इंदौर : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया. इस दौरान भारत ने पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया. लेकिन तनाव के दौरान पाकिस्तान का अजरबैजान और तुर्की ने खुलकर साथ दिया. इस कारण भारतीयों में पाकिस्तान का साथ देने वाले इन दो देशों के खिलाफ रोष व्याप्त है. उद्योगपतियों के साथ ही व्यापारियों में भी इन दोनों देशों के खिलाफ गुस्सा है. लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इन दोनों देशों से निर्यात होकर आ रही वस्तुओं का बहिष्कार करने की घोषणा विभिन्न संगठन कर रहे हैं.
पाकिस्तान का साथ देने वाले देशों का विरोध
इसी कड़ी में अब इंदौर के ट्रक एवं ड्राइवर संगठन ने अजरबैजान व तुर्की का विरोध किया है. इंदौर के ट्रक ड्राइवर संगठन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने व्यापारियों पत्र में लिखकर देश के समस्त ट्रांसपोर्टर से अपील है "तुर्की और अजरबैजान को अब करारा जवाब दें, इन दोनों देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते तोड़कर आर्थिक चोट दी जाएगी. तुर्की व अजरबैजान के माल की ढुलाई का बहिष्कार करें. माल की बुकिंग न करें. अगर ये पता चला कि ये सामान तुर्की या अजरबैजान का है तो कंटेनर या ट्रक में लोडिंग न करवाएं."

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अजरबैजान व तुर्की से कई वस्तुओं का निर्यात
गौरतलब है कि अजरबैजान और तुर्की से भारत का अलग-अलग क्षेत्र में हजारों करोड़ रुपए का व्यापार है. इंडिया से ऑटो पार्ट्स और कपड़ा बड़ी मात्रा में दोनों देशों में जाता है तो वहीं दोनों देशों से भी फल सहित अन्य वस्तुएं आती हैं. गौरतलब है कि तुर्की व अजरबैजान के खिलाफ भारतीयों में भारी गुस्सा है. लोगों का कहना है कि इन दोनों देशों से पूरी तरह से व्यापारिक रिश्ते तोड़ लेने चाहिए.