कानपुर : शहर के चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू फैल चुका है. कुछ दिनों पहले इलाज के लिए गोरखपुर जू से कानपुर आए बब्बर शेर पटौदी की मौत के बाद जू को दर्शकों के लिए 19 मई तक बंद किया गया था. सोमवार शाम को जू निदेशक श्रद्धा यादव ने इसे एक हफ्ते के लिए फिर बंद करने की बात कही है.
जू निदेशक श्रद्धा यादव ने सोमवार को कहा कि बर्ड फ्लू की दस्तक से कई वन्यजीवों ने खाना नहीं खाया था. हालांकि, दावा किया गया है कि अस्पताल परिसर (जहां बब्बर शेर पटौदी का इलाज किया गया था) में मौजूद बाघिन आद्या और पुष्पा ने फुल डाइट ली है.
अब जू प्रशासन का कहना है कि जिन कर्मियों व वन्यजीवों के ब्लड सैंपल रविवार को कलेक्ट किए गए थे, उनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार है. जांच रिपोर्ट देखने के बाद तय होगा, वायरस का फैलाव कितना है?
जांच के लिए आएंगे एक्सपर्ट: जू में बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए डीएम कानपुर जितेंद्र प्रताप सिंह ने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) बरेली के विशेषज्ञों को पत्र भेज दिया है. डीएम ने वहां से जांच के लिए एक्सपर्ट की टीम को बुलाई है. अब टीम के सदस्य कानपुर में आकर अपने स्तर से जांच करेंगे. वहीं, जिला प्रशासन का दावा है कि सोमवार को किसी वन्यजीव या पक्षी के मृत होने की सूचना नहीं मिली.
बरत रहे सावधानियां: नवाबगंज क्षेत्र में कानपुर जू के आसपास लोग अपने-अपने घरों में सावधानियां बरत रहे हैं. लोग जब बाहर से घर आ रहे हैं, तो हाथों व पैरों को धोकर ही अंदर जा रहे हैं. नवाबगंज के रहने वाले विशाल वर्मा ने कहा, एहतियातन मास्क पहनना शुरू कर दिया है. नवाबगंज, दीनदयाल नगर, विकास नगर, विष्णुपुरी समेत अन्य क्षेत्रों में मांस व अंडे की बिक्री न के बराबर हो रही है. लोग बहुत सतर्क हैं.