खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा के एक गांव में कुएं का दूषित पानी पीने से एक साथ कई लोग बीमार हो गए. उल्टी-दस्त होने की वजह से ससुराल आए एक व्यक्ति की मौत भी हो गई. इससे पूरे गांव में हडकंप मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और उन्होंने गांव वालों की जांच की तो 27 डायरिया और 23 बुखार के मरीजी मिले. सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
गांव वाले पीते हैं कुएं का पानी
मामला खंडवा के खालवा ब्लॉक के आदिवासी गांव बाराकुंड का है. यहां गांव वाले कुएं का पानी पीते हैं. बुधवार को अचानक एक युवक को उल्टी दस्त शुरू हो गया. परिजन इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जा रहे थे लेकिन हास्पिटल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया. युवक गोविंद सिराली के बीचपुर का रहने वाला था. वह बाराकुंड में ससुराल आया हुआ था. युवक की मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग को दी गई.
27 डायरिया के रोगी मिले
मामले की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जब जांच की तो गांव में 27 डायरिया के मरीज मिले. इसके अलावा 23 मरीज बुखार के और 59 लोग अन्य बीमारियों से ग्रस्त पाए गएं. अधिकारियों ने इस बीमारी की वजह कुएं से पानी पीना बताया. उन्होंने कुएं में लगी मोटर उखड़वा दिया और पांच मरीजों को इलाज के लिए खंडवा रेफर किया.
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सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया
जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि, 'बाराकुंड गांव की जनसंख्या 1496 है. जांच में 27 मरीजों में डायरिया के लक्षण मिले हैं, इसमें 18 पुरुष और 9 महिलाएं और 6 बच्चे हैं. 6 मरीजों के रेक्टल स्वाब और पानी का एक नमूना लिया गया है. सभी सैंपल जांच के लिए डीपीएचएल इंदौर लैब भेजे गए हैं. गांव में जांच के दौरान कुएं में कचरा भी मिला है.' खालवा खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण सिंह ने बताया कि, 'सभी मरीजों की जांच कर इलाज शुरू कर दिया गया है. बारिश के दिनों में दूषित पानी पीने और मछली खाने से यह स्थिति बनी है. पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है.'