रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नवा रायपुर में देश की प्रसिद्ध सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी पॉलीमैटेक इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट की आधारशिला रखी. यह कंपनी सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली अग्रणी कंपनियों में से एक है, जो छत्तीसगढ़ में 1,143 करोड़ रुपये की लागत से एक बड़ा कारखाना स्थापित करेगी.
2030 तक 10 अरब चिप्स तैयार करने का टारगेट: डेढ़ लाख वर्ग फीट में बनने वाला यह प्लांट साल 2030 तक 10 अरब चिप्स तैयार करेगा, जिनका उपयोग टेलीकॉम, 6जी/7जी, लैपटॉप और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स में किया जाएगा. इस प्लांट की स्थापना से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.

सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है कि छत्तीसगढ़ में पहले सेमीकंडक्टर संयंत्र की स्थापना का भूमिपूजन हुआ है. छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति में सेमीकंडक्टर उद्योग को विशेष प्रोत्साहन दिए गए हैं, जिससे निश्चित रूप से कंपनी को यहां निवेश में सफलता मिलेगी. साय ने कहा कि विश्व में जो भी देश विकसित हुए हैं, उन्होंने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में मेहनत की है.
अब 6जी और 7जी तकनीक भी आ रही है और मुझे खुशी है कि इनके लिए चिप्स हमारे देश में ही तैयार होंगे, और नवा रायपुर, अटल नगर में हमारे इंजीनियर इन्हें बनाएंगे.- विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़

नवा रायपुर के सेक्टर-5 में डेढ़ लाख वर्ग फीट जमीन पर प्लांट: सीएम साय ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में आयोजित एक इंवेस्टर्स मीट में राज्य के अधिकारियों की मुलाकात पोलीमैटेक के प्रबंधन से हुई थी, उस दौरान कंपनी ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा जताई थी. जिसके बाद उद्योग विभाग और एनआरडीए ने 45 दिनों के अंदर नवा रायपुर के सेक्टर-5 में डेढ़ लाख वर्ग फीट भूमि उपलब्ध कराई.

छत्तीसगढ़ की सिलिकॉन वैली: सीएम ने कहा निश्चित ही नवा रायपुर छत्तीसगढ़ की सिलिकॉन वैली के रूप में उभरेगा और इसकी शुरुआत आज के भूमिपूजन से हो चुकी है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस संयंत्र में कार्य करने वाले युवाओं को नियुक्ति पत्र भी सौंपा.
तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलने के साथ रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे.-वित्त मंत्री, ओपी चौधरी
10000 करोड़ रुपये के निवेश का अतिरिक्त प्रस्ताव: भूमिपूजन अवसर पर पोलीमैटेक कंपनी के एमडी ईश्वर राव ने मुख्यमंत्री साय को सरकार की तत्परता और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने छत्तीसगढ़ में पॉवर मॉड्यूल फेब्रिकेशन प्लांट स्थापित करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये के निवेश का भी प्रस्ताव दिया. इस संयंत्र के माध्यम से ट्रांजिस्टर, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के क्षेत्र में नई ऊंचाई मिलेगी. इससे प्रदेश में 5000 से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा.