उज्जैन: मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उज्जैन के पास खुलेआम शराब पी रहे लोगों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में पोस्ट किया था. वीडियो वायरल होने के बाद उज्जैन एसपी ने शहर की चारों दिशाओं की सीमा से लगी शराब की दुकानों पर शिकंजा कस दिया है. एसपी के निर्देश पर शराब दुकानों के कर्मचारियों को हिरासत में लेकर बांड ओवर की कार्रवाई की गई है.
सैकड़ों लोग खुलेआम पी रहे शराब
दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सोमवार को उज्जैन से होते हुए राजस्थान जा रहे थे. इसी दौरान उनकी नजर आगर रोड स्थित खिलचीपुर के पास अहमदनगर की शराब दुकान पर पड़ी, जहां सैकड़ों लोग सड़क के किनारे बैठकर शराब पी रहे थे. एक साथ इतने लोगों को शराब पीते देखकर वे वहां रुक गए और शराब पीते हुए लोगों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.
शराबबंदी के नाम पर जनता के साथ धोखा
वायरल वीडियो में जीतू पटवारी मध्य प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए दिखाई दे रहे हैं. उनका कहना है कि " इस शराब दुकान का बोर्ड पिपलाई गांव के नाम से लगा है, असल में ये गांव से करीब 12 किलोमीटर दूर. उज्जैन नगर सीमा समाप्त होते ही आगर रोड पर संचालित हो रही है. उन्होंने कहा, यहां न केवल दुकान अवैध रूप से संचालित हो रही है, बल्कि सैकड़ों लोग सड़क किनारे बैठकर खुलेआम शराब पी रहे हैं. इनको कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है. शराबबंदी के नाम पर जनता के साथ धोखा है. इस दौरान जीतू पटवारी ने शराब के रेट को लेकर भी सवाल उठाया, कहा 80 रुपए का क्वार्टर 120 रुपए में बिक रहा है."

एसपी के निर्देश पर पुलिस ने की कार्रवाई
वीडियो वायरल होने पर उज्जैन पुलिस की अलग-अलग टीमों ने कार्रवाई करते हुए 12 से अधिक लोगों को पकड़ा है. साथ ही उन्हें समझाइश भी दी है कि यातायात व्यवस्था में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए. इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने नहीं दिया जाएगा. उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा," लंबे समय से उज्जैन शहर की सीमा से लगी शराब की दुकानों पर शराब पीने को लेकर शिकायतें मिल रहीं थी.
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जिसके बारे में आबकारी को अवगत करा दिया गया था. 15 पुलिस अधिकारियों का उन्हें बल दिया गया है." वहीं आबकारी आयुक्त से चर्चा कर स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि दुकानों के कर्मचारी या ठेकेदार सड़क पर पार्किंग या यातायात में बाधा उत्पन्न न करें. यदि निर्देशों का पालन नहीं होता है, तो संबंधित ठेकेदार और उनके कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी."