंद्र अपने परिवार के सबसे छोटे बेटे हैं. सतेंद्र की शादी हो चुकी है और 3 साल की उनकी बेटी है. उनकी पत्नी निधि धनखड़ गृहणी हैं. निधि दयालपुर खेड़े गांव की रहने वाली हैं. मेजर का पूरा परिवार गांव में ही रहता है.

मेजर धनखड़ शौर्य चक्र से सम्मानित (Etv Bharat)

शौर्य चक्र से सम्मानित बेटे गर्व: मेजर सतेंद्र धनखड़ की माता ने बताया कि बेटे को शौर्य चक्र मिलने पर बहुत ज्यादा गर्व और खुशी है. उनका बड़ा बेटा जितेंद्र धनखड़ कोर्ट में क्रिमिनल वकील है. जबकि दूसरा बेटा धर्मेंद्र धनखड़ नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. पूरा परिवार गांव में ही रहता है. सतेंद्र फिलहाल जम्मू-कश्मीर से वापस आ चुके हैं और लेबनान जाने की तैयारी कर रहे हैं.

Major Satendra Dhankhar
Major Satendra Dhankhar (Etv Bharat)

परिजनों में खुशी का माहौल: मेजर सतेंद्र की माता जी ने बताया कि हमारे बेटे ने देश का नाम रोशन किया है, जोकि बड़े ही गर्व की बात है. परिवार में खुशी का माहौल है. इस लड़ाई में उनके बेटे के भी पैर में गोली लगी थी. लेकिन परिवार को पता ही नहीं था. जब बेटा छुट्टी पर आया तो पूरी बात का पता चला. देश के साथ-साथ परिवार भी मेजर सतेंद्र धनखड़ की इस बहादुरी को सलाम करता है.

ये भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में आज भी जारी है सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, जवान शहीद

ये भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर: ऑपरेशन सिंदूर में स्वदेशी शस्त्रागार की भूमिका, सटीक कामयाबी का बने जरिया

फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में मछगर गांव के रहने वाले मेजर सतेंद्र धनखड़ को उनकी अद्वितीय बहादुरी के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया है. भारतीय सेना के किसी भी जवान के लिए बड़े ही गर्व की बात है. गुरुवार को मेजर सतेंद्र को राष्ट्रपति भवन में यह सम्मान दिया गया है. जाहिर है कि परिजनों में अपने बेटे के इस सम्मान मिलने से खुशी और गर्व है.

वीरता को सलाम: मेजर सतेंद्र धनखड़ जून 2004 में जम्मू-कश्मीर के डोडा में एक कंपनी कमांडर के तौर पर एक आतंकवाद विरोधी अभियान का नेतृत्व कर रहे थे. मेजर सतेंद्र ने तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया. मेजर धनखड़ ने न सिर्फ आतंकियों को मारा, बल्कि अपनी टीम को भी सुरक्षित बचा लिया. इस मुठभेड़ के दौरान मेजर धनखड़ के पैर में गोली भी लगी. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया.

मेजर सतेंद्र धनखड़ का सफर: सतेंद्र धनखड़ 19 साल की उम्र में इंडियन आर्मी में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे. साल 2018 में उनको रेजिमेंट 20 लांसर्स/ 4 राष्ट्रीय राइफल्स बतौर लेफ्टिनेंट शामिल किया गया. इसके बाद 2020 में उनको कैप्टन, साल 2024 में इंडियन आर्मी में मेजर बना दिया गया. इस दौरान उनकी पोस्टिंग बीकानेर, बाड़मेर और जम्मू-कश्मीर में रही है. सतेंद्र अपने परिवार के सबसे छोटे बेटे हैं. सतेंद्र की शादी हो चुकी है और 3 साल की उनकी बेटी है. उनकी पत्नी निधि धनखड़ गृहणी हैं. निधि दयालपुर खेड़े गांव की रहने वाली हैं. मेजर का पूरा परिवार गांव में ही रहता है.

मेजर धनखड़ शौर्य चक्र से सम्मानित (Etv Bharat)

शौर्य चक्र से सम्मानित बेटे गर्व: मेजर सतेंद्र धनखड़ की माता ने बताया कि बेटे को शौर्य चक्र मिलने पर बहुत ज्यादा गर्व और खुशी है. उनका बड़ा बेटा जितेंद्र धनखड़ कोर्ट में क्रिमिनल वकील है. जबकि दूसरा बेटा धर्मेंद्र धनखड़ नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. पूरा परिवार गांव में ही रहता है. सतेंद्र फिलहाल जम्मू-कश्मीर से वापस आ चुके हैं और लेबनान जाने की तैयारी कर रहे हैं.

Major Satendra Dhankhar
Major Satendra Dhankhar (Etv Bharat)

परिजनों में खुशी का माहौल: मेजर सतेंद्र की माता जी ने बताया कि हमारे बेटे ने देश का नाम रोशन किया है, जोकि बड़े ही गर्व की बात है. परिवार में खुशी का माहौल है. इस लड़ाई में उनके बेटे के भी पैर में गोली लगी थी. लेकिन परिवार को पता ही नहीं था. जब बेटा छुट्टी पर आया तो पूरी बात का पता चला. देश के साथ-साथ परिवार भी मेजर सतेंद्र धनखड़ की इस बहादुरी को सलाम करता है.

ये भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में आज भी जारी है सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, जवान शहीद

ये भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर: ऑपरेशन सिंदूर में स्वदेशी शस्त्रागार की भूमिका, सटीक कामयाबी का बने जरिया

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.