लखनऊ: लोकबंधु हॉस्पिटल में सोमवार देर को लगी आग को लेकर जांच जारी है. वहीं, डिप्टी सीएम ने अग्निकांड की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. वहीं, आग बुझाते समय और लोगों को रेस्क्यू करते समय 10 फायर ब्रिगेड कर्मचारियों की भी तबीयत बिगड़ गई थी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. हादसे के एक दिन बाद मंगलवार को फायर ब्रिगेड के अधिकारियों और कर्मचारियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन और आंखों देखा अनुभव साझा किया.
फायर ब्रिगेड के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बताया कि सरोजिनी नगर फायर स्टेशन प्रभारी सुमित प्रताप सिंह के अनुसार, लोकबंधु हॉस्पिटल की दूसरी मंजिल पर जिस वक्त आग लगी, तब करीब 250 मरीज भर्ती थे. आग की सूचना मिलने पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने सभी टीमों को अलर्ट किया और फायर टैंकर के साथ सभी प्रभारियों को घटनास्थल पर रवाना किया. फायर टीमें 5 मिनट में वहां पहुंचीं. फायर ब्रिगेड की टीम जब लोकबंधु अस्पताल पहुंची तो देखा कि दूसरी मंजिल से आग की भयंकर लपटें निकल रही हैं. पूरी बिल्डिंग मं धुआं ही धुआं भरा हुआ है. दूसरे फ्लोर पर आईसीयू व अन्य वार्डों में सैकड़ों की संख्या में मरीज व तीमारदार फंसे हुए हैं. सभी बचाने की गुहार लगा रहे थे. सरोजिनी नगर फायर स्टेशन प्रभारी सुमित प्रताप सिंह ने बताया कि 5 टीमों की सहायता से 200 से अधिक लोगों की जान बचाई गई. मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने तत्काल 4 रेस्क्यू टीमों और अग्निशमन अधिकारी रामकुमार रावत के नेतृत्व में 2 फायर फाइटिंग टीम का गठन किया. फायर फाइटिंग टीम को दो तरफ से आग को बुझाने के निर्देश दिए गए.
कैसे चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन: पहली टीम का नेतृत्व प्रभारी आलमबाग धर्मपाल सिंह कर रहे थे. वो आईसीयू वार्ड के बाहरी दीवार की तरफ से दो लैडर लगाकर गंभीर मरीजों को निकालने लगे. वहीं, दूसरी टीम का नेतृत्व अग्निशमन अधिकारी सुशील कुमार व तीसरी टीम का नेतृत्व प्रभारी सरोजनी नगर सुमित प्रताप सिंह कर रहे थे. आईसीयू वार्ड में सीढ़ी के रास्ते जाकर मरीजों को रेस्क्यू किया जाने लगा.
चौथी टीम का नेतृत्व प्रभारी चौक पुष्पेंद्र कुमार कर रहे थे. वे स्मोक एग्जोस्ट सही जगह लगाकर दरवाजा खुलने पर वार्ड की ओर जाने वाले विषाक्त धुएं को रोकने और सीढ़ी के रास्ते निकाले गए मरीजों को पहली मंजिल से एंबुलेंस तक पहुंचाने का काम कर रहे थे. दर्जनों मरीजों को बाहरी दीवार पर लगी सीढ़ी के सहारे प्रभारी आलमबाग के नेतृत्त्व में अपार साहस और धैर्य के साथ सुरक्षित निकालकर एंबुलेंस की सहायता से नजदीकी अस्पताल भिजवाया गया.
रूला देने वाला था आईसीयू के अंदर नजारा: आग लगने के बाद तीमारदार विलख रहे थे. तापमान बढ़ने और जहरीले धुएं की वजह से कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था. लोग चीख-चीखकर अपनी और अपनों को बचाने की गुहार लगा रहे थे. एक महिला मरीज जो हताहत पड़ी थी, घबराकर बेड से गिरने ही वाली थी कि सुमित प्रताप सिंह ने उन्हें फायर मैंन लिफ्ट मैथड से सुरक्षित जगह पहुंचाया. एक पुरुष मरीज जो गहरी-गहरी सांसे ले रहा था, उसे मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने मैन लिफ्ट मैथड से सुरक्षित जगह पहुंचाया. वह सीएफओ मंगेश कुमार के गले लगकर बुरी तरह चीखने लगा.
5 घंटे में आग पर काबू पाया गया: रेस्क्यू काम पूरा होने के बाद अस्पताल में सर्च एंड ऑपरेशन चलाया गया. यह सुनिश्चित हो जाने के बाद कि कोई भी मरीज या तीमारदार अब बिल्डिंग में नहीं है. इसके बाद सभी टीमें आग बुझाने में जुट गईं और कठिन परिश्रम और जद्दोजहद से करीब 5 घंटे में आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया. उपकरणों की मदद से पूरे भवन को वेंटिलेशन प्रदान करते हुए आग को बुझाया गया.
10 कर्मियों की तबीयत बिगड़ीः मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच करके जानकारी दी जाएगी. इस काम में अग्निशमन सेवा के आधे दर्जन से जायदा जांबाजों की तबीयत भी बिगड़ी. अधिकारी ने बताया कि ऑक्सीजन डिफीश्यिन्सी के कारण और अत्यधिक गर्मी में रेस्क्यू की वजह से सीएफओ मंगेश कुमार, सुशील कुमार अग्निशमन अधिकारी गोमती नगर, धर्मपाल सिंह प्रभारी आलमबाग, सुमित प्रताप सिंह प्रभारी सरोजनी नगर, पुष्पेंद्र कुमार प्रभारी चौक, फायरमैन राकेश गुप्ता, फायरमैन विवेक कुमार, फायरमैन प्रवेश कुमार, फायरमैन रजनीश सिंह की तबीयत खराब हो गई. इन्हें तत्काल लोकबंधु अस्पताल की इमरजेंसी यूनिट में भर्ती कराकर उपचार कराया गया.
हादसे की जांच के दिए गए आदेश: लखनऊ के लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय में आग लगने की घटना की जांच के निर्देश जारी हुए हैं. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर प्रमुख सचिव की ओर से जांच के लिए पत्र जारी किया गया है. डिप्टी सीएम का कहना है कि इस प्रकरण में यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी. भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसे लेकर भी जांच कमेटी अपने सुझाव देगी.
15 दिन में जांच रिपोर्ट: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि सोमवार रात लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय में लगी आग के मद्देनजर पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है. प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा को दिए गए निर्देश के क्रम में यह जांच कमेटी आग लगने के प्राथमिक कारण, किसी भी प्रकार की लापरवाही या दोष की पहचान (यदि कोई हो तो) एवं भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं के बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने संबंधित अपनी रिपोर्ट 15 दिन उपलब्ध कराएगी. डिप्टी सीएम ने बताया कि इस कमेटी के अध्यक्ष चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक होंगे. सदस्यों में विद्युत सुरक्षा निदेशालय के निदेशक, चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर निदेशक, अग्निशमन विभाग द्वारा नामित अधिकारी एवं चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं (विद्युत) के अपर निदेशक को शामिल किया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी.
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