झुंझुनू: जिले के गुढ़ागौड़जी क्षेत्र में शनिवार रात विवाह में दहेज की मांग से जुड़ा मामला सुर्खियों में है. विवाह में जयमाला तक सब ठीक था, लेकिन फिर दूल्हा बिना फेरे लिए चला गया. दुल्हन पक्ष का आरोप है कि दूल्हे ने अचानक महंगी कार की मांग कर दी. इनकार करने पर दूल्हा न सिर्फ शादी से पीछे हटा, बल्कि बारात लेकर गांव लौट गया. हालांकि, दुल्हन पक्ष ने दूल्हे के पिता व भाई समेत आधा दर्जन लोगों को गांव में रोक लिया.
दुल्हन के परिजनों के अनुसार, तीन माह पहले दोनों परिवारों के बीच सहमति से सगाई हुई थी. तब लेन-देन समेत सभी रस्में पूरी कर दी गईं. 7 जून को दूसरे गांव से बारात पहुंची. बारात का भव्य स्वागत-सत्कार हुआ. विवाह की रस्में शुरू हुईं. स्टेज कार्यक्रम तक सब कुछ सामान्य चलता रहा. जयमाला की रस्म हो गई.
दुल्हन पक्ष का कहना है कि जयमाला के बाद दूल्हे ने अचानक महंगी कार की मांग रख दी. मध्यमवर्गीय वधू पक्ष ने नई मांग पूरा करने में असमर्थ बताया. दुल्हन के पिता ने कार देने में असमर्थता जताई. दूल्हे की मांग से दुल्हन पक्ष स्तब्ध रह गया. वधू पक्ष ने दूल्हे और परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे कार पर अड़ गए. दोनों पक्षों में काफी देर बातचीत और बहसबाजी चली. इसके बाद भी बात नहीं बनी. इस पर दूल्हा बारात लेकर रात में ही लौट गया. दुल्हन पक्ष ने दूल्हे के पिता व भाई समेत आधा दर्जन लोगों को वहीं रोक लिया.
लड़की के पिता ने मीडिया को बताया कि हमने सगाई के समय आवश्यक लेन-देन कर दिए थे. सब नेग दे दिए थे. हमें इस तरह की नई और महंगी मांग की उम्मीद नहीं थी. मेरे पास कार देने के पैसे नहीं थे. इसीलिए उन्होंने बेटी की शादी से ही इनकार कर दिया. समझाइश के लिए पुलिस भी आई. वधू पक्ष के लोग मांग कर रहे हैं कि उनकी ओर से जो खर्च हुआ है, वो वर पक्ष लौटाए. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की कि इस मामले में सख्त कार्रवाई हो और ऐसे लालची वर पक्ष को सबक सिखाए.