सहरसा: बिहार के सहरसा में लूट केस का हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. जिले के सिमरी बख्तियारपुर में एक फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी द्वारा एक लाख 66 हजार 370 रुपये की कथित लूट का मामला पुलिस जांच में फर्जी निकला है. इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा सिमरी बख्तियारपुर एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर ने किया है.
लोन की राशि के लूट का मामला: एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि 4 अप्रैल को सिमरी बख्तियारपुर स्थित एक फाइनेंस कंपनी के शाखा प्रबंधक ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें बताया गया कि कंपनी में एफएलओ (फील्ड लोन ऑफिसर) के पद पर कार्यरत सुमन राज, जो सुपौल जिले के मरौना थाना क्षेत्र अंतर्गत मनिहारी वार्ड संख्या 04 का निवासी है, लोन की राशि वसूल कर कार्यालय लौटते समय लूट का शिकार हो गया.
लूट नहीं गबन का है मामला: शिकायत के अनुसार, सुमन राज ने बताया था कि सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के भोहरा के पास अज्ञात अपराधियों ने उससे 1,66,370 रुपये लूट लिए. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की घटनास्थल और परिस्थितियों की गहराई से जांच के दौरान पुलिस को मामला संदिग्ध लगा. जांच में खुलासा हुआ कि यह कोई लूट की वारदात नहीं थी, बल्कि यह गबन का मामला था.
कैसे हुआ खुलासा?: पुलिस ने सुमन राज को हिरासत में लिया और पूछताछ के दौरान उसने राज खोलना शुरू कर दिया. उसके पास से 94,000 रुपये नकद बरामद किए गए, जबकि शेष राशि का मोबाइल से ट्रांजैक्शन कर लिया गया था. बता दें कि पूछताछ के दौरान सुमन राज ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.
"जांच में खुलासा हुआ कि यह कोई लूट की वारदात नहीं थी, बल्कि यह गबन का मामला था. पुलिस ने सुमन राज को हिरासत में लिया और पूछताछ के दौरान उसने जुर्म कबूल कर लिया. उसके पास से 94,000 रुपये नगद बरामद किए गए, जबकि शेष राशि का मोबाइल से ट्रांजैक्शन कर लिया गया था."- मुकेश कुमार ठाकुर, एसडीपीओ, सिमरी बख्तियारपुर
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