कटनी: मच्छरों ने इन दिनों लोगों को परेशान कर रखा है. अब इनकी संख्या में इतनी बढ़ गई है कि घर के अंदर बैठना तक लोगों का दूभर हो रहा है. शाम होते ही करेंट की तरह मच्छर डंक मारने लगते हैं. नगर निगम सीमा में मच्छरों के प्रकोप को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी नगर निगम स्वास्थ्य विभाग की होती है. लेकिन मच्छरों के बढ़ रहे प्रकोप को लेकर नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है.
रोज आ रही हैं 15-20 शिकायतें
जानकारी के अनुसार मच्छर के प्रकोप से परेशान लोग नगर निगम कंट्रोल रूम में रोजाना 15-20 शिकायत कर रहे हैं. लेकिन आरोप लगाया जा रहा है कि नगर निगम की टीम शहरवासियों को मच्छरों के डंक से बचाने के लिए न तो फॉगिंग मशीन का उपयोग कर रही है और न ही उनका विनिष्टीकरण किया जा रहा है. शहर के पॉश इलाके हों या फिर निचली बस्तियां हर कोई मच्छरों के प्रकोप से परेशान है. इतना ही नहीं बल्कि अस्पतालों में भी मच्छर मरीजों को परेशान कर रहे हैं.
'ऑयल डालने से खत्म हो जाएंगे मच्छर'
नगर निगम आयुक्त निलेश दुबे ने बताया कि "नगर निगम के पास 2 फॉगिंग मशीन है. यदि कहीं से शिकायत आती है तो वहां पर फॉगिंग की जाती है. इसके साथ ही लोगों को खुद जागरूक होना चाहिए. घर के बाहर या कहीं भी पानी इकट्ठा हो तो उसे इकट्ठा होने से रोकना चाहिए. 7 दिन की साइकिल में मच्छर पनपते रहते हैं. इसलिए यदि लगातार 7 दिन ऐसे स्थानों पर ऑयल डाला जाए तो मच्छर ऑटोमेटिक खत्म हो जाएंगे."
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धूल फांक रही है 24 लाख की मशीन
इसके साथ ही बताया जा रहा है कि नगर निगम प्रशासन ने नवंबर 2024 में आधुनिक तकनीक वाली 6 फॉगिंग मशीनें खरीदी थी. ये मशीन ई रिक्शा पर आधारित है, जिनकी कीमत करीब 4 लाख है. इस तरह कुल 24 लाख की मशीन धूल फांक रही है और अभी तक नगर निगम परिसर से बाहर नहीं निकली है. इस बारे में नगर निगम आयुक्त निलेश दुबे ने बताया कि "टेंडर डॉक्यूमेंट के आधार पर मशीनें सप्लाई की गई हैं या नहीं इसकी जानकारी मांगी गई थी. भुगतान न होने से भी विलंबित रखा गया है. प्रयास करेंगे की सारी चीजें क्लीयर हों तो उपयोग में लाया जाएगा."