बलरामपुर : छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग में बदलाव को लेकर सरकार के युक्तियुक्तकरण के संबंध में बलरामपुर कलेक्टर ने जानकारी दी. छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार ने स्कूल शिक्षा में अहम बदलाव करते हुए युक्तियुक्तकरण की नई व्यवस्था को लागू किया है. बलरामपुर जिले के कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने इस बारे में विस्तार से समझाया.
एक शिक्षकीय विद्यालयों की सुधरेगी व्यवस्था : बलरामपुर जिले में युक्तियुक्तकरण के तहत चार स्कूलों का समायोजन किया जा रहा है. युक्तयुक्तकरण माध्यम से 90 प्रतिशत बच्चों को तीन बार एडमिशन की प्रक्रिया से निजात मिलेगी. बच्चों की पढ़ाई में गुणवत्ता के साथ निरंतरता भी बनी रहेगी. बलरामपुर जिले में चौदह प्राथमिक शाला शिक्षक विहीन थे. साथ ही तीन सौ से अधिक प्राथमिक स्कूल एकल शिक्षकीय थे. जहां अब युक्तियुक्तकरण के माध्यम से शिक्षकों की व्यवस्था हो गई है.आगामी शैक्षणिक सत्र में उन सभी स्कूलों में बच्चों की सुचारु ढंग से पढ़ाई होगी.
कुछ स्कूल हमारे शिक्षक विहीन या एकल शिक्षक थे. उनमें पर्याप्त शिक्षक उपलब्ध रहें. कुछ शहरी क्षेत्र में बच्चों के अनुपात में शिक्षक ज्यादा थे. उनको दुरस्थ क्षेत्रों में भेजा गया है जहां शिक्षकों की कमी थी -राजेंद्र कटारा, कलेक्टर
333 अतिशेष शिक्षकों का समायोजन : कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि युक्तियुक्तकरण में जिले में 414 स्कूल थे.जिसमें 410 यथावत चल रहे हैं. जिले में रिक्त पद के अनुरूप प्राथमिक शालाओं में 642 रिक्त पद थे. अतिशेष शिक्षक में हमने 333 शिक्षकों का समायोजन कर लिया है. बाकी जो 309 रिक्त पद है वह हमने जेडी कार्यालय को भेजा है.
बलरामपुर कलेक्टर ने कहा कि युक्तियुक्तकरण से एक ही परिसर में प्राथमिक माध्यमिक हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी ये चार स्कूल अलग-अलग संचालित हो रहे थे. जिसे हमने क्लस्टर के रूप में संचालित किया है.अब बच्चों के लिए पर्याप्त कमरे और शिक्षक उपलब्ध होंगे. लैब लाइब्रेरी कम्प्यूटर ये सभी संसाधन बच्चों को मिलें.
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