ललितपुर : थाना नाराहट क्षेत्र के अपराध रोकने, शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न करने में नाकाम रहे प्रभारी निरीक्षक थाना नाराहट प्रमोद कुमार को पुलिस अधीक्षक मो मुश्ताक़ ने निलंबित कर दिया है. पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी की विभागीय जांच की भी संस्तुति की है.
बताया गया कि थाना नाराहट थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले व्यक्ति ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर बताया था कि उसकी पुत्री (21) ने बीती 2 जून को 5.30 बजे घर में आत्महत्या कर ली थी. परिजनों ने पुत्री के पास से मिले सुसाइट नोट के आधार पर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी. दो पन्नों के सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण गांव के ही कुछ लोगों को बताया गया था. जिसमें इन्द्रपाल, दीपू, मुली व भगुन्ती के नाम का जिक्र था. सुसाइड नोट के अनुसार बीती 31 मई शनिवार को बालिका शौच गई थी. इस दौरान गांव के अस्सु अहिरवार ने उसे रोका और आगे कार्रवाई न करने की बात कहते हुए पिता व भाई को मारने की धमकी दी.
युवती के पिता का आरोप है कि शिकायतों के बावजूद पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की. इससे आरोपियों का मनोबल बढ़ता गया और अंत में पीड़ित युवती ने आत्मघाती कदम उठा लिया. इस मामले में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जगदीश सिंह लोधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर नाराहट थाने के पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी.
पुलिस अधीक्षक मो. मुश्ताक ने बताया कि प्रथमदृष्ट्या नाराहट थाना प्रभारी प्रमोद कुमार की लापरवाही सामने आई है. इसके चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और विभागीय कार्यवाही प्रचलित है. साथ ही आरोपियों पर कार्रवाई और घटना के बाबत नए सिरे से जांच की जा रही है.