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इंटरनेशनल कबड्डी प्लेयर दीपक काशीपुर का विदेशों में जलवा, खेल में जीते कई मेडल, अब सरकारी नौकरी की आस - KABADDI PLAYER DEEPAK KASHIPUR

हरियाणा के कबड्डी खिलाड़ी दीपक ने विदेशों में परचम लहराया है. सरकार से लगाई नौकरी की आस

Kabaddi player Deepak Kashipur
Kabaddi player Deepak Kashipur (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : April 1, 2025 at 3:30 PM IST

Updated : April 1, 2025 at 5:18 PM IST

3 Min Read

पलवल: हरियाणा में पलवल के गांव काशीपुर निवासी इंटरनेशनल कबड्डी प्लेयर दीपक ने विदेश में जाकर परचम लहराया है. एक बार फिर दीपक काशीपुर अब इंग्लैंड की धरती पर जाकर अपना झंडा गाड़ने की तैयारी में है. दीपक काशीपुर ने कबड्डी की शुरुआत 2009 में की थी. उन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर कबड्डी में कई खिताब जीते हैं. लेकिन खेल विभाग में उन्हें कोई नौकरी नहीं मिली.

दीपक ने विदेशों में लहराया परचम: दीपक काशीपुर ने बताया कि 2019 में उन्होंने विदेशी धरती पर पहली कबड्डी मलेशिया में खेली थी. 2020 में पाकिस्तान की धरती पर कबड्डी खेली. 2022 में कनाडा में खेले और अमेरिका, न्यूजीलैंड में 2023 में कबड्डी खेली. वहीं, 2024 में अमेरिका, कनाडा और 2025 में इंग्लैंड की धरती पर कबड्डी खेलने के लिए चयन हुआ है.

खिलाड़ी ने परिवार को दिया कामयाबी का श्रेय: दीपक ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने परिवार और कोच को दिया है. उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी परिवार के समर्थन के बिना कुछ नहीं कर सकता. उनके परिवार ने कबड्डी के लिए उनका पूरा समर्थन किया. वहीं, परिवार ने भी उनके साथ पूरी मेहनत की. दीपक ने बताया कि उनके जीवन में ऐसा भी दौर आया जब उन्हें पुलिस की नौकरी के लिए कबड्डी 4 साल के लिए छोड़नी पड़ी थी. लेकिन पुलिस में नौकरी नहीं लगी.

'दोस्तों ने बढ़ाया मनोबल': दीपक ने फिर से कबड्डी खेलना शुरू कर दिया और उसी दौरान उन्हें इंजरी हुई. लेकिन हार नहीं मानी. कबड्डी चैंपियन बनने में उनके दोस्तों का भी बड़ा हाथ रहा. उन्होंने बताया कि 4 साल कबड्डी छोड़ने के बाद वह अपने दोस्तों से मिले और दोस्तों ने फिर से एक बार उनका मनोबल बढ़ाया और कबड्डी खेलने के लिए प्रेरित किया. दीपक ने फिर से मेहनत की और फिर से कबड्डी चैंपियन बन गए.

इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी दीपक काशीपुर (Etv Bharat)

खेल में जीते 50 से ज्यादा मेडल, ट्रॉफियां: दीपक ने बताया कि कबड्डी खेलने का यह सफर उनका बड़ी ही असुविधाओं से गुजरा है. जब उन्होंने ये सफर शुरू किया तो गांव में अकेले ही कबड्डी प्लेयर थे. दूसरे गांवों में जाकर खेला करते थे. आज उनके पास 50 से ज्यादा मेडल और ट्रॉफी हैं. लेकिन अब उन्हें लगता है कि ये केवल एक पहचान देने के लिए है. नौकरी पाने के लिए मेडलों का कोई महत्व नहीं है. उन्होंने हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम से नौकरी की गुहार लगाई है. साथ ही उम्मीद भी जताई है कि खेलों के लिए पलवल में खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम कोच की पूरी सुविधाएं खिलाड़ियों को मिलेगी.

