नई दिल्ली: स्वच्छ भारत मिशन और मेक इन इंडिया जैसी राष्ट्रीय पहलों को नई तकनीकी गति मिली है. देश की उभरती हुई रोबोटिक्स कंपनी अल्फाड्रॉइड ने पर्यावरण संस्था डब्ल्यूमार्स के साथ मिलकर देश का पहला पूर्णतया स्वदेशी रोबोटिक वेस्टबिन सिस्टम तैयार किया है. यह अत्याधुनिक रोबोट न केवल कचरा एकत्र करता है, बल्कि डिजिटल माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी करता है.
मोबाइल रोबोट से स्वच्छता की निगरानी: रोबोटिक्स कंपनी अल्फाड्रॉइड की सीओओ प्रगति त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि यह रोबोटिक सिस्टम मॉल, स्कूल, दफ्तर जैसे सार्वजनिक स्थलों पर स्वतः घूमकर कचरा इकट्ठा करता है. इस रोबोट में लगे स्मार्ट डस्टबिन सेंसर की मदद से हाथ पास आते ही स्वतः खुल जाते हैं, जिससे लोग बिना स्पर्श किए कचरा डाल देते हैं. हमने इसे इस सोच के साथ तैयार किया है कि कचरा फेंकने के लिए लोग इंतज़ार न करें, बल्कि रोबोट खुद उनके पास पहुंचे.
तकनीक से जागरूकता भीः यह रोबोटिक सिस्टम केवल एक सफाई यंत्र नहीं है, बल्कि एक चलता-फिरता जागरूकता अभियान भी है. इसमें लगे डिजिटल डिस्प्ले व साउंड सिस्टम के जरिए यह लोगों को साफ-सफाई, रीसाइक्लिंग व पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी जानकारी भी देता है. ये रोबोट लोगों के सवालों के जवाब भी देंगे. इसके लिए भी तकनीकी काम किया जा रहा है.
संस्थानों में शुरू हुआ उपयोगः अल्फाड्रॉइड के संस्थापक निदेशक संजीव कुमार एवं कार्यकारी निदेशक सुबोध सिन्हा ने बताया कि यह पहल प्रधानमंत्री के ‘स्वच्छ भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ विज़न को समर्पित है. हमें गर्व है कि हमने भारत का पहला पूर्णतः स्वदेशी रोबोट तैयार किया है, जो समाज में स्वच्छता और स्मार्ट टेक्नोलॉजी दोनों को बढ़ावा दे रहा है. नगर निकाय, विद्यालय और निजी संगठन इस तकनीक को अपनाने में रुचि दिखा रहे हैं. हमारा लक्ष्य सिर्फ रोबोट बनाना नहीं, बल्कि एक ऐसा स्वदेशी समाधान देना है जो स्वच्छता और तकनीकी विकास दोनों लक्ष्यों को साथ लेकर चले.
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