कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने के बाद अब यहां पर सैलानियों की आवाजाही जारी है. वहीं, अप्रैल के बाद गर्मियों में टूरिस्ट सीजन भी शुरू हो जाएगा. ऐसे में पर्यटन कारोबार को लेकर पर्यटन कारोबारी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं. वहीं, जिला कुल्लू की बात करें तो यहां की खूबसूरत वादियों का दीदार करने के लिए भी हर साल लाखों सैलानी आते हैं. ऐसे में सैलानी जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली, मणिकर्ण और बंजार घाटी का सबसे ज्यादा रुख करते हैं. उपमंडल बंजार में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो बीते कुछ सालों से सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं, लेकिन बंजार की ओर जाने वाली खस्ताहाल सड़क के चलते यहां का पर्यटन कारोबार धीमा होता जा रहा है.
2010 में मिला था हाईवे का दर्जा, अब तक बदहाली जारी
जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार के लिए जिला मंडी के ओट से नेशनल हाईवे-305 गुजरता है. ये नेशनल हाईवे लारजी, बंजार, जलोड़ी दर्रा, आनी से होते हुए लुहरी तक जाता है, लेकिन बीते कई सालों से इस सड़क की हालत काफी खराब है. हालांकि साल 2010 में इस सड़क को नेशनल हाईवे का दर्जा दिया गया था. मगर अभी तक ना तो यह सड़क डबल लेन हो पाई और ना ही इसकी खराब हालत में कोई सुधार आया है. अब बंजार घाटी के पर्यटन कारोबारियों ने भी प्रदेश सरकार व एनएचएआई को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही इसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो 1 अप्रैल को बंजार के मुख्यालय में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

"यहां पर खराब सड़क के चलते ट्रैफिक जाम की हालत बहुत खराब है. जो बस सुबह 9:00 बजे पहुंचनी चाहिए, वो 12 या फिर 1:00 बजे पहुंचती है. जिस कारण स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों को भी परेशानी होती है. इसके अलावा मरीजों को भी अगर बंजार या फिर कुल्लू जाना हो, तो उन्हें एक दिन पहले ही आना पड़ता है, ताकि वह समय पर अस्पताल में अपना इलाज करवा सकें. ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह इस सड़क की हालत को जल्द सुधारे." - भावना चौहान, स्थानीय निवासी, बंजार

बरसात में जगह-जगह से धंस गया है हाईवे
स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें 97 किलोमीटर लंबे एनएच-305 का काम शुरू होने की उम्मीद बंधी थी, लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हो पाया है. औट-बंजार-लुहरी-सैंज को एनएच का दर्जा दिए 10 साल से ज्यादा हो गया है, लेकिन इसकी हालत लिंक रोड से भी ज्यादा दयनीय है. जिला मुख्यालय कुल्लू से मात्र आनी की दूरी तय करने में बस को 6 से 7 घंटे लग जाते हैं. यह रोड आउटर सराज और इनर सराज को भी जोड़ता है. पिछली बरसात में यह एनएच बहुत जगह से धंस गया था, लेकिन उन जगहों का आज तक पुनर्निर्माण नहीं हो सका है. ऐसे में कम चौड़ाई की ये सड़क, कई जगह से धंसी व टूटी हुई और कई जगह पर बहुत ही तीखा ग्रेड होने के कारण बहुत खतरनाक हो गई है. इस रूट पर पिछले कुछ सालों में कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं.

तीर्थन घाटी में बढ़ा पर्यटन, एनएच पर लग रहा लंबा जाम
पिछले कुछ सालों से तीर्थन घाटी में खासकर गुशैनी, जीभी, बठाड़, शोझा-जलोड़ी, सरयोलसर, गाड़ा गुशैनी, आनी की ओर पर्यटन स्थलों में पर्यटन कारोबार में भारी बढ़ोतरी हुई है. जिसके चलते औट-बंजार-लुहरी-सैंज एनएच पर कई गुणा ज्यादा ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है. आज स्थिति ये है कि सड़क टूटी फूटी होने और ट्रैफिक में बढ़ोतरी होने के कारण इस पर रोज कई घंटे का जाम लग रहा है. वहीं, स्थानीय लोगों ने भी यह मांग की है कि इस मार्ग की स्थित को सुधारा जाए, वरना लोगों को मजबूरन सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करना होगा.
"सड़क की खराब हालत के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही जिम्मेदार है. पूर्व में प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और केंद्र में भाजपा की सरकार है. ऐसे में उस समय भी दोनों सरकारों ने मिलकर इस सड़क की हालत को सुधारने के लिए कोई काम नहीं किया. वहीं, कांग्रेस सरकार भी इस दिशा में गंभीरता से काम नहीं कर रही है. अब सैलानी एक बार बंजार तो आ जाता है, लेकिन खराब सड़क को देखकर वह दोबारा यहां आने का विचार भी नहीं करता. जिससे यहां का पर्यटन कारोबार भी खराब हो रहा है." - अजीत राठौर, सदस्य, एनएच-305 सड़क संघर्ष समिति

ग्रामीणों ने सरकार को पत्र भेजकर सामने रखी मांगें
इस सड़क की हालत को सुधारने के लिए बीते कई सालों से विभिन्न संगठनों के द्वारा बैठकें की जा रही हैं और प्रदेश के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी कई बार मांग पत्र भेजे गए हैं. सरकार को भेजे गए एक पत्र में स्थानीय ग्रामीणों ने इस एनएच पर धंसी सड़क की सुध लेने का आग्रह किया है. स्थानीय लोगों ने पत्र में मांग की है कि बंजार बाईपास का तुरंत निर्माण हो और उसे ट्रैफिक के लिए खोला जाए. सभी तंग मोड़ को तुरंत चौड़ा किया जाए. जलोड़ी, घीयागी, जीभी से सभी गांवों तक, छेत, बंजार, शेगुली से सिधवा तक, तरगली, मंगलौर और बालीचौकी में सड़क तंग है. इसलिए इन स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस लगाई जाए. इसके अलावा खुंदन-गुशैनी बठाहड़ रोड को भी पक्का व चौड़ा किया जाए और जीभी में सरकारी पार्किंग स्थल का निर्माण किया जाए.
"इस बारे में केंद्र सरकार को सभी दस्तावेज दिए गए हैं और अब जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. इसके अलावा खराब सड़क की टारिंग के बारे में भी जल्द ही नेशनल हाईवे विंग के द्वारा काम किया जाएगा." - टहल सिंह, अधीक्षण अभियंता, नेशनल हाईवे-305