लखनऊ: कृष्णा नगर थाना क्षेत्र में स्थित लोकबंधु हॉस्पिटल परिसर में महिला कल्याण विभाग द्वारा वन स्टाप सेंटर का निर्माण किया गया है. इस सेंटर में महिलाओं को सुरक्षा व सहारा देने के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है. भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना, वन स्टाप सेंटर जिसमें महिलाओं को सभी जरूरी सहायता एक ही छत के नीचे उपलब्ध होती है. इसका निर्माण उत्तर प्रदेश के कई जिलो में हो चुका है.
महिलाओं को मिलती है सहायता: वन स्टाप सेंटर में घरेलू हिंसा, पारिवारिक विवाद, छेड़छाड़, रेप, मानसिक यातनाओं, गलत कार्य में फंसी रेस्कयू कर छुड़ाई गई महिलाओं को एक ही छत के नीचे मेडिकल, पुलिस, लीगल सहायता दी जाती है. महिला सुरक्षा तथा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ट्रेनिंग देने का कार्य भी किया जाता है. इससे महिलाओं को काफी लाभ मिल रहा है.
मेडिकल और लीगल सहायता भी मिल रही: मेडिकल सहायता, हिंसा, रेप, छेडछाड़ से पीड़ित महिला बिना पुलिस में एफआईआर दर्ज कराए अपना इलाज कराने के लिए वन स्टाप सेंटर की सहायता ले सकती हैं. सेंटर से उन्हें मेडिकल सुविधाएं प्रदान करने के साथ ही उनके मुकदमे में सहायता के लिए मेडिकल कराने की भी सुविधा उपलब्ध है. जिन महिलाओं को मेडिकल की आवश्यकता होती है, उन्हें वन स्टाप सेंटर के कर्मचारी लोकबंधु हॉस्पिटल मे ले जाकर उनका इलाज कराने के साथ ही मेडिकल सर्टीफिकेट बनवाने में मदद करती हैं.
7 दिन तक रहने की व्यवस्था: ऐसी महिलाएं जिनका लखनऊ में कोई सहारा नहीं है, जो किसी गलत कार्यो में जबरन फंसाई गई हों, जिनको रेस्क्यू कर लाया गया हो, जो अपने परिवार के साथ रहने की मानसिक अवस्था में न हों, उन महिलाओं को 5 से 7 दिन सेंटर में रखने की व्यवस्था है. उनको काउंसिलिंग कर परिवार में भेजा जाता है.
आत्मनिर्भर बनाने के लिए ट्रेनिंग सेंटर: जो महिला आर्थिक तौर पर परेशान होती हैं, उनको सक्षम बनाने के लिए सेंटर में सिलाई, कढ़ाई, कपड़ों की छपाई, होटल मैनेजमेंट, कंप्यूटर स्किल्स, ब्यूटी पार्लर की ट्रेनिंग प्रदान की जाती है. यह निःशुल्क होता है. इन महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलबध कराए जाते हैं. सेंटर से प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत ऋण भी दिलाया जाता है. अब तक लगभग 1200 से अधिक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया है.
लाभार्थियों ने वन स्टाप सेंटर को सराहा: सेंटर पर मौजूद महिला लाभार्थियों ने बताया कि जब हम यहां आई तो बिल्कुल टूटी हुई थीं. अब यहां सिलाई, कंप्यूटर ट्रेनिंग, होटल मैनेजमेंट की ट्रेनिंग करने के बाद आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हैं. महिला ने बताया कि अब हम लोग अपना घर चलाने में खुद को सक्षम पा रही हैं. लगता है जिंदगी वापस आ गई है. महिलाओं ने वन स्टाप सेंटर खोलने के लिए भारत सरकार की प्रशंसा की.
सेंटर की सभी स्टाफ महिलाएं: सेंटर इंचार्ज अर्चना सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही वन स्टाप सेंटर महिलाओं के लिए वरदान बनकर आया है. सेंटर का स्टाफ ज्यादातर महिलाए हैं. ऐसे में पीड़ित महिला अपने साथ हुई घटना के बारे में खुलकर बता सकती हैं. हमारे सेंटर में महिलाओं के लिए सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध है. पुलिस, मेडिकल, लीगल व रोजगार के लिए ट्रेनिंग सभी एक छत के नीचे उपलब्ध है. महिलाओं के स्वास्थ्य को देखते हुए परिसर में ही जिम की भी व्यवस्था है. परिसर को हरा-भरा बनाया गया है. सभी महिलाओं से मित्रवत व्यवहार स्टाफ द्वारा किया जाता है.