बलौदा बाजार : ग्राम पंचायत सलोनी में पिछले कुछ महीनों से अवैध शराब माफिया सक्रिय है.हालात ये बन चुके हैं कि अब इस गांव में रहने वाले लोगों समेत सरपंच और पंचों को जान से मारने की धमकी शराब माफिया दे रहा है.ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस और आबकारी विभाग की उनकी फरियाद नहीं सुनता है. ईटीवी भारत के संवाददाता चंद्रकांत वर्मा से हुई खास बातचीत में गांव की महिलाओं और सरपंच ने अपनी परेशानियां साझा की हैं. इस बात को उजागर किया है कि सलोनी में शराब माफियाओं का नेटवर्क किस कदर मजबूत हो चुका है.
विरोध करने पर मिली धमकी : गांव में कच्ची महुआ शराब का अवैध कारोबार खुलेआम चल रहा है. जिससे गांव का माहौल बुरी तरह से बिगड़ चुका है. बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग तक शराब के आदी हो चुके हैं.गांव वालों का कहना है कि हालात ये है कि स्कूल जाने वाले छात्र भी शराब पीने लगे हैं. सलोनी गांव की महिलाओं ने बताया कि जब उन्होंने इस अवैध धंधे का विरोध किया, तो माफिया ने उन्हें धमकी दी. गांव के सरपंच और पंचगण को न केवल गालियां दी गईं, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी गई.
हमने कई बार प्रशासन को सूचित किया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. शराब माफिया खुलेआम धमकियां दे रहे हैं. हमारे बच्चों का भविष्य खतरे में है.हमें डर है कि कहीं हमें ही कुछ हो न जाए. हम प्रशासन से उम्मीद करते हैं कि वे हमारे सुरक्षा की जिम्मेदारी लें और इस अवैध कारोबार पर रोक लगाए- सुशीला पटले,ग्रामीण महिला

हमने अवैध शराब के खिलाफ आवाज उठाई, तो हमें गाली-गलौज की गई.पुलिस और आबकारी विभाग को कई बार सूचित किया गया, लेकिन माफियाओं के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया. हम नहीं चाहते कि हमारे गांव का माहौल और बिगड़े.अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए तो हम उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे- बंशी बंजारे, सरपंच
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि पहले ऐसा नहीं था, लेकिन अब छोटे-छोटे बच्चे शराब के नशे में धुत हो रहे हैं. हमें डर है कि यह सब हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए खतरे का कारण बनेगा. अगर पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो हम खुद सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे.सलोनी गांव के ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्दी कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है.शराब माफियाओं का नेटवर्क इतना मजबूत हो चुका है कि गांव में कानून और व्यवस्था के लिए अब प्रशासन को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है. वहीं पुलिस के आला अफसर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.
हमने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जल्द ही अवैध शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ग्रामीणों की सुरक्षा हो और इस अवैध कारोबार को समाप्त किया जाए- विजय अग्रवाल, एसएसपी
ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर उनके गांव में अवैध शराब के कारोबार पर रोक नहीं लगी और पुलिस प्रशासन ने निष्क्रियता दिखाई. तो वे आंदोलन करने को तैयार हैं. अब सवाल ये है कि क्या प्रशासन इस बार ग्रामीणों की आवाज सुनेगा या फिर शिकायतों की पोटली सिर्फ एक कोने में पड़ी धूल खाती रहेगी.
श्मशान घाट की भूमि पर अतिक्रमण : बलौदा बाजार जिले में अब श्मशान भूमि भी सुरक्षित नहीं है.ग्राम पाटन की श्मशान भूमि और चारागार में अवैध तरीके से अतिक्रमण किया गया है. जिसे लेकर ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है. इसी क्रम में ग्रामीणों का एक दल कलेक्टर से मिला और बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण हटाने की गुहार लगाई.
लवन थाना क्षेत्र में मिला शव : एक तरफ गांव के लोग शराब माफिया और अतिक्रमण से परेशान हैं.तो दूसरी तरफ जिले में अपराध बेकाबू है.जिले के लवन थाना क्षेत्र के ग्राम डोंगरीडीह में नदी किनारे रेत घाट पर एक नाबालिग का शव मिला है.शव की शिनाख्त 14 वर्षीय निरंजन घृतलहरे के तौर पर हुई जो दो दिन पहले लापता हुआ था. पुलिस ने प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका जताते हुए जांच शुरु की है.इस पूरे मामले पर बलौदा बाजार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बताया कि लवन थाने में दो दिन पहले बालक के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी. उसका शव नदी किनारे रेत घाट पर झाड़ियों में मिला है. फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम मौके पर पहुंच चुकी है और जांच जारी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असली वजह का खुलासा हो पाएगा.हम हर एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं.
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