ETV Bharat / state

कानपुर में 50 लाख लोगों को जाम से राहत मिलेगी, 995 करोड़ रुपये से बनेगा अनवरगंज-मंधना एलिवेटेड रेलवे ट्रैक - KANPUR NEWS

पहली बार कानपुर में 15 से अधिक क्रासिंग पूरी तरह से होंगी खत्म, रेल मंत्री ने एलिवेटेड ट्रैक बनाने के लिए दिया ग्रीन सिग्नल.

ETV Bharat
कानपुर अनवरगंज एलिवेटेड रेलवे ट्रैक (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 6, 2025, 9:15 PM IST

Updated : Feb 7, 2025, 6:25 AM IST

कानपुर: शहर में रहने वाले 50 लाख से अधिक लोगों को अब रेलवे की ओर से अनवरगंज-मंधना ट्रैक पर पहली बार एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का तोहफा मिल गया है. इस ट्रैक को तैयार करने में करीब 995 करोड़ रुपये खर्च होंगे. अब रेल मंत्री ने इस ट्रैक को बनाने के लिए अपनी ओर से ग्रीन सिग्नल दे दिया है. मार्च में इसका शिलान्यस होने के बाद फौरन ही काम शुरू हो जाएगा.

कानपुर में 50 लाख लोगों को जाम से राहत मिलेगी (Video Credit; ETV Bharat)

कानपुर के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा, जब इस एलिवेटेड ट्रैक के बनने से कानपुर की 15 से अधिक क्रासिंग पूरी तरह खत्म हो जाएंगी और लगभग 50 लाख की आबादी को कानपुर की प्रमुख समस्या जाम से पूरी तरह निजात मिल जाएगी. यही नहीं, अनवरगंज से मंधना एलिवेटेड ट्रैक, मेट्रो ट्रैक के समानांतर भी होगा. ऐसे में जब इन दोनों ही ट्रैक पर अलग-अलग प्रकार की ट्रेनें चलेंगी, तो कानपुर में एक बदलाव के लोग साक्षी बन सकेंगे.



साल 2024 में उठी थी एलिवेटेड ट्रैक बनाने की मांग: शहर में मौजूदा समय में अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक एक ऐसा ट्रैक है, जो कानपुर को उत्तर और दक्षिण में विभाजित करता है. इस रेल ट्रैक से रोजाना की संख्या में दक्षिण के मोहल्लों में रहने वाले लाखों लोग उत्तर की ओर आते हैं. जबकि उत्तर से भी लाखों लोग इस रेलवे ट्रैक को पार करते हुए (विभिन्न क्रासिंगों पर) दक्षिण की ओर जाते हैं.

हालांकि, अधिकतर क्रासिंग्स पर रोजाना घंटों जाम लगता है, जिसमें राहगीर फंसकर परेशान हो जाते है. ऐसे में साल 2004 से कानपुर में इस एलिवेटेड ट्रैक को तैयार करने की शुरुआत हो गई थी. लेकिन, 21 सालों बाद अंतिम रुप से एलिवेटेड ट्रैक बनाने का फैसला किया गया. इन 21 सालों में भाजपा के कई विधायकों, सांसदों ने अपनी ओर से रेलवे मंत्रालय में ठोस पैरवी की. इसमें प्रशासनिक अफसरों ने भी अहम भूमिका निभाई.

इसे भी पढ़ें - 11 हजार करोड़ में बनेगा लखनऊ-भोपाल इकोनॉमिक कॉरिडोर, सिर्फ 8 घंटे में तय होगा सफर, जानिए क्या होगा रूट? - LUCKNOW TO BHOPAL

मौजूदा समय में अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक की स्थिति

  • रोजाना 30 ट्रेनें ऐसी गुजरती हैं, जिनमें हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं.
  • रोजाना पांच से छह मालगाड़ियां या अन्य ऐसी ट्रेनें गुजरती हैं जो सामानों से भरी होती हैं.
  • रोजाना अनवरगंज से लेकर मंधना तक हजारों की संख्या में यात्री बिल्हौर, कन्नौज, फर्रुखाबाद, कासगंज तक सफर करते हैं.


इन प्रमुख क्रासिंग से गुजरती हैं ट्रेनें: जरीब चौकी क्रासिंग, गुमटी नंबर 5 क्रासिंग, कोकाकोला चौराहा क्रासिंग, श्रम विभाग कार्यालय, गोल चौराहा, रावतपुर, विकास भवन कार्यालय, गुमटी नंबर 9, गुरुदेव चौराहा, विनायकपुर चौराहा, दलहन अनुसंधान संस्थान, कल्याणपुर, आईआईटी कानपुर, एलिम्को क्रासिंग, मंधना. अनवरगंज मंधाना रेलवे एलिवेटेड ट्रैक के लिए रेल मंत्री ने हामी भर दी है. मार्च में इसका शिलान्यास होगा.

