अजमेर: पुष्कर के गोवलिया गांव निवासी बीएसएफ जवान सागर सिंह रावत की हिसार में हुई मौत के बाद पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा, जहां सैन्य सम्मान के साथ नाम आंखों से उनका अंतिम संस्कार किया गया. अन्त्येष्टि के दौरान बड़ी संख्या में गोवलिया गांव समेत आसपास के दर्जनों गांव के ग्रामीण मौजूद रहे. इस दौरान बीएसएफ के सशस्त्र जवानों ने हवाई फायर कर जवान सागर सिंह रावत को श्रद्धांजलि दी. बता दें कि बीएसएफ जवान सागर सिंह रावत की हरियाणा के हिसार में संदिग्ध मौत हो गई थी.
सोमवार को जवान की पार्थिव देह सेना के ट्रक में पैतृक गांव गोवलिया पंहुची. साथ में बीएसएफ के अधिकारी और जवान भी मौजद रहे. गांव के सरपंच समुद्र सिंह रावत ने बताया कि 22 वर्षीय सागर सिंह रावत 2 वर्ष पहले ही अग्निवीर भर्ती के जरिए बीएसएफ में भर्ती हुआ था. इसके बाद से ही वह हरियाणा के हिसार में तैनात था.

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लोगों ने नम आंखों से दी विदाई: उन्होंने बताया कि सागर सिंह के पिता गुमान सिंह रावत किसान हैं और वो लकवे से ग्रस्त हैं. उनका छोटा बेटा किसानी करता है. सागर सिंह तीन भाई हैं. बड़ा भाई भी सेना में है और पोकरण में तैनात है. उन्होंने बताया कि सागर सिंह की मौत कैसे हुई ? फिलहाल इसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं है. गांव में उसकी मौत को लेकर चर्चाएं भी है. सूचना मिलने के बाद तहसीलदार मुकेश यादव और पुष्कर थाना प्रभारी विक्रम सिंह भी मौके पर पहुंचे. सैन्य सम्मान के साथ बीएसएफ जवान सागर सिंह रावत का अंतिम संस्कार किया गया.