जबलपुर: हनुमान जयंती के मौके पर जबलपुर के पचमठा मंदिर में भगवान को अनोखा भोग लगाया गया. पिछले साल हनुमान जयंती पर जहां 1100 किलो लड्डू हनुमान जी को समर्पित किया गया था. वहीं, इस बार एक विशाल थाल में सैकड़ों किस्म की मिठाइयां और कच्चे-पक्के पकवानों का भोग बजरंगबली को लगाया गया. इसमें कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के कई स्थानों से मिठाइयां लाई गई हैं. वहीं, एक भक्त ने भोग लगाने के लिए दुबई से मिठाई भेजी है.
बांस की बनाई गई है विशाल थाली
समिति सदस्य प्रकाश पटेल ने बताया कि "हनुमान जी को भोग लगाने के लिए हमने बांस की एक विशाल थाली बनाई है. इसको मंदिर के कलाकारों ने बनाया है. स्थानीय लोगों ने इस विशाल थाल में अलग-अलग प्रकार के भोग सजाए हैं. इस भोग में बुंदेलखंड की देसी मिठाइयां हैं. आगरा का पेठा और मथुरा के पेड़े हैं भी हैं. यहां तक की एक भक्त ने दुबई से भगवान को भोग लगाने के लिए मिठाइयां भेजी है. हनुमान जी राम भक्त माने जाते हैं. इसलिए एक भक्त द्वारा रामफल भी अर्पित किया गया है."
बनाया गया है 50 किलो का एक लड्डू
मंदिर के पुजारी अभिषेक शर्मा ने बताया कि "यह थाल हनुमान जी के वृहद स्वरूप को समर्पित है. इसलिए कुछ पकवान ऐसे बनाए गए हैं जो सामान्य से काफी बड़े हैं. जैसे गुझिया जोकि बहुत छोटी सी होती है लेकिन उसे लगभग 1 फीट से ज्यादा बड़ा बनाया गया है. इसी तरह 1 फीट की बालूशाही बनाई गई है. 50 किलो का एक लड्डू भी बनाया गया है. कुल मिलाकर जिस तरह हनुमान जी का स्वरूप बहुत बड़ा हो जाता है. भक्तों ने उन्हें उसी तरह का भोग भी अर्पित करने का प्रयास किया है."

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500 साल पहले गौड़ राजाओं ने कराया था मंदिर निर्माण
जानकारों के अनुसार जबलपुर, के गढ़ा क्षेत्र स्थित मचमठा मंदिर की स्थापना आज से लगभग 500 साल पहले गौड़ राजाओं ने कराई थी. यहीं पर एक हनुमान जी का भी मंदिर है. समय के साथ जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहुंच गया. मंदिर की देखरेख करने के लिए एक समिति बनाई गई. आज इस समिति के 25 साल पूरे हो गए हैं. इस अवसर पर समिति सदस्यों ने अनोखे तरीके से भगवान हनुमान जी को भोग लगाया है.