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लापरवाह बिजली विभाग: हाइटेंशन तार ने ली 2 मासूमों की जान, उजड़ी किसान की बगिया - JABALPUR 2 CHILD DIE ELECTRIC SHOCK

जबलपुर में जमीन पर पड़े बिजली के तार की चपेट में आने से 2 भाई-बहनों की दर्दनाक मौत हो गई. 1 भाई झुलस गया.

JABALPUR 2 CHILD DIE ELECTRIC SHOCK
बिजली के तार की चपेट में आने से 2 भाई-बहनों की मौत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : March 22, 2025 at 5:14 PM IST

Updated : March 22, 2025 at 6:42 PM IST

3 Min Read

जबलपुर: जिले के पाटन थाना क्षेत्र के सुरैया गांव में करंट लगने से दो मासूमों की मौत हो गई. गरीब किसान परिवार के बच्चे गेहूं के खेत में पड़े मवेशियों को भगाने जा रहे थे तभी वहां पड़े तार की चपेट में आ गए. गांव में पावर सप्लाई वाला हाईटेंशन तार 3 दिन से टूटा हुआ था. ग्रामीणों ने इसकी सूचना बिजली विभाग को दी थी. इसके बाद भी बिजली विभाग ने तार को ठीक नहीं किया. घटना के बाद ग्रामीणों ने जबलपुर-दमोह रोड जाम करते हुए बिजली विभाग के खिलाफ कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजे की मांग की.

गेहूं के खेत से मवेशी भगाने गए थे भाई-बहन

सुरैया गांव के ही प्रधान परिवार के दो सगे भाई बहन 13 वर्षीय चांदनी प्रधान और 6 वर्षीय प्रशांत प्रधान, शुक्रवार सुबह खेलते-खेलते खेत में घुसे मवेशियों को भगाने गए थे. इसी दौरान उनका पैर खेत के किनारे टूटे पड़े 11 हजार केवी के हाईटेंशन लाइन के तार पर पड़ गया, जिससे दोनों को तेज करंट लगा और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, उनके साथ मौजूद 8 वर्षीय दिलीप भी करंट की चपेट में आ गया, जिसे ग्रामीणों ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया. पाटन के सरकारी अस्पताल में घायल बच्चे का इलाज चल रहा है.

गेहूं के खेत से मवेशी भगाने के गए थे भाई-बहन (ETV Bharat)

तार टूटने की बिजली कर्मचारी को दी गई थी जानकारी

हादसे के बाद पीड़ित परिवार सहित पूरे गांव में मातम पसर गया. गुस्साए परिजनों ने बिजली विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जबलपुर-दमोह मार्ग जाम कर दिया. ग्रामीण राजेंद्र ने बताया कि "3 दिन पहले से ही यह तार खेत में टूटा पड़ा था. इस बात की जानकारी मैंने बृजेश नामक लाइनमैन को दी थी.

इसके बावजूद भी बिजली विभाग ने तार ठीक करने में कोई रुचि नहीं दिखाई. अगर समय रहते इसे दुरुस्त किया जाता, तो आज दो मासूमों की जान नहीं जाती. हम सरकार से मांग करते हैं कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए और बिजली विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए."

'बिजली विभाग के कर्मचारियों की जांच की जा रही है'

घायल 8 वर्षीय दिलीप ने बताया कि "वे तीनों खेत में मवेशी भगाने गए थे. तार की चपेट में आने पर बहन चांदनी जमीन पर गिर गई और करंट से तड़पने लगी. उसे बचाने के लिए भाई प्रशांत दौड़ा, लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गया. मैं बचाने गया तो मेरे भी पैर में करंट लग गया और मैं दूर जा गिरा."

मौके पर पहुंचे पाटन एसडीओपी लोकेश डाबर ने बताया कि "हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची. ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर बिजली विभाग के कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जा रही है. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी." ईटीवी भारत के संवाददाता ने मामले को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.

जबलपुर: जिले के पाटन थाना क्षेत्र के सुरैया गांव में करंट लगने से दो मासूमों की मौत हो गई. गरीब किसान परिवार के बच्चे गेहूं के खेत में पड़े मवेशियों को भगाने जा रहे थे तभी वहां पड़े तार की चपेट में आ गए. गांव में पावर सप्लाई वाला हाईटेंशन तार 3 दिन से टूटा हुआ था. ग्रामीणों ने इसकी सूचना बिजली विभाग को दी थी. इसके बाद भी बिजली विभाग ने तार को ठीक नहीं किया. घटना के बाद ग्रामीणों ने जबलपुर-दमोह रोड जाम करते हुए बिजली विभाग के खिलाफ कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजे की मांग की.

गेहूं के खेत से मवेशी भगाने गए थे भाई-बहन

सुरैया गांव के ही प्रधान परिवार के दो सगे भाई बहन 13 वर्षीय चांदनी प्रधान और 6 वर्षीय प्रशांत प्रधान, शुक्रवार सुबह खेलते-खेलते खेत में घुसे मवेशियों को भगाने गए थे. इसी दौरान उनका पैर खेत के किनारे टूटे पड़े 11 हजार केवी के हाईटेंशन लाइन के तार पर पड़ गया, जिससे दोनों को तेज करंट लगा और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, उनके साथ मौजूद 8 वर्षीय दिलीप भी करंट की चपेट में आ गया, जिसे ग्रामीणों ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया. पाटन के सरकारी अस्पताल में घायल बच्चे का इलाज चल रहा है.

गेहूं के खेत से मवेशी भगाने के गए थे भाई-बहन (ETV Bharat)

तार टूटने की बिजली कर्मचारी को दी गई थी जानकारी

हादसे के बाद पीड़ित परिवार सहित पूरे गांव में मातम पसर गया. गुस्साए परिजनों ने बिजली विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जबलपुर-दमोह मार्ग जाम कर दिया. ग्रामीण राजेंद्र ने बताया कि "3 दिन पहले से ही यह तार खेत में टूटा पड़ा था. इस बात की जानकारी मैंने बृजेश नामक लाइनमैन को दी थी.

इसके बावजूद भी बिजली विभाग ने तार ठीक करने में कोई रुचि नहीं दिखाई. अगर समय रहते इसे दुरुस्त किया जाता, तो आज दो मासूमों की जान नहीं जाती. हम सरकार से मांग करते हैं कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए और बिजली विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए."

'बिजली विभाग के कर्मचारियों की जांच की जा रही है'

घायल 8 वर्षीय दिलीप ने बताया कि "वे तीनों खेत में मवेशी भगाने गए थे. तार की चपेट में आने पर बहन चांदनी जमीन पर गिर गई और करंट से तड़पने लगी. उसे बचाने के लिए भाई प्रशांत दौड़ा, लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गया. मैं बचाने गया तो मेरे भी पैर में करंट लग गया और मैं दूर जा गिरा."

मौके पर पहुंचे पाटन एसडीओपी लोकेश डाबर ने बताया कि "हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची. ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर बिजली विभाग के कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जा रही है. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी." ईटीवी भारत के संवाददाता ने मामले को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.

Last Updated : March 22, 2025 at 6:42 PM IST
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