नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्र संघ के चुनाव का एक पुराना परंपरा रहा है. बीते कुछ सालों में कई कानूनी अड़चन के कारण यह छात्र संघ का चुनाव काफी ज्यादा प्रभावित रहा है. इस बार भी छात्र संघ चुनाव कराने के लिए कैंपस के तमाम छात्र संगठन लगातार प्रदर्शन कर रहे थे. अब आखिर में कैंपस में छात्र संघ चुनाव की घोषणा हो गई है 25 अप्रैल को कैंपस में मतदान होंगे.
छात्र संघ चुनाव की घोषणा: लगभग एक महीने की देरी के बाद कैंपस में छात्र संघ चुनाव की घोषणा हो गई है, जिसको लेकर कमेटी द्वारा तैयारी भी शुरू हो गई है. 14 और 15 अप्रैल को नामांकन का दिन रखा गया है. वहीं 16 अप्रैल को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन रखा गया है, इसमें केंद्रीय पैनल के चार पद और अलग-अलग स्कूलों के लिए काउंसलर के लिए कई पदों के लिए चुनाव होगा.
कैंपस के छात्र संघ चुनाव का सबसे ऐतिहासिक जो कार्यक्रम होता है, वह होता है प्रेजिडेंट पद के लिए, प्रेसिडेंशियल डिबेट जिसमें घोषित जितने भी प्रेसीडेंशियल कैंडिडेट है. वह लोग अपने-अपने बातों को रखते हैं और यह डिबेट लगभग पूरी रात चलता है. 23 अप्रैल को कैंपस में प्रेसीडेंशियल डिबेट होगा 24 अप्रैल को किसी तरह का कोई चुनाव प्रचार नहीं होगा. और आखिर में 25 अप्रैल को मतदान जो कि हमेशा की तरह दो शिफ्ट में होगा और रात को 9:00 बजे से काउंटिंग शुरू हो जाएगी, जिसका परिणाम 28 अप्रैल को आ सकता है.
तमाम छात्र संगठन चुनावी मैदान में: जैसा के बीते चुनाव में देखने को मिला है लेफ्ट यूनिटी के छात्र संघ एक साथ चुनाव में एबीवीपी के खिलाफ उतरते रहे हैं. संभावना पूरी है कि इस बार भी लेफ्ट यूनिटी के तमाम छात्र संगठन एक साथ ही चुनावी मैदान में उतरेंगे, हालांकि तमाम लेफ्ट संघ अपने उम्मीदवारों का नामांकन दर्ज करवा रहे हैं. आखिरी मीटिंग होने के बाद लेफ्ट यूनिट संगठनों के सर्वसम्मति से जिन उम्मीदवारों की घोषणा होगी, उन्हें फाइनल उम्मीदवार घोषित कर दिया जाएगा.

वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लगातार बीते सालों से कैंपस में अच्छा कर रही है, उसके वोटर भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं, उन्हें पूरा भरोसा है कि इस बार वह केंद्रीय पैनल के चारों सीट के अलावा कई सारे काउंसलर की सीट पर भी विजय हासिल करेंगे, जिसको लेकर वह चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं.
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