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स्वच्छता में स्वदेशी तकनीक की दस्तक: भारत में बना पहला रोबोटिक वेस्टबिन सिस्टम शुरू - FIRST ROBOTIC WASTEBIN SYSTEM

देश की रोबोटिक्स कंपनी अल्फाड्रॉइड ने पर्यावरण संस्था डब्ल्यूमार्स के साथ मिलकर देश का पहला पूर्णतया स्वदेशी रोबोटिक वेस्टबिन सिस्टम तैयार किया है.

भारत में बना पहला रोबोटिक वेस्टबिन सिस्टम शुरू
भारत में बना पहला रोबोटिक वेस्टबिन सिस्टम शुरू (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : April 14, 2025 at 1:40 PM IST

3 Min Read

नई दिल्ली: स्वच्छ भारत मिशन और मेक इन इंडिया जैसी राष्ट्रीय पहलों को नई तकनीकी गति मिली है. देश की उभरती हुई रोबोटिक्स कंपनी अल्फाड्रॉइड ने पर्यावरण संस्था डब्ल्यूमार्स के साथ मिलकर देश का पहला पूर्णतया स्वदेशी रोबोटिक वेस्टबिन सिस्टम तैयार किया है. यह अत्याधुनिक रोबोट न केवल कचरा एकत्र करता है, बल्कि डिजिटल माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी करता है.

मोबाइल रोबोट से स्वच्छता की निगरानी: रोबोटिक्स कंपनी अल्फाड्रॉइड की सीओओ प्रगति त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि यह रोबोटिक सिस्टम मॉल, स्कूल, दफ्तर जैसे सार्वजनिक स्थलों पर स्वतः घूमकर कचरा इकट्ठा करता है. इस रोबोट में लगे स्मार्ट डस्टबिन सेंसर की मदद से हाथ पास आते ही स्वतः खुल जाते हैं, जिससे लोग बिना स्पर्श किए कचरा डाल देते हैं. हमने इसे इस सोच के साथ तैयार किया है कि कचरा फेंकने के लिए लोग इंतज़ार न करें, बल्कि रोबोट खुद उनके पास पहुंचे.

तकनीक से जागरूकता भीः यह रोबोटिक सिस्टम केवल एक सफाई यंत्र नहीं है, बल्कि एक चलता-फिरता जागरूकता अभियान भी है. इसमें लगे डिजिटल डिस्प्ले व साउंड सिस्टम के जरिए यह लोगों को साफ-सफाई, रीसाइक्लिंग व पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी जानकारी भी देता है. ये रोबोट लोगों के सवालों के जवाब भी देंगे. इसके लिए भी तकनीकी काम किया जा रहा है.

स्वच्छता में स्वदेशी तकनीक की दस्तक (ETV BHARAT)
स्वदेशी व आत्मनिर्भर भारत की मिसालःजब देश में अधिकतर रोबोट विदेशी तकनीक पर आधारित हैं. तब अल्फाड्रॉइड ने 100 प्रतिशत स्वदेशी निर्माण की मिसाल पेश की है. प्रगति त्रिपाठी कहती हैं कि हम रोबोट को इंसान का प्रतिस्पर्धी नहीं, बल्कि सहयोगी मानते हैं. इससे न केवल काम आसान होगा, बल्कि आईटी और टेक्निकल सेक्टर में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. रोबोट के आने से किसी का रोजगार नहीं जाएगा.
स्वच्छता में स्वदेशी तकनीक की दस्तक (ETV BHARAT)

संस्थानों में शुरू हुआ उपयोगः अल्फाड्रॉइड के संस्थापक निदेशक संजीव कुमार एवं कार्यकारी निदेशक सुबोध सिन्हा ने बताया कि यह पहल प्रधानमंत्री के ‘स्वच्छ भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ विज़न को समर्पित है. हमें गर्व है कि हमने भारत का पहला पूर्णतः स्वदेशी रोबोट तैयार किया है, जो समाज में स्वच्छता और स्मार्ट टेक्नोलॉजी दोनों को बढ़ावा दे रहा है. नगर निकाय, विद्यालय और निजी संगठन इस तकनीक को अपनाने में रुचि दिखा रहे हैं. हमारा लक्ष्य सिर्फ रोबोट बनाना नहीं, बल्कि एक ऐसा स्वदेशी समाधान देना है जो स्वच्छता और तकनीकी विकास दोनों लक्ष्यों को साथ लेकर चले.

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दिल्ली के डॉक्टरों ने रोबोट के सहारे 20 साल पुरानी बीमारी को किया ठीक

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मोबाइल रोबोट से स्वच्छता की निगरानी: रोबोटिक्स कंपनी अल्फाड्रॉइड की सीओओ प्रगति त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि यह रोबोटिक सिस्टम मॉल, स्कूल, दफ्तर जैसे सार्वजनिक स्थलों पर स्वतः घूमकर कचरा इकट्ठा करता है. इस रोबोट में लगे स्मार्ट डस्टबिन सेंसर की मदद से हाथ पास आते ही स्वतः खुल जाते हैं, जिससे लोग बिना स्पर्श किए कचरा डाल देते हैं. हमने इसे इस सोच के साथ तैयार किया है कि कचरा फेंकने के लिए लोग इंतज़ार न करें, बल्कि रोबोट खुद उनके पास पहुंचे.

तकनीक से जागरूकता भीः यह रोबोटिक सिस्टम केवल एक सफाई यंत्र नहीं है, बल्कि एक चलता-फिरता जागरूकता अभियान भी है. इसमें लगे डिजिटल डिस्प्ले व साउंड सिस्टम के जरिए यह लोगों को साफ-सफाई, रीसाइक्लिंग व पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी जानकारी भी देता है. ये रोबोट लोगों के सवालों के जवाब भी देंगे. इसके लिए भी तकनीकी काम किया जा रहा है.

स्वच्छता में स्वदेशी तकनीक की दस्तक (ETV BHARAT)
स्वदेशी व आत्मनिर्भर भारत की मिसालःजब देश में अधिकतर रोबोट विदेशी तकनीक पर आधारित हैं. तब अल्फाड्रॉइड ने 100 प्रतिशत स्वदेशी निर्माण की मिसाल पेश की है. प्रगति त्रिपाठी कहती हैं कि हम रोबोट को इंसान का प्रतिस्पर्धी नहीं, बल्कि सहयोगी मानते हैं. इससे न केवल काम आसान होगा, बल्कि आईटी और टेक्निकल सेक्टर में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. रोबोट के आने से किसी का रोजगार नहीं जाएगा.
स्वच्छता में स्वदेशी तकनीक की दस्तक (ETV BHARAT)

संस्थानों में शुरू हुआ उपयोगः अल्फाड्रॉइड के संस्थापक निदेशक संजीव कुमार एवं कार्यकारी निदेशक सुबोध सिन्हा ने बताया कि यह पहल प्रधानमंत्री के ‘स्वच्छ भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ विज़न को समर्पित है. हमें गर्व है कि हमने भारत का पहला पूर्णतः स्वदेशी रोबोट तैयार किया है, जो समाज में स्वच्छता और स्मार्ट टेक्नोलॉजी दोनों को बढ़ावा दे रहा है. नगर निकाय, विद्यालय और निजी संगठन इस तकनीक को अपनाने में रुचि दिखा रहे हैं. हमारा लक्ष्य सिर्फ रोबोट बनाना नहीं, बल्कि एक ऐसा स्वदेशी समाधान देना है जो स्वच्छता और तकनीकी विकास दोनों लक्ष्यों को साथ लेकर चले.

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