यई भी पढ़ें - कानपुर में गंगा पर दो नए पुल बनेंगे; लखनऊ-अलीगढ़ से बढ़ेगी कनेक्टिविटी, रिंग रोड से सुधरेगा ट्रैफिक - NEW BRIDGES BUILT ON GANGA KANPUR

कानपुर: शहर में रहने वाले 50 लाख से अधिक लोगों को अब रेलवे की ओर से अनवरगंज-मंधना ट्रैक पर पहली बार एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का तोहफा मिल गया है. इस ट्रैक को तैयार करने में करीब 995 करोड़ रुपये खर्च होंगे. अब रेल मंत्री ने इस ट्रैक को बनाने के लिए अपनी ओर से ग्रीन सिग्नल दे दिया है. मार्च में इसका शिलान्यस होने के बाद फौरन ही काम शुरू हो जाएगा.

कानपुर में 50 लाख लोगों को जाम से राहत मिलेगी (Video Credit; ETV Bharat)

कानपुर के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा, जब इस एलिवेटेड ट्रैक के बनने से कानपुर की 15 से अधिक क्रासिंग पूरी तरह खत्म हो जाएंगी और लगभग 50 लाख की आबादी को कानपुर की प्रमुख समस्या जाम से पूरी तरह निजात मिल जाएगी. यही नहीं, अनवरगंज से मंधना एलिवेटेड ट्रैक, मेट्रो ट्रैक के समानांतर भी होगा. ऐसे में जब इन दोनों ही ट्रैक पर अलग-अलग प्रकार की ट्रेनें चलेंगी, तो कानपुर में एक बदलाव के लोग साक्षी बन सकेंगे.



साल 2024 में उठी थी एलिवेटेड ट्रैक बनाने की मांग: शहर में मौजूदा समय में अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक एक ऐसा ट्रैक है, जो कानपुर को उत्तर और दक्षिण में विभाजित करता है. इस रेल ट्रैक से रोजाना की संख्या में दक्षिण के मोहल्लों में रहने वाले लाखों लोग उत्तर की ओर आते हैं. जबकि उत्तर से भी लाखों लोग इस रेलवे ट्रैक को पार करते हुए (विभिन्न क्रासिंगों पर) दक्षिण की ओर जाते हैं.

हालांकि, अधिकतर क्रासिंग्स पर रोजाना घंटों जाम लगता है, जिसमें राहगीर फंसकर परेशान हो जाते है. ऐसे में साल 2004 से कानपुर में इस एलिवेटेड ट्रैक को तैयार करने की शुरुआत हो गई थी. लेकिन, 21 सालों बाद अंतिम रुप से एलिवेटेड ट्रैक बनाने का फैसला किया गया. इन 21 सालों में भाजपा के कई विधायकों, सांसदों ने अपनी ओर से रेलवे मंत्रालय में ठोस पैरवी की. इसमें प्रशासनिक अफसरों ने भी अहम भूमिका निभाई.

इसे भी पढ़ें - 11 हजार करोड़ में बनेगा लखनऊ-भोपाल इकोनॉमिक कॉरिडोर, सिर्फ 8 घंटे में तय होगा सफर, जानिए क्या होगा रूट? - LUCKNOW TO BHOPAL

मौजूदा समय में अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक की स्थिति

  • रोजाना 30 ट्रेनें ऐसी गुजरती हैं, जिनमें हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं.
  • रोजाना पांच से छह मालगाड़ियां या अन्य ऐसी ट्रेनें गुजरती हैं जो सामानों से भरी होती हैं.
  • रोजाना अनवरगंज से लेकर मंधना तक हजारों की संख्या में यात्री बिल्हौर, कन्नौज, फर्रुखाबाद, कासगंज तक सफर करते हैं.


इन प्रमुख क्रासिंग से गुजरती हैं ट्रेनें: जरीब चौकी क्रासिंग, गुमटी नंबर 5 क्रासिंग, कोकाकोला चौराहा क्रासिंग, श्रम विभाग कार्यालय, गोल चौराहा, रावतपुर, विकास भवन कार्यालय, गुमटी नंबर 9, गुरुदेव चौराहा, विनायकपुर चौराहा, दलहन अनुसंधान संस्थान, कल्याणपुर, आईआईटी कानपुर, एलिम्को क्रासिंग, मंधना. अनवरगंज मंधाना रेलवे एलिवेटेड ट्रैक के लिए रेल मंत्री ने हामी भर दी है. मार्च में इसका शिलान्यास होगा.

यई भी पढ़ें - कानपुर में गंगा पर दो नए पुल बनेंगे; लखनऊ-अलीगढ़ से बढ़ेगी कनेक्टिविटी, रिंग रोड से सुधरेगा ट्रैफिक - NEW BRIDGES BUILT ON GANGA KANPUR

Last Updated : Feb 7, 2025, 6:25 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.