जींद: जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा और डीजीपी जेल मोहम्मद अकील रविवार को जिला कारागार पहुंचे और अंदर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने कैदी के दीवार फांदने वाली जगह का अवलोकन किया और जेल अधिकारियों से विस्तृत बातचीत की. इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को जेल सुरक्षा से संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए.
जेल अधीक्षक पाए गए नदारद : रविवार सुबह पहले डीजीपी ने निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जांच की. इसके बाद सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा रविवार दोपहर बाद जिला कारागार पहुंचे और औचक निरीक्षण करते हुए हवालातियों व कैदियों को दी जा रही मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया. उन्होंने फरार कैदी मामले की जानकारी लेते हुए कहा कि जांच जारी है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इस निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए जेल अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
यह है मामला:
8 अप्रैल देर शाम को जिला जेल से कैदी राकेश, निवासी गांव बनारसी, जिला संगरूर, पंजाब, सीढ़ी से दीवार फांदकर फरार हो गया था. पुलिस ने उसे जून 2022 में मुठभेड़ के बाद काबू किया था. राकेश पर हत्या, लूटपाट, जानलेवा हमला, शस्त्र अधिनियम समेत 21 आपराधिक मामले दर्ज थे. उसे मास्क लाइट खराब होने पर ठीक करने के लिए लगाया गया था, तभी वह दीवार फांदकर फरार हो गया. लापरवाही पर दो जेलकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
डीजीपी ने जेल का किया निरीक्षण:
रविवार दोपहर डीजीपी जेल मोहम्मद अकील ने भी जिला कारागार का निरीक्षण किया और लगभग पौना घंटे तक अधिकारियों से बातचीत करते हुए आवश्यक निर्देश दिए.
जेल मंत्री के अचानक पहुंचने से मचा हड़कंप:
नारनौंद में शोक व्यक्त कर लौटते हुए डॉ. अरविंद शर्मा ने बिना पूर्व सूचना के जिला जेल का निरीक्षण किया. अनुपस्थित पाए गए जेल अधीक्षक दीपक कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. उप जेल अधीक्षक वीरेंद्र कुमार से कैदियों की सुविधाओं व खानपान की जानकारी ली. डॉ. शर्मा ने कैदियों को रचनात्मक गतिविधियों में शामिल करने की सलाह दी और भविष्य में किसी भी लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.
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