ये भी पढ़ें: लाडवा खेल स्टेडियम बनेगा आधुनिक, सीएम नायब सैनी ने कहा -राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होंगे तैयार

ये भी पढ़ें: पलवल में मेट्रो प्रोजेक्ट को मिलेगी गति, मंत्री गौरव गौतम बोले- 'युवा रोजगार और किसानों के लिए बनेगा जिला बागवानी सेंटर'

पलवल: हरियाणा में पलवल के गांव काशीपुर निवासी इंटरनेशनल कबड्डी प्लेयर दीपक ने विदेश में जाकर परचम लहराया है. एक बार फिर दीपक काशीपुर अब इंग्लैंड की धरती पर जाकर अपना झंडा गाड़ने की तैयारी में है. दीपक काशीपुर ने कबड्डी की शुरुआत 2009 में की थी. उन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर कबड्डी में कई खिताब जीते हैं. लेकिन खेल विभाग में उन्हें कोई नौकरी नहीं मिली.

दीपक ने विदेशों में लहराया परचम: दीपक काशीपुर ने बताया कि 2019 में उन्होंने विदेशी धरती पर पहली कबड्डी मलेशिया में खेली थी. 2020 में पाकिस्तान की धरती पर कबड्डी खेली. 2022 में कनाडा में खेले और अमेरिका, न्यूजीलैंड में 2023 में कबड्डी खेली. वहीं, 2024 में अमेरिका, कनाडा और 2025 में इंग्लैंड की धरती पर कबड्डी खेलने के लिए चयन हुआ है.

खिलाड़ी ने परिवार को दिया कामयाबी का श्रेय: दीपक ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने परिवार और कोच को दिया है. उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी परिवार के समर्थन के बिना कुछ नहीं कर सकता. उनके परिवार ने कबड्डी के लिए उनका पूरा समर्थन किया. वहीं, परिवार ने भी उनके साथ पूरी मेहनत की. दीपक ने बताया कि उनके जीवन में ऐसा भी दौर आया जब उन्हें पुलिस की नौकरी के लिए कबड्डी 4 साल के लिए छोड़नी पड़ी थी. लेकिन पुलिस में नौकरी नहीं लगी.

'दोस्तों ने बढ़ाया मनोबल': दीपक ने फिर से कबड्डी खेलना शुरू कर दिया और उसी दौरान उन्हें इंजरी हुई. लेकिन हार नहीं मानी. कबड्डी चैंपियन बनने में उनके दोस्तों का भी बड़ा हाथ रहा. उन्होंने बताया कि 4 साल कबड्डी छोड़ने के बाद वह अपने दोस्तों से मिले और दोस्तों ने फिर से एक बार उनका मनोबल बढ़ाया और कबड्डी खेलने के लिए प्रेरित किया. दीपक ने फिर से मेहनत की और फिर से कबड्डी चैंपियन बन गए.

इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी दीपक काशीपुर (Etv Bharat)

खेल में जीते 50 से ज्यादा मेडल, ट्रॉफियां: दीपक ने बताया कि कबड्डी खेलने का यह सफर उनका बड़ी ही असुविधाओं से गुजरा है. जब उन्होंने ये सफर शुरू किया तो गांव में अकेले ही कबड्डी प्लेयर थे. दूसरे गांवों में जाकर खेला करते थे. आज उनके पास 50 से ज्यादा मेडल और ट्रॉफी हैं. लेकिन अब उन्हें लगता है कि ये केवल एक पहचान देने के लिए है. नौकरी पाने के लिए मेडलों का कोई महत्व नहीं है. उन्होंने हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम से नौकरी की गुहार लगाई है. साथ ही उम्मीद भी जताई है कि खेलों के लिए पलवल में खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम कोच की पूरी सुविधाएं खिलाड़ियों को मिलेगी.

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Last Updated : April 1, 2025 at 5:18 PM IST
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