कांगड़ा: राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने शनिवार को जिला कांगडा की इंदौरा विधानसभा के सूरजपुर ब्लॉक में एक फील्ड कानूनगाे और पटवार डमटाल सर्कल में तैनात पटवारी (पुनर्नियोजन के आधार पर) को पांच और तीन हजार रुपए की रिश्वत मांगते हुए रंगे हाथ पकड़ा है.
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता इंदौरा निवासी चैन सिंह सपुत्र भूरी सिंह ने दोनों के खिलाफ राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कांगड़ा, धर्मशाला में रिश्वत से शिकायत दर्ज करवाई थी. इस पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस विभाग ने एक टीम का गठन किया और दोनों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया और दोनों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों विजिलेंस विभाग ने पकड़ लिया. दोनों से विजिलेंस ने पूछताछ की है. बता दें कि एक माह में कांगड़ा में विजिलेंस की टीम ने चौथा मामला पकड़ा है.
जमीन की डिमार्केशन के बदले मांगी थी रिश्वत
इंदौरा निवासी चैन सिंह ने अपनी शिकायत में बताया था कि, 'आरोपियों ने जमीन की डिमार्केशन के बदले रिश्वत की मांग की थी. इसी के आधार पर दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी.' वहीं, शिकायत के आधार पर विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है. उधर, मामले की पुष्टि करते हुए राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कांगड़ा के एसपी बलवीर सिंह ने बताया कि, 'आरोपियाें के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.' विजिलेंस ब्यूरो ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की शिकायतों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा.