लखनऊ: डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पुलिस के लिए भी डिजिटल अरेस्ट जैसी घटनाएं और साइबर अपराध चुनौती बना हुए हैं. अब लखनऊ में रहने वाले रिटायर डॉक्टर बीएन सिंह नाम को 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराधियों ने 95 लाख की ठगी कर ली. पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
लखनऊ के विराट खंड निवासी रिटायर्ड डॉक्टर बीएन सिंह ने साइबर थाने में दी शिकायत में बताया कि पिछले दिनों एक फोन आया था, जिसने अपने आपको कोरियर सर्विस कंपनी का कर्मचारी बताया. फोन करने वाले ने कहा कि आपका आधार कार्ड के नंबर का दुरुपयोग करते हुए अवैध सामान को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा जा रहा हैं. इस मामले की पुलिस जांच कर रही है. पुलिस अधिकारी आपसे बात करना चाहते हैं. इसके बाद खुद को कोरियर कंपनी का कर्मचारी बताने वाले व्यक्ति ने एक दूसरे व्यक्ति को कॉन्फ्रेंसिंग पर लिया. दूसरे व्यक्ति ने अपने आप को पुलिस अधिकारी बताते हुए रिटायर्ड डॉक्टर को 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा.
इस दौरान खुद को पुलिस अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने जांच को गोपनीय बताते हुए डॉक्टर से किसी से भी इस बात की चर्चा न करने की बात कही और जांच में सहयोग करने के नाम पर 95 लख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया. इसके बाद भी अपराधी डॉक्टर से 25 लाख रुपए की मांग करता रहा. जब अपराधियों द्वारा 25 लाख रुपये की अतिरिक्त डिमांड की गई तो डॉक्टर को समझ में आया कि उनके साथ ठगी हो गई. इसके बाद उन्होंने राजधानी लखनऊ स्थित साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई. साइबर थाने की इंस्पेक्टर बृजेश यादव ने बताया कि बुजुर्ग डॉक्टर द्वारा डिजिटल अरेस्ट का मामला बताते हुए एफआईआर दर्ज कराई है. बुजुर्ग से 95 लाख रुपए की ठगी की गई है. मामले की जांच की जा रही है. लगातार इस तरह के मामले दर्ज किया जा रहे हैं. इसके साथ ही इंस्पेक्टर ने जांच के नाम पर ऑनलाइन पैसे मांगने वाले से सावधान रहें.