भिवानी: हरियाणा सरकार द्वारा कौशल रोजगार निगम के तहत नियुक्त कर्मचारियों को हटाए जाने पर कर्मचारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. शुक्रवार को सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की अगुवाई में शहर में कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी भिवानी के उपायुक्त कार्यालय पर पहुंचे और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम मांगपत्र सौंपा, जिसमें हटाए गए कर्मचारियों की सेवा में बहाली और उनकी नौकरियों को नियमित करने की मांग की गई. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब कर्मचारी नियमित रूप से काम कर रहे हैं, तो उनकी नौकरी भी पक्की होनी चाहिए.
सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप: प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी नेता कामरेड ओमप्रकाश ने कहा, "सरकार ने चुनाव से पहले यह वादा किया था कि किसी भी कर्मचारी को नहीं हटाया जाएगा. वहीं, प्रदर्शनकारी नरेन्द्र ने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि हमें 58 वर्ष तक की नौकरी सुरक्षा दी जाएगी, लेकिन अब पांच साल भी पूरे नहीं हुए और कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. ये तो वादाखिलाफी और बेहद निंदनीय कार्य है."
प्रदर्शनकारियों ने दी चेतावनी: वहीं, प्रदर्शनकारी ममता ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि हटाए गए कर्मचारियों को बहाल नहीं किया गया, तो 20 अप्रैल को कुरुक्षेत्र स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय का घेराव किया जाएगा. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सभी विभागों में कार्यरत अस्थाई कर्मचारियों के लिए एक समान नियमितीकरण नीति लागू की जाए. साथ ही भविष्य में किसी कर्मचारी को बिना उचित कारण के हटाया न जाए.
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