ETV Bharat / state

कटनी जिला अस्पताल में रीलबाजी से मरीजों का इलाज! नर्स स्टाफ नोमोफिया का शिकार - KATNI DISTRICT HOSPITAL

कटनी जिला अस्पताल में नर्स स्टाफ ड्यूटी के दौरान मोबाइल में बिजी. मरीजों की परिजनों को रेफर करने की धमकी.

Katni District Hospital
कटनी जिला अस्पताल में नर्स स्टाफ नोमोफिया का शिकार (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : April 9, 2025 at 12:48 PM IST

2 Min Read

कटनी : कटनी जिला अस्पताल में मरीज और उनके परिजन परेशान हैं. डॉक्टर ठीक तरीके से ओपीडी और आईपीडी में मरीजों को नहीं देखते. वहीं, नर्सिंग स्टाफ भी ड्यूटी के प्रति लापरवाह है. मरीजों के परिजन डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के आगे-पीछे घूमते रहते हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती. नर्सिंग स्टाफ मोबाइल में रील देखने में व्यस्त रहता है. इस प्रकार के आरोप मरीजों के परिजन लगा रहे हैं. उनका कहना है कि सिवाय बहानेबाजी के अलावा यहां कुछ नहीं है.

युवक की मां को दी रेफर करने की धमकी

मरीजो के परिजनों ने आरोप लगाए "सभी नर्स ड्यूटी के दौरान या तो आपस में गप्पे करने में व्यस्त रहती हैं या फिर अपने-अपने मोबाइल में बिजी रहती हैं." जानकी नाम की महिला अपने लड़के को जिला चिकित्सालय में इलाज कराने पहुंची हैं. यहां दो दिन बीत जाने के बाद भी उसे आराम नहीं मिला. इसके बाद जब महिला स्टाफ नर्स के पास पहुंची तो उसे झिड़ककर भगा दिया. ज्यादा पीछे पड़ जाओ तो नर्स कहती हैं "इस मामले को डॉक्टर देखेंगे. ज्यादा जल्दी है तो रेफर कर देंगे."

कटनी जिला अस्पताल में युवक की मां को दी रेफर करने की धमकी (ETV BHARAT)

नर्स स्टाफ के लिए गाइडलाइन बनाने की मांग

मरीजों के परिजनों का कहना है "नर्स स्टाफ के लिए सख्त नियम बनाए जाने चाहिए. सबसे पहले तो मोबाइल पर प्रतिबंध लगाया जाए. इसके अलावा ये भी तय किया जाए कि अगर मरीज को परेशानी हो रही है और परिजन नर्स के पास समस्या लेकर पहुंचते हैं तो उन्हें अपने स्तर पर इलाज शुरू करना चाहिए." इस मामले में सिविल सर्जन यशवंत वर्मा का कहना है "अगर नर्स मोबाइल चलाने में व्यस्त हैं तो गलत है. आज ही जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि मोबाइल सिर्फ आकस्मिक सेवाओं के लिए है."

कटनी : कटनी जिला अस्पताल में मरीज और उनके परिजन परेशान हैं. डॉक्टर ठीक तरीके से ओपीडी और आईपीडी में मरीजों को नहीं देखते. वहीं, नर्सिंग स्टाफ भी ड्यूटी के प्रति लापरवाह है. मरीजों के परिजन डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के आगे-पीछे घूमते रहते हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती. नर्सिंग स्टाफ मोबाइल में रील देखने में व्यस्त रहता है. इस प्रकार के आरोप मरीजों के परिजन लगा रहे हैं. उनका कहना है कि सिवाय बहानेबाजी के अलावा यहां कुछ नहीं है.

युवक की मां को दी रेफर करने की धमकी

मरीजो के परिजनों ने आरोप लगाए "सभी नर्स ड्यूटी के दौरान या तो आपस में गप्पे करने में व्यस्त रहती हैं या फिर अपने-अपने मोबाइल में बिजी रहती हैं." जानकी नाम की महिला अपने लड़के को जिला चिकित्सालय में इलाज कराने पहुंची हैं. यहां दो दिन बीत जाने के बाद भी उसे आराम नहीं मिला. इसके बाद जब महिला स्टाफ नर्स के पास पहुंची तो उसे झिड़ककर भगा दिया. ज्यादा पीछे पड़ जाओ तो नर्स कहती हैं "इस मामले को डॉक्टर देखेंगे. ज्यादा जल्दी है तो रेफर कर देंगे."

कटनी जिला अस्पताल में युवक की मां को दी रेफर करने की धमकी (ETV BHARAT)

नर्स स्टाफ के लिए गाइडलाइन बनाने की मांग

मरीजों के परिजनों का कहना है "नर्स स्टाफ के लिए सख्त नियम बनाए जाने चाहिए. सबसे पहले तो मोबाइल पर प्रतिबंध लगाया जाए. इसके अलावा ये भी तय किया जाए कि अगर मरीज को परेशानी हो रही है और परिजन नर्स के पास समस्या लेकर पहुंचते हैं तो उन्हें अपने स्तर पर इलाज शुरू करना चाहिए." इस मामले में सिविल सर्जन यशवंत वर्मा का कहना है "अगर नर्स मोबाइल चलाने में व्यस्त हैं तो गलत है. आज ही जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि मोबाइल सिर्फ आकस्मिक सेवाओं के लिए है."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.