बिलासपुर: अक्सर आपने मकान निर्माण में राज मिस्त्री का काम करते हुए पुरुषों को ही देखा होगा. लेकिन बदलते दौर में महिला भी अब इस पेशे में हाथ आजमाने लगी हैं. बिलासपुर जिले के कोटा की रहने वाली अनीता गंधर्व एक ऐसी ही महिला है जो राज मिस्त्री का काम करती हैं. जिस सफाई के साथ दीवार पर ईंट को बैठाती हैं, उसपर प्लास्टर चढ़ाती हैं उसे देखकर आप भी दांतों तले उंगली दब लेंगे.
रानी मिस्त्री की तारीफ कर चुके हैं पीएम: अनिता गंधर्व आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. अनिता की तारीफ तो खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं. अपने बिलासपुर दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच से अनिता गंधर्व की तारीफ करते हुए कहा था कि अनिता पूरे छत्तीसगढ़ के लिए महिला सशक्तिकरण की मिसाल हैं. अनीता गंधर्व को इलाके के लोग सम्मान से रानी मिस्त्री कहकर बुलाते हैं.
अनिता गंधर्व जैसा बनना चाहती हैं महिला कुली: जिन हितग्राहियों को पीएम आवास आवंटित हुआ है या फिर किसी का मकान बन रहा है वो चाहता है कि रानी मिस्त्री ही उनके घर का काम करें. रानी मिस्त्री को जहां भी काम मिलता है वो समय से पहुंचती हैं और कड़ी मेहनत कर मकान को मजबूत और सुंदर बनाने का काम करती हैं. रानी मिस्त्री के काम की सराहना आज पुरुष राज मिस्त्री भी करते हैं. रानी को काम करते देख कई महिला कुली भी उसके जैसा बनने का सपना देखने लगी हैं. रानी मिस्त्री सभी को इस काम में आगे आने के लिए प्रोत्साहित भी कर रही हैं.
लगन और अनुभव ने बनाया बेहतरीन कारीगर: रानी बताती हैं कि पहले तो लोग उसे काम नहीं देते थे. और जब काम मिला तो उसने अपनी लगन से लोगों के सपनों के घर को इतना सुंदर और टिकाऊ बनाया किया लोग खुद उसके काम की पब्लिसिटी करने लगे. अब अनीता के पास इतना काम है कि उसे सांस लेने की भी फुर्सत नहीं मिलती है.
पति और ससुर ने बढ़ाया हौसला: पति, ससुर और सरपंच ने दिया साथ: अनीता गंधर्व जब इस काम को करने के लिए मैदान में उतरी तो अनीता के ससुर और पति ने उसका हौसला बढ़ाया. उसे बताया कि वो इस काम को बखूबी कर सकती है. उसे समाज और गांव की परवाह करने की कोई जरुरत नहीं है. बिहान योजना का काम देखने वाले जिले के अधिकारियों ने भी अनीता का साथ दिया. अनीता को स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनने वाले शौचालय निर्माण का काम सौंपा गया. अनीता ने कड़ी मेहतन से गांव में बनने वाले शौचालयों को बनाया जो मजबूती में बेमिसाल साबित हुई. गांव के लोगों ने अनीता के मेहनत और काम की खूब तारीफ की.
मेहनत से पाया मुकाम: ईटीवी भारत की टीम जब अनीता गंधर्व से मिलने पहुंची तो वो एक मकान के निर्माण कार्य में जुटी मिली. अपना काम खत्म करने के बाद अनीता ने बताया कि गांव की महिलाएं अब उससे राज मिस्त्री का काम सीखना चाहती हैं. अनीता ने गांव के पास छोटा सा होटल भी खोल रखा है. गांव के लोग अनीता गंधर्व को कभी रानी मिस्त्री तो कभी लखपति दीदी के नाम से भी बुलाते हैं. अनीता कहती हैं कि उनको जब को काम देता है तो कहता है आप हमारा घर बनाएंगी तो मजबूत ही बनाएंगी. अनीता ने ये भरोसा अपनी मेहतन की बदौलत बनाया है.