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Himachal Heavy Rain: बारिश बरपा रही कहर, अब तक 125 की मौत, 34 लापता, 1235 करोड़ का नुकसान

हिमाचल में लगातार बारिश का दौर जारी
हिमाचल में लगातार बारिश का दौर जारी (FILE PHOTO)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : July 21, 2025 at 11:28 AM IST

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Updated : July 21, 2025 at 5:52 PM IST

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हिमाचल में कई स्थानों पर बीती रात से ही भारी बारिश का दौर लगातार जारी है. शिमला समेत कई स्थानों पर बारिश जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में 21 जुलाई से 23 जुलाई की शाम तक भारी वर्षा होने की संभावना है, जिससे प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं. ऐसे में प्रशासन ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. मौसम विभाग ने ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सोलन, सिरमौर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौजूदा हालात को देखते हुए सोमवार को शिमला और मंडी समेत अन्य जिलों में स्थानीय प्रशासन की ओर से स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए थे.

LIVE FEED

5:50 PM, 21 Jul 2025 (IST)

हिमाचल में नुकसान की बारिश

हिमाचल प्रदेश में इस बार भी मानसून तबाही मचा रहा है. साल 2023 में मची तबाही की यादें ताजा हो रही है. इस बार मानसून की जल्दी एंट्री के साथ ही तबाही की तस्वीरें सामने आने लगी थीं. और बीते करीब एक महीने में हिमाचल प्रदेश में 1200 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है.

हिमाचल में 20 जून को मानसून की एंट्री हुई थी. मानसून की पहली फुहार के साथ ही लैंडस्लाइड और बाढ़ जैसे हालात कई जगह पैदा हो गए थे. जिससे जान और माल की हानि हुई है. बीते एक महीने में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से सरकारी और निजी संपत्ति को 1235.74 करोड़ का नुकसान हो चुका है. राजस्व विभाग के डिजास्टर मैनेजमेंट सेल के मुताबिक 20 जून से 20 जुलाई तक प्रदेश में 125 लोगों की मौत हुई है. वहीं 34 लोग अभी लापता है. मानसून सीजन के दौरान 215 घायल हुए हैं.

इस दौरान प्रदेश में अब तक 1121 घरों को नुकसान हुआ है. इसमें 382 पक्के और कच्चे घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसी तरह से 739 पक्के और कच्चे घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है. वहीं प्रदेशभर में 264 दुकानें/फैक्ट्रियां और 952 गौशालाएं ध्वस्त हुई हैं. केंद्र की मदद के बिना हिमाचल को नुकसान की भरपाई करना काफी मुश्किल है. इसके अलावा हर बारिश के साथ ही सड़कों, पेयजल योजनाओं और ट्रांसफार्मर को भी नुकसान होता है. सड़क बंद होने के कारण आवाजाही में परेशानी होती है जबकि पेयजल योजनाओं और ट्रांसफार्मर के नुकसान से कई इलाकों में बिजली पानी पूरी तरह से ठप हो जाती है.

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5:02 PM, 21 Jul 2025 (IST)

सीएम सुक्खू की सांसदों से अपील

हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन में बारिश कहर बरपा रही है. जगह-जगह बाढ़ और भूस्खलन के कारण जान और माल का बहुत नुकसान हुआ है. ऐसे में हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देश की सबसे पड़ी पंचायत यानी संसद से इस मुश्किल दौर से मदद की उम्मीद लगाई है. दरअसल लोकसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हुआ है. जिसे देखते हुए हिमाचल के मुख्यमंत्री ने देश की सभी जनप्रतिनिधियों समेत हिमाचल से लोकसभा और राज्यसभा सांसदों से आपदा के इस मुश्किल दौर में छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की आवाज बनने का आग्रह किया है.

सीएम सुक्खू ने सोशल मीडिया पर देश के सभी सांसदों से अपील करते हुए पोस्ट शेयर की है. उन्होंने लिखा कि आप सभी सांसदों को इस बात की जानकारी होगी कि हिमाचल प्रदेश भीषण प्राकृतिक आपदा से गुज़र रहा है. इस आपदा में लोगों के आशियाने उजड़ गए, जानें चली गईं, जीवन भर की पूंजी और उम्मीदें मलबे में दबने से लोग पीड़ा में हैं. मुख्यमंत्री ने लिखा है कि मेरा देश के सभी सम्मानित जनप्रतिनिधियों और लोकसभा एवं राज्यसभा में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे सांसदों से आग्रह है कि वे इस सत्र में हिमाचल की आवाज़ बनें. हिमाचल प्रदेश के लिए 'विशेष आपदा राहत पैकेज' की मांग करें. इसके साथ ही बार-बार आने वाली आपदाओं के कारण जानने और उसे रोकने के लिए एक ठोस पहल पर भी चर्चा की जाए. उन्होंने लिखा है कि एक राज्य के दुख और पीड़ा में होने पर पूरे देश का उसके साथ खड़ा होना ही हमारे लोकतंत्र और मानवता की पहचान है.

