कुल्लू: ऐसा कहा जाता है कि पसीने की स्याही से जो अपनी मेहनत को लिखते हैं, उनके मुकद्दर के पन्ने कभी खाली नहीं रहते. कुछ ऐसा ही जिला कुल्लू के युवा आइकॉन सुमित ठाकुर ने कर दिखाया है, उन्हें भारत सरकार ने दो राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया. सुमित ठाकुर ने अपने इस उपलब्धि से हिमाचल प्रदेश का मान देशभर में बढ़ाया है.
सुमित ठाकुर को यह पुरस्कार वर्ष 2021 और 22 में रक्तदान जन जागरूकता कार्यक्रमों, अंगदान, युवाओं को समाज सेवा से जोड़ने, भारत सरकार की योजनाओं को गरीब व असहाय लोगों तक पहुंचाने और कोविड काल में बेहतरीन सेवा-जागरूकता कार्य करने के लिए मिला है.

सुमित ठाकुर मनाली के साथ लगते शुरू गांव से संबंध रखते हैं. सुमित ठाकुर के मन में स्कूली समय से ही जनसेवा का ऐसा भाव जागृत हुआ कि उन्होंने उसे अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया. सुमित की सेवा और जागरूकता कार्य करने की लगन आज युवाओं की प्रेरणा बन गई है.
2 दिवसीय विकसित भारत युवा संसद के समापन समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए युवाओं को संबोधित किया, साथ ही चुनें गए विजेताओं को सम्मानित भी किया। इन युवाओं के विचार और उनकी प्रतिभा सराहनीय है।
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) April 3, 2025
इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय युवा पुरस्कार (2021-22, 2022-23) के विजेताओं को… pic.twitter.com/3eC73iWJw2
गौरतलब है कि देश के 7 करोड़ युवाओं में से 11 युवाओं का चयन भारत सरकार के युवा सेवा एवं खेल मंत्रालय द्वारा इस राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए किया गया था. बीते दिन केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा खडसे, युवा मामले एवं खेल मंत्रालय सचिव मीता राजीव लोचन के हाथों से सुमित ठाकुर को दिल्ली में सम्मानित किया गया.
पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने सुमित को दी बधाई
पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने बधाई देते हुए कहा, "सुमित की इस उपलब्धि से हिमाचल प्रदेश सहित जिला कुल्लू का नाम रोशन हुआ है. सुमित को इससे पूर्व भी राष्ट्रीय सेवा योजना में बेहतरीन कार्यों हेतु राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है, जो प्रमाणित करता है कि सुमित निरंतर समाज सेवा में अपना योगदान दे रहें है और युवाओं को रक्तदान के लिए प्रेरित कर रहें हैं".
बता दें कि सुमित ठाकुर युवा एनजीओ के साथ निरंतर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिले के युवाओं को समाज सेवा में जोड़कर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अभिनीत कर रहें है. सुमित युवा एनजीओ जो प्रदेश के हर जिले में कार्य कर रही है, उसके सह-संस्थापक सदस्य व पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में सीईओ भी है.
सुमित ठाकुर ने पुरस्कार मिलने पर इसका श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों, रिश्तेदारों और अपने साथियों को दिया है, जिन्होंने हर परिस्थितियों में उनका साथ दिया है.
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