मैनपुरी : समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव गुरुवार को मैनपुरी पहुंचीं और भोगांव विधानसभा क्षेत्र के गांव करूआमई नगरिया में आयोजित भागवत कथा में शामिल होने के बाद उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब दिए. इस दौरान डिंपल यादव ने वक्फ बिल के खिलाफ आंदोलन और 26 /11 हमले के आरोपी तहव्वुर हसन राणा को लेकर भाजपा को कठघरे में खड़ा किया.
डिंपल यादव ने कहा कि वक्फ बोर्ड बिल संशोधन के खिलाफ आंदोलन संवैधानिक अधिकार है. अगर संयम के साथ और शांतिपूर्वक आंदोलन हो रहा है तो सरकार को ऑब्जेक्शन नहीं होना चाहिए. बहरहाल सरकार लोगों की आवाज दबा रही है और गलत तरीके से एफआईआर दर्ज कर प्रताड़ित कर रही है.
आतंकी के आरोपी तहव्वुर हसन राणा को दिल्ली लाने के सवाल पर सपा सांसद ने भाजपा पर सवाल खड़े किए. कहा-इतने साल क्यों लग गए उसको वापस लाने में. लगातार 11 साल से यही चल रहा है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में कहीं न कहीं यह बड़ा प्रश्नचिह्न उठने वाली बात है. बहरहाल हमें पूरा भरोसा है कि कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की टिप्पणी डिंपल यादव ने कहा कि अखिलेश यादव पर टिप्पणी उनकी सोच और संस्कार को दर्शाती है. संवैधानिक गद्दी पर बैठने के बाद इस तरह की टिप्पणी यह दर्शाता है कि उस पार्टी की सोच, मानसिकता चरित्र क्या है. ऐसे लोग यह भूल गए हैं कि जनता ही जीत उनकी जीत है. इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी बेहद निंदनीय है. हमें विश्वास है कि अगली बार वे सोच समझकर बात रखेंगी.
बीजेपी विधायक संगीत सोम द्वारा प्रोफेसर रामगोपाल यादव को पीटने वाले बयान पर डिंपल यादव ने कहा कि यह दुस्साहस यही दर्शाता है कि भाजपा के लोग संविधान को नहीं मानते. यह देश को मनमाने ढंग से चलाना चाहते हैं. उनकी यह वोकैबलरी में ही है कि पीटेंगे-मारेंगे और बुलडोजर चलाएंगे. भाजपा के लोगों को संस्कार और संविधान से कोई सरोकार नहीं है.
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