3:06 PM, 21 Jul 2025 (IST)

नाथपा झाकड़ी पावर हाउस बंद, सतलुज नदी में गाद आने से बिजली उत्पादन ठप

किन्नौर जिले में सतलुज नदी में गाद की मात्रा में लगातार वृद्धि के कारण नाथपा झाकड़ी पावर हाउस को अस्थाई रूप से बंद करने का फैसला लिया गया है. सोमवार दोपहर 12 बजे नाथपा बांध (वांगटू) में गाद का स्तर खतरनाक सीमा तक पहुंच गया और 6299 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) दर्ज किया गया. तय मानकों के अनुसार यह स्तर बिजली उत्पादन के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता. इसी वजह से सुरक्षा उपायों के तहत जलाशय की फ्लशिंग प्रक्रिया दोपहर 12:45 बजे शुरू कर दी गई है. पावर हाउस के बंद होने के बाद डेम से पानी के गेट खोल दिए गए हैं. नाथपा डैम से सतलुज नदी में डाउनस्ट्रीम की ओर लगभग 1400 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा. प्रशासन ने नदी के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों, मछुआरों, पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है. लोगों से अपील की गई है कि सतलुज नदी के किनारे न जाएं और नदी से उचित दूरी बनाकर रखें.

Nathpa Jhakri Power House closed
नाथपा झाकड़ी पावर हाउस बंद (File Photo)

2:21 PM, 21 Jul 2025 (IST)

चंबा में बारिश से हाल बेहाल

जिला चंबा में रविवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार चंबा जिले में कुल 39 सड़कें बंद हैं. सबसे अधिक सड़कें तीसा में बंद हैं. यहां लगभग 18 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा 214 ट्रांसफॉर्मर बंद पड़े हैं, जिससे कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित है. साथ ही 62 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिनसे हजारों लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. भारी बारिश के चलते जिले में 5 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा एक गौशाला व एक छोटा पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गया है.

2:18 PM, 21 Jul 2025 (IST)

सरकार पर लगाया राजनीति करने का आरोप

जयराम ठाकुर ने शिमला में प्रेस वार्ता में सुक्खू सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को ऐसे समय में राजनीति नहीं करनी चाहिए. आपदा में सरकार ने सराज को पटवारी के भरोसे छोड़ दिया. इलाके में लोक निर्माण विभाग को 500 करोड़ का नुकसान हुआ, लेकिन मुख्यमंत्री केवल एक करोड़ देकर गए. सरकार को लोगों के पुनर्वास पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.

2:18 PM, 21 Jul 2025 (IST)

जयराम ठाकुर ने बयां किया सराज का दर्द

20 दिनों के बाद मंडी के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करके शिमला लौटे नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने मंडी में बारिश से हुई तबाही के हालात बयां किए. जयराम ठाकुर ने कहा कि 30 साल का विकास शून्य हो गया है और एक रात में 24 जिंदगियां चली गईं. सराज, करसोग और नाचन विधानसभा क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. अब तक 1000 करोड़ का नुकसान अकेले मंडी जिला में हुआ है और 5 हजार घर सराज विधानसभा क्षेत्र में पूरी तरह प्रभावित हुए हैं.

1:29 PM, 21 Jul 2025 (IST)

सड़कें बंद, पानी-बिजली ठप

प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सबसे ज्यादा असर हिमाचल की लाइफलाइन कही जाने वाली सड़कों पर पड़ा है. रविवार रात से हो रही झमाझम बारिश के कारण प्रदेशभर में 468 सड़कें बंद हैं. सबसे ज्यादा बुरा हाल मंडी जिले का है जहां 150 से ज्यादा सड़कें बंद हैं. इनमें चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे भी है. जिससे रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं. जगह-जगह लैंडस्लाइडिंग के साथ-साथ नदी नालों का जलस्तर भी मुश्किलें बढ़ा रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बिजली पानी की भी समस्या खड़ी हो गई है. आसमान से बरसी इस आफत के कारण 676 पेयजल योजनाएं बाधित हुई हैं वहीं 1199 ट्रांसफार्मर भी ठप हुए हैं. जिसके कारण कई इलाकों में बिजली और पानी की किल्लत का सामना भी करना पड़ रहा है.

