भोपाल: मध्य प्रदेश आने वाले पर्यटक गर्मियों में सड़पुड़ा की रानी यानी पचमढ़ी जाना नहीं भूलते. सतपुड़ा में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को लग्जरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. अब राज्य शासन पचमढ़ी में गोल्फ कोर्स बनाने जा रही है. यह गोल्फ कोर्स 18 होल्स का होगा.
यह देश के सबसे बड़े गोल्फ कोर्स में से एक होगा. इस गोल्फ कोर्स के आसपास लग्जरी फैसिलिटी भी विकसित करेगी. दिल्ली के द्वारका में पिछले साल दिसंबर में देश का सबसे लंबा गोल्फ कोर्स बनाया गया है, जो 7377 यार्ड में फैला है और इसमें 158 एकड़ में हरित क्षेत्र भी शामिल है. पर्यटन विकास निगम ने इसके लिए टेंडर जारी कर दिया है.

125 एकड़ में बनेगा गोल्फ कोर्स
मध्य प्रदेश की मनाली कहे जाने वाले पचगढ़ी में यह गोल्फ कोर्स राजभवन रोड पर बनाया जाएगा. दरअसल, पचमढ़ी में भी एक राजभवन मौजहै. यह गोल्फ कोर्स इसी राजभवन रोड के पास बनाया जाएगा. इस गोल्फ कोर्स का कुल एरिया करीबन 125 एकड़ का होगा.
राज्य सरकार इस गोल्फ कोर्स को डीबीएफओटी मॉडल यानी डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट और ट्रांसफर मॉडल पर तैयार करा रही है. इसे तैयार होने में करीबन 170 करोड़ की लागत आएगी. यह मध्य प्रदेश का पहला 18 होल गोल्फ कोर्स होगा.

गोल्फ कोर्स के पास बनेंगे लग्जरी होटल्स
18 होल गोल्फ कोर्स को स्पोर्ट्स फैसिलिटी के साथ डेवलप किया जाएगा. यहां गोल्फ कोर्स तो बनाया ही जाएगा. इसके साथ ही 5 स्टार लग्जरी होटल्स और इको रिसोर्ट, रूम्स, रेस्टोरेंट और बैंकॉट हॉल जैसी तमाम सुविधाएं तैयार की जाएंगी.
पर्यटन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यहां 18 होल गोल्फ कोर्स के रूप में विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. पचमढ़ी मध्य प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन है. पचमढ़ी में अभी 9 होल का गोल्फ कोर्स मौजूद हैं, जिसे 1910 में बनाया गया था.
अंग्रेजों ने स्थापित किया गोल्फ कोर्स
देश में ईस्ट इंडिया कंपनी ने देश में सबसे पुराना गोल्फ क्लब रॉयल कलकत्ता गोल्फ क्लब है. इसे 1829 में स्थापित किया गया था. यह ग्रेट ब्रिटेन के बाहर बना पहला गोल्फ क्लब था. 19वीं सदी की शुरूआत तक देश में एक ही गोल्फ क्लब था. पचमढ़ी में 1910 में गोल्फ कोर्स बनाया गया था. देश में आज 196 रजिस्टर्ड गोल्फ कोर्स हैं और इसमें से 50 फीसदी सैन्य ठिकानों पर मौजूद हैं.

पचमढ़ी में रहता है पर्यटकों का जमावड़ा
कहा जाता है कि 1862 में सतपुड़ा वन क्षेत्र में अंग्रेजी लेख कैप्टन जे फोर्सिथ ने पचमढ़ी की खोज की थी. यहां मौजूद 5 प्राचीन गुफाओं के चलते इस पचमढ़ी नाम दिया गया. कहा जाता है कि यहां पांडव रूके थे.
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सतपुड़ा रेंज में मौजूद पचमढ़ी की प्राकृतिक खूबसूरती को निहारने के लिए हर साल यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. गर्मियों की छुट्टियों में यहां पर्यटकों का मेला लगा रहता है. हर साल गर्मियों के दो माह के दौरान यहां करीबन 50 हजार पर्यटक पहुंचते हैं.