रांची: डोरंडा-सिरम टोली फ्लाईओवर रैंप का विरोध करने पर पुलिस द्वारा पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव सहित 20 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं करने का आदेश डीजीपी को दिया था. अब बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया अकाउंट पर हेमंत सोरेन की कार्रवाई को नौटंकी करार देते हुए मांग की है कि जिन पुलिसकर्मियों ने सरहुल, सिरम टोली और फ्लाईओवर के मुद्दे पर आंदोलनकारियों पर प्राथमिकी की है, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए .
बढ़िया नौटंकी है। पहले तो सरहुल पर्व मनाने वालों को डराने के लिये उनपर एफ़आइआर करो। फिर सहानुभूति बटोरने के लिये इस एफ़आइआर पर कोई किसी पर कारवाई नहीं करने का निर्देश देकर विज्ञप्ति जारी कर दो।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) April 1, 2025
मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी अगर आपको सही में सरहुल पर्व की भावना एहसास है तो सबसे… pic.twitter.com/R8zoSRBxcp
बाबूलाल मरांडी ने सिरम टोली फ्लाईओवर रैंप और सरना स्थल विवाद पर सोशल मीडिया पोस्ट किया था 'बढ़िया नौटंकी है. पहले तो सरहुल पर्व मनाने वालों को डराने के लिये उन पर एफआईआर करो. फिर सहानुभूति बटोरने के लिये इस एफआईआर पर कोई किसी पर कार्रवाई नहीं करने का निर्देश देकर विज्ञप्ति जारी कर दो. मुख्यमंत्री जी अगर आपको सही में सरहुल पर्व की भावना का एहसास है तो सबसे पहले उन पुलिस वालों को निलंबित कर कठोर कार्रवाई करिये जिन्होंने ये एफआईआर की है.'
जिस वक्त 20 हजार आदिवासियों पर मुकदमा हुआ था तब बाबूलाल चुप क्यों थे- jmm
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि जब भाजपा की सरकार में पत्थरगढ़ी के मामले में 20 हजार आदिवासियों पर मुकदमे दर्ज किए गए थे उस समय बाबूलाल मरांडी मुंह में किया फेविकोल जमाये हुए थे. जब उनके नेता हेमंत सोरेन की सरकार आई तब सभी 20 हजार आदिवासियों पर किए गए मुकदमे वापस किये गए, नहीं तो आज 20000 आदिवासी जेल के अंदर होते.
मनोज पांडेय ने कहा कि इतना ही नहीं राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रघुवर दास पर ST थाने में मामला दर्ज कराया गया था. सरकार बनने के बाद हमारे नेता हेमंत सोरेन ने उस मुकदमे को वापस लिया जो यह दर्शाता है कि हमारे नेता का हृदय विशाल और स्वभाव सरल है. इसलिए वह लोकप्रियता के शिखर पर हैं. यही सब बाबूलाल को नहीं पचता है. वह हमारे नेता हेमंत सोरेन की बराबरी नहीं कर सकते. राजनीति करने के लिए जो बोलना है वह बोलें लेकिन इस राज्य की जनता देख रही है. जहां तक सिरम टोली विवाद की बात है, तो चंद लोग विरोध कर रहे थे, उसके पीछे कौन लोग थे यह जानना जरूरी है. उन्होने कहा कि सरहुल जुलूस के दौरान लाखों की संख्या में लोग सरहुल के दिन हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे.
अब बाबूलाल सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले नेता ही बनकर रह गए हैं- कांग्रेस
बाबूलाल मरांडी द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि अब बाबूलाल मरांडी का काम सिर्फ पोस्ट करना है. उनका संगठन पूरी तरह से राज्य में नेस्तनाबूद हो गया है. राष्ट्रीय चुनाव में वोटिंग का अहर्ता झारखंड बीजेपी खो चुकी है, अब भाजपा के पास कुछ बचा नहीं है, अब उनके पास सिर्फ सोशल मीडिया पर ट्वीट करना बचा है या फिर मीडिया में ऊल जुलूल बयान देना बचा हुआ है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार कभी भी धार्मिक मुद्दे पर खिलवाड़ नहीं करती है. हम पूरी तरह से धर्म के साथ हैं, धार्मिक उन्माद फैलाने का काम बीजेपी के नेता करते हैं. बाबूलाल मरांडी अब एक्सपायर टैबलेट के समान हो गए हैं, उनकी पोस्ट पर ज्यादा कुछ बोलने की जरूरत नहीं है.
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