1:27 PM, 21 Jul 2025 (IST)

चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे बंद

हिमाचल प्रदेश में बीती रात से हो रही लगातार बारिश के कारण जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रही है. जिसके चलते कई सड़कें बंद हैं. चंडीगढ-मनाली नेशनल हाइवे पर जगह-जगह लैंडस्लाइड के कारण सुबह से ही हाइवे बंद है. दोपहर में दवाड़ा के पास पहाड़ी से पत्थर गिरे हैं. लगातार गिर रहे पत्थरों को देखते हुए इन्हें हटाने के काम दोपहर बाद भी शुरू नहीं हो पाया था.

गौरतलब है कि लगातार बारिश के कारण मंडी जिले के तीनों नेशनल हाइवे पर लगातार लैंडस्लाइड हो रहा है. यही वजह है कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे पर सुबह से ही वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी. यातायात को पूरी तरह रोका गया है और प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है. जिले में 170 से अधिक सड़कें बाधित हो गई हैं. जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

1:05 PM, 21 Jul 2025 (IST)

पंडोह के बाद लारजी डैम से छोड़ा जा रहा पानी

मंडी जिला के लारजी डैम से 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, इससे ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ सकता है. लारजी डैम में पीछे से 70 हजार क्यूसेक पानी पहुंच रहा है और इतना ही पानी आगे छोड़ा जा रहा है.

12:29 PM, 21 Jul 2025 (IST)

चंडीगढ़-मनाली पर गिरे पत्थर

चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर दवाड़ा के पास फिर बड़े-बड़े पत्थर गिरे हैं. अभी भी पत्थरों के गिरने का खतरा लगातार बना हुआ है. इसके चलते पत्थरों को हटाने का काम अभी शुरू नहीं हुआ है. यातायात को सुबह से ही पूरी तरह से रोक दिया गया है. मौके पर तैनात पुलिस जवान हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.

चंडीगढ़ मनाली एनएच पर गिरे पत्थर
चंडीगढ़ मनाली एनएच पर गिरे पत्थर (ETV Bharat)

12:10 PM, 21 Jul 2025 (IST)

कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी

22 जुलाई को सिरमौर व सोलन जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू व शिमला में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने का येलो अलर्ट जारी किया गया है. खराब मौसम के कारण रविवार को कांगड़ा, कुल्लू और शिमला हवाई अड्डे पर एक भी उड़ान नहीं हुई. धुंध के कारण कम विजिबिलिटी न होने के कारण उड़ानों को रद्द कर दिया गया. वहीं, मानसून के कारण प्रदेश में अभी भी करीब 468 सड़कें, 676 ट्रांसफार्मर और पेयजल आपूर्ति की 1199 परियोजनाएं बाधित हैं.

12:05 PM, 21 Jul 2025 (IST)

किन्नौर में एन-5 बंद

वहीं, किन्नौर के सांगला समीप टोंगटोंगचे और गांग गारंग खड्ड में सोमवार सुबह तकरीबन 6 बजे के आसपास भयंकर बाढ़ आई है, जिसके चलते खड्ड के करीब सेब के बगीचों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इससे सेब बगीचो को नुकसान हुआ है. वहीं, दूसरी ओर जिला किन्नौर के पागल नाला में सोमवार सुबह तकरीबन 8:20 बजे के आसपास भारी फ्लैश फ्लड आया है. इससे NH-5 पूरी तरह से बंद हो गया. सड़क के दोनों ओर वाहनों की लम्बी लम्बी कतारें लगी हुई हैं.

12:04 PM, 21 Jul 2025 (IST)

उफान पर कुल्लू में नदी नाले

जिला कुल्लू में रात से बारिश हो रही है. भारी बारिश होने से नदी-नालों में जलस्तर बढ़ गया है और ये पूरे उफान पर हैं. कई स्थानों पर भारी भूस्खलन होने से एनएच 305 सहित कई सड़कें बंद हैं. ब्यास नदी के अलावा तीर्थन, पिन पार्वती, जीभी खड्ड और सबी तमाम नदी-नालों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. भारी बारिश के कारण मंडी से कुल्लू सड़क बंद हो गई है. 4 मील और 9 मील में पहाड़ी से भूस्खलन हुआ है. दोनों ओर लंबा जाम लगा हुआ है. थलोट में भी टनल का एक मुहाना भूस्खलन के चलते पूरी तरह से बंद हो गया है. बंजार से आनी, सैंज से सीउंड सड़क भूस्खलन के कारण बंद हो गई है.

