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कानपुर के इस बड़े सरकारी अस्पताल के मरीजों को क्या राहत मिली, जानिए - HALLETT HOSPITAL KANPUR

मरीजों को केजीएमसी, आरएमएल लखनऊ, दिल्ली या मुंबई के अस्पतालों तक नहीं लगानी पड़ेगी दौड़भाग.

3डी फोर K लैप्रोस्कोपिक मशीन को देखते प्रिंसिपल डॉ. संजय काला.
3डी फोर K लैप्रोस्कोपिक मशीन को देखते प्रिंसिपल डॉ. संजय काला. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : April 11, 2025 at 11:43 AM IST

2 Min Read

कानपुर : गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (G.S.V.M. Medical College Kanpur) से संबद्ध एलएलआर अस्पताल (Lala Lajpat Rai Hospital) में 3डी फोर k लैप्रोस्कोपिक मशीन आ गई है. इस मशीन की मदद से डॉक्टर्स सर्जरी के दौरान पूरी तरह रोग को देख सकेंगे, खराब त्वचा वह अन्य भागों को आसाना से हटा सकेंगे. साथ ही टांके लगाने के दौरान तमाम सावधानियों का पालन सुनिश्चित कर सकेंगे.

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि उत्तर प्रदेश में एलएलआर अस्पताल पहला सरकारी अस्पताल है. जहां पर 3डी फोर K लैप्रोस्कोपिक मशीन से सर्जरी होगी. इस मशीन में बहुत अधिक गहराई तक हम ऑपरेशंस को देख सकते हैं. अभी तक जो कई गंभीर सर्जरी होती थीं, जिनके लिए मरीजों को केजीएमसी, आरएमएल लखनऊ, दिल्ली या मुंबई के अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता था. ऐसे सभी मरीजों का भी इलाज एलएलआर अस्पताल में हो जाएगा. इस मशीन का लाभ कानपुर व आसपास के 10 से अधिक जिलों के मरीजों को मिलेगा.

देखें ; एलएलआर कानपुर में 3डी फोर K लैप्रोस्कोपिक मशीन लगी. (Video Credit : ETV Bharat)

डॉ. संजय काला ने बताया कि इस मशीन में आईसीजी तकनीक का भी प्रयोग किया गया है. इस तकनीक की मदद से सर्जरी के दो भागों में खून का प्रवाह बेहतर ढंग से जान सकेंगे. एक डाई को इंजेक्ट करके हम खून के प्रवाह को देख सकेंगे. 32 इंच के मॉनिटर वाली इस मशीन की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये है. जिसे एलएलआर अस्पताल को सीएसआर फंड के माध्यम से मुहैया कराया गया है.

रोबोट करेंगे सर्जरी, 3 डी फोर K लैप्रोस्कोपी मशीन बनेगी मददगार : डॉ. संजय काला ने बताया कि आने वाले दिनों में जब एलएलआर अस्पताल में रोबोट सर्जरी करेंगे तो रोबोट के साथ यह मशीन उनके लिए बहुत मददगार साबित होगी. रोबोट सर्जरी के दौरान ही यह देख सकेंगे कि किस तरीके से पूरी सर्जरी की जा रही है और उस सर्जरी के दौरान जो जरूरी कवायद की जानी है वह हो रही है या नहीं हो रही है. डॉ. संजय काला ने कहा कि डॉक्टर्स को सर्जरी के दौरान थ्रीडी चश्मा भी पहनना होगा. यह चश्मे ठीक वैसे ही काम करते हैं जैसे थ्रीडी फिल्मों को देखने के दौरान दर्शकों को यह पहनाए जाते हैं.

यह भी पढ़ें : कानपुर के एलएलआर अस्पताल को मिली खास मशीन, अब 7 दिनों में मिलेगी बायोप्सी रिपोर्ट

यह भी पढ़ें : मस्से-तिल से मिनटों में मिलेगा छुटकारा, चीरा न टांका, न ही रहेगा कोई निशान

कानपुर : गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (G.S.V.M. Medical College Kanpur) से संबद्ध एलएलआर अस्पताल (Lala Lajpat Rai Hospital) में 3डी फोर k लैप्रोस्कोपिक मशीन आ गई है. इस मशीन की मदद से डॉक्टर्स सर्जरी के दौरान पूरी तरह रोग को देख सकेंगे, खराब त्वचा वह अन्य भागों को आसाना से हटा सकेंगे. साथ ही टांके लगाने के दौरान तमाम सावधानियों का पालन सुनिश्चित कर सकेंगे.

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि उत्तर प्रदेश में एलएलआर अस्पताल पहला सरकारी अस्पताल है. जहां पर 3डी फोर K लैप्रोस्कोपिक मशीन से सर्जरी होगी. इस मशीन में बहुत अधिक गहराई तक हम ऑपरेशंस को देख सकते हैं. अभी तक जो कई गंभीर सर्जरी होती थीं, जिनके लिए मरीजों को केजीएमसी, आरएमएल लखनऊ, दिल्ली या मुंबई के अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता था. ऐसे सभी मरीजों का भी इलाज एलएलआर अस्पताल में हो जाएगा. इस मशीन का लाभ कानपुर व आसपास के 10 से अधिक जिलों के मरीजों को मिलेगा.

देखें ; एलएलआर कानपुर में 3डी फोर K लैप्रोस्कोपिक मशीन लगी. (Video Credit : ETV Bharat)

डॉ. संजय काला ने बताया कि इस मशीन में आईसीजी तकनीक का भी प्रयोग किया गया है. इस तकनीक की मदद से सर्जरी के दो भागों में खून का प्रवाह बेहतर ढंग से जान सकेंगे. एक डाई को इंजेक्ट करके हम खून के प्रवाह को देख सकेंगे. 32 इंच के मॉनिटर वाली इस मशीन की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये है. जिसे एलएलआर अस्पताल को सीएसआर फंड के माध्यम से मुहैया कराया गया है.

रोबोट करेंगे सर्जरी, 3 डी फोर K लैप्रोस्कोपी मशीन बनेगी मददगार : डॉ. संजय काला ने बताया कि आने वाले दिनों में जब एलएलआर अस्पताल में रोबोट सर्जरी करेंगे तो रोबोट के साथ यह मशीन उनके लिए बहुत मददगार साबित होगी. रोबोट सर्जरी के दौरान ही यह देख सकेंगे कि किस तरीके से पूरी सर्जरी की जा रही है और उस सर्जरी के दौरान जो जरूरी कवायद की जानी है वह हो रही है या नहीं हो रही है. डॉ. संजय काला ने कहा कि डॉक्टर्स को सर्जरी के दौरान थ्रीडी चश्मा भी पहनना होगा. यह चश्मे ठीक वैसे ही काम करते हैं जैसे थ्रीडी फिल्मों को देखने के दौरान दर्शकों को यह पहनाए जाते हैं.

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