हिमाचल प्रदेश में इस बार भी मानसून तबाही मचा रहा है. साल 2023 में मची तबाही की यादें ताजा हो रही है. इस बार मानसून की जल्दी एंट्री के साथ ही तबाही की तस्वीरें सामने आने लगी थीं. और बीते करीब एक महीने में हिमाचल प्रदेश में 1200 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है.
हिमाचल में 20 जून को मानसून की एंट्री हुई थी. मानसून की पहली फुहार के साथ ही लैंडस्लाइड और बाढ़ जैसे हालात कई जगह पैदा हो गए थे. जिससे जान और माल की हानि हुई है. बीते एक महीने में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से सरकारी और निजी संपत्ति को 1235.74 करोड़ का नुकसान हो चुका है. राजस्व विभाग के डिजास्टर मैनेजमेंट सेल के मुताबिक 20 जून से 20 जुलाई तक प्रदेश में 125 लोगों की मौत हुई है. वहीं 34 लोग अभी लापता है. मानसून सीजन के दौरान 215 घायल हुए हैं.
इस दौरान प्रदेश में अब तक 1121 घरों को नुकसान हुआ है. इसमें 382 पक्के और कच्चे घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसी तरह से 739 पक्के और कच्चे घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है. वहीं प्रदेशभर में 264 दुकानें/फैक्ट्रियां और 952 गौशालाएं ध्वस्त हुई हैं. केंद्र की मदद के बिना हिमाचल को नुकसान की भरपाई करना काफी मुश्किल है. इसके अलावा हर बारिश के साथ ही सड़कों, पेयजल योजनाओं और ट्रांसफार्मर को भी नुकसान होता है. सड़क बंद होने के कारण आवाजाही में परेशानी होती है जबकि पेयजल योजनाओं और ट्रांसफार्मर के नुकसान से कई इलाकों में बिजली पानी पूरी तरह से ठप हो जाती है.
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