12:01 PM, 21 Jul 2025 (IST)

मंडी में फिर आफत

पिछले 12 घंटे से जारी मूसलाधार बारिश के चलते मंडी जिला के छोटे-बड़े सभी नदी नाले उफान पर हैं, वहीं तीन प्रमुख नेशनल हाईवे पर भी जगह-जगह लैंडस्लाइड़ का सिलसिला लगातार जारी है. रविवार रात 10 बजे से 4 मील, 9 मील, पंडोह से आगे कैंची मोड, मून होटल के पास और डयोड फ्लाईओवर के पास पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिससे मनाली-चंडीगढ़ फोरलेन पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. लगातार हो रही बारिश के चलते एनएचएआई को सड़क मार्ग को खोलने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. मंडी कोटली और मंडी-पठानकोट हाईवे भी जगह जगह भूस्खलन के कारण बंद पड़े हुए है. इन नेशनल हाइवे के अलावा जिला में 170 से अधिक सड़क मार्ग बाधित हुए है.

एनएचएआई की मशीनरी मौके पर मौजूद है, बारिश थमते ही चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाइवे की बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.-पंडोह चौकी प्रभारी अनिल कटोच

11:57 AM, 21 Jul 2025 (IST)

पंडोह डैम से छोड़ा गया पानी

लगातार बारिश के चलते ब्यास नदी के जलस्तर में इजाफा हो गया है, जिसके चलते बीबीएमबी प्रबंधन ने पंडोह डैम के पांचो गेट खोल दिए हैं. गेट के माध्यम से ब्यास नदी में बीबीएमबी ने 42 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा रहा है. फिलहाल डैम का जलस्तर लगभग 2920 फीट रिकॉर्ड किया गया है, जो अभी खतरे के निशान 2941 फीट से काफी नीचे है. बीबीएमबी पंडोह के अधिशासी अभियंता चंद्रमणि शर्मा ने बताया कि 'स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और घबराने जैसी कोई बात नहीं है. जलस्तर को लगातार मॉनिटर किया जा रहा है, और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें अलर्ट पर हैं. इसके अलावा पंडोह डैम से बग्गी सुंरग में भी 2000 क्यूसेक पानी भेजा जा रहा है. उधर, पंडोह डैम के पांचो गेट खुलने के बाद ब्यास नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो गई है. ऐसे में जिला प्रशासन और बीबीएमबी प्रबंधन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से ब्यास नदी की ओर न जाने की अपील की है. साथ ही प्रशासन ने स्थानीय लोगों से मवेशियों को भी नदी से दूर रखने हिदायत दी है.'

10:55 AM, 21 Jul 2025 (IST)

चंबा में पति-पत्नी की मौत

चंबा की चड़ी पंचायत में भूस्खलन से मकान क्षतिग्रस्त हो गया. इसके कारण एक दंपत्ति की मौत हो गई. मृतक सनी अपनी पत्नी पल्लवी के साथ ससुराल आया था. हादसे के समय दोनों घर के अंदर मौजूद थे. इसी दौरान मकान क्षतिग्रस्त होने से दोनों की मौत हो गई. सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और प्रशासन को भी सूचित किया.

10:52 AM, 21 Jul 2025 (IST)

कई जिलों में स्कूल बंद

बीती रात से हिमाचल में बारिश का दौर जारी है. सुरक्षा के नजरिए से हिमाचल के तीन जिलों शिमला, मंडी, चंबा के कई उपमंडलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. जिला शिमला के तहत कुमारसैन सब डिविजन, रोहडू तहसील और सब तहसील, जुब्बल, चौपाल और सुन्नी सब डिविजन के तहत सभी शिक्षण संस्थानों में आज बंद रखा गया है. मंडी के करसोग में भारी बारिश के कारण स्कूल आज बंद रखे गए हैं. चंबा के चुराह में स्कूल बंद करने का ऐलान किया गया है.

Last Updated : July 21, 2025 at 5:52 PM IST