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कानपुर में 5 नए अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों से जल्द कर सकेंगे सफर, अधिकारियों-कर्मचारियों ने संभाली कमान - KANPUR METRO

कॉरिडोर-1 के अंतर्गत मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक होगा मेट्रो का संचालन. 20 अनुभवी और प्रशिक्षित स्टेशन कंट्रोलर के पास हो संचालन की होगी जिम्मेदारी.

कानपुर में अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन.
कानपुर में अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : April 14, 2025 at 7:57 AM IST

3 Min Read

कानपुर : कुछ दिनों बाद शहरवासी आईआईटी कानपुर से सेंट्रल स्टेशन बिना जाम में फंसे मेट्रो के जरिए सफर कर सकेंगे. कॉरिडोर-1 के अंतर्गत मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो संचालन के लिए मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) से अनुमति मिल चुकी है. जल्द ही पांच नए अंडरग्राउंड स्टेशन चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल से मेट्रो सेवाएं शुरू की जाएंगी. यूपीएमआरसी ने रविवार को इन सभी पांच नए स्टेशनों पर स्टाफ और अधिकारियों को तैनात कर दिया है. इन नए स्टेशनों की जिम्मेदारी 20 अनुभवी और प्रशिक्षित स्टेशन कंट्रोलर के पास हो होगी.

बता दें खि मेट्रो के स्टेशनों की जिम्मेदारी मुख्य रूप से स्टेशन कंट्रोलर के पास होती है. उनकी सहायता के लिए स्टेशन कंट्रोल रूम में कई तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं. जिनके जरिए वह एक स्थान पर रहकर पूरे स्टेशन पर नियंत्रण रख पाते हैं. इन स्टेशन कंट्रोलर की जिम्मेदारियां को देखते हुए इन्हें पहले प्रशिक्षित किया जाता है. अंडरग्राउंड स्टेशन में टनल वेंटीलेशन सिस्टम की कार्य प्रणाली, फायर अलार्म कंट्रोल पैनल, ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम, लिफ्ट रेस्क्यू आदि कई विषम परिस्थितियों और सिस्टम की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके अलावा समय-समय पर इन्हें आपात परिस्थितियों में सुरक्षित यात्री निकासी, आतंक रोधी मॉक ड्रिल व फायर मॉक ड्रिल के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है.

देखें ; कानपुर में 5 नए अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन तैयार. (Video Credit : ETV Bharat)

आईआईटी कानपुर से मोतीझील के बीच मेट्रो के संचालन शुरू होने के बाद से ही कानपुर मेट्रो को यात्रियों का काफी प्यार और सपोर्ट है. अब तक कुल 94 यात्रियों ने अपने अनुभव मेट्रो की सराहना में प्रशंसा पत्र लिखे हैं. प्रशंसा पत्र देने वालों में शहर की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाएं भी शामिल हैं. मेट्रो के संचालन शुरू होने के बाद से अब तक यात्रियों के खोए हुए 65 स्मार्टफोन, 4 लैपटॉप और 85 हजार से ज्यादा कैश सुरक्षित हाथों में लौट आए जा चुके हैं. इसके अलावा जरूरी दस्तावेज ज्वेलरी जैसे 170 सामान भी उनके सही मालिकों को मेट्रो के द्वारा लौटाए गए हैं.

यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो के विस्तार का सपना जल्द ही सच होने जा रहा है. शहरवासियों के द्वारा मिला समर्थन और सहयोग ही हमारा संबल है. यात्री सेवाएं शुरू करने से पहले ड्यूटियां लगाकर ट्रायल और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी शुरू कर दी गई है. शहर के लोगों को एक सुरक्षित, सुगम और सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन का साधन उपलब्ध कराना ही हमारा लक्ष्य है.

यह भी पढ़ें : कानपुर के 5 नए मेट्रो स्टेशनों को मिली एनओसी, 24 को पीएम मोदी जनता को सौपेंगे

यह भी पढ़ें : कानपुर में IIT से सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो दौड़ने को तैयार, कल सीएम योगी कर सकते हैं सफर, नवरात्रि से आम जनता को मिल सकता है फायदा

कानपुर : कुछ दिनों बाद शहरवासी आईआईटी कानपुर से सेंट्रल स्टेशन बिना जाम में फंसे मेट्रो के जरिए सफर कर सकेंगे. कॉरिडोर-1 के अंतर्गत मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो संचालन के लिए मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) से अनुमति मिल चुकी है. जल्द ही पांच नए अंडरग्राउंड स्टेशन चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल से मेट्रो सेवाएं शुरू की जाएंगी. यूपीएमआरसी ने रविवार को इन सभी पांच नए स्टेशनों पर स्टाफ और अधिकारियों को तैनात कर दिया है. इन नए स्टेशनों की जिम्मेदारी 20 अनुभवी और प्रशिक्षित स्टेशन कंट्रोलर के पास हो होगी.

बता दें खि मेट्रो के स्टेशनों की जिम्मेदारी मुख्य रूप से स्टेशन कंट्रोलर के पास होती है. उनकी सहायता के लिए स्टेशन कंट्रोल रूम में कई तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं. जिनके जरिए वह एक स्थान पर रहकर पूरे स्टेशन पर नियंत्रण रख पाते हैं. इन स्टेशन कंट्रोलर की जिम्मेदारियां को देखते हुए इन्हें पहले प्रशिक्षित किया जाता है. अंडरग्राउंड स्टेशन में टनल वेंटीलेशन सिस्टम की कार्य प्रणाली, फायर अलार्म कंट्रोल पैनल, ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम, लिफ्ट रेस्क्यू आदि कई विषम परिस्थितियों और सिस्टम की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके अलावा समय-समय पर इन्हें आपात परिस्थितियों में सुरक्षित यात्री निकासी, आतंक रोधी मॉक ड्रिल व फायर मॉक ड्रिल के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है.

देखें ; कानपुर में 5 नए अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन तैयार. (Video Credit : ETV Bharat)

आईआईटी कानपुर से मोतीझील के बीच मेट्रो के संचालन शुरू होने के बाद से ही कानपुर मेट्रो को यात्रियों का काफी प्यार और सपोर्ट है. अब तक कुल 94 यात्रियों ने अपने अनुभव मेट्रो की सराहना में प्रशंसा पत्र लिखे हैं. प्रशंसा पत्र देने वालों में शहर की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाएं भी शामिल हैं. मेट्रो के संचालन शुरू होने के बाद से अब तक यात्रियों के खोए हुए 65 स्मार्टफोन, 4 लैपटॉप और 85 हजार से ज्यादा कैश सुरक्षित हाथों में लौट आए जा चुके हैं. इसके अलावा जरूरी दस्तावेज ज्वेलरी जैसे 170 सामान भी उनके सही मालिकों को मेट्रो के द्वारा लौटाए गए हैं.

यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो के विस्तार का सपना जल्द ही सच होने जा रहा है. शहरवासियों के द्वारा मिला समर्थन और सहयोग ही हमारा संबल है. यात्री सेवाएं शुरू करने से पहले ड्यूटियां लगाकर ट्रायल और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी शुरू कर दी गई है. शहर के लोगों को एक सुरक्षित, सुगम और सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन का साधन उपलब्ध कराना ही हमारा लक्ष्य है.

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