रायपुर : देश सहित प्रदेश में भी अब कोरोना के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं. इससे निपटने स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुट गया है. सभी शासकीय अस्पतालों को अलर्ट मोड में कर दिया गया है. साथ ही कोरोना से निपटने जो भी जरूरी दवाईया और संसाधन हैं, उसे मुहैया कराने के निर्देश जारी किए गए हैं. वहीं छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल मेकाहारा में भी कोरोना को लेकर तैयारी की गई है. यहां कोरोना के लिए कोविड वार्ड तैयार किया गया है. जो 15 बिस्तर वाला है, साथ ही यहां पर डॉक्टर नर्स सहित अन्य स्टाफ की तैनाती की गई है.अस्पताल का दावा है कि कोरोना से निपटने उनके पास पर्याप्त साधन है.
प्रदेश में कोविड के कितने मरीज : छत्तीसगढ़ की बात की जाए तो सोमवार की रात तक कोविड के 6 और नए मरीज मिले थे. बिलासपुर से 3 रायपुर, महासमुंद और दुर्ग से एक-एक मरीज मिले हैं. प्रदेश में कोविड के कुल मामले 62 हो गए हैं. इनमें से 18 रिकवर हो चुके हैं.वहीं 44 एक्टिव हैं. पिछले 48 घंटे की बात की जाए तो सोमवार को 13 मरीज मिले हैं, इससे पहले शुक्रवार को रायपुर में कोविड के एक ही दिन में 11, बिलासपुर में 5 और बालोद में 1 मरीज मिले थे. इस तरह उस दिन 17 मरीज एक ही दिन में छत्तीसगढ़ में मिले थे. नए वेरिएंट आने के बाद से एक दिन में यह सबसे बड़ा आंकड़ा था. इसके बाद प्रशासन हाई अलर्ट मोड में आ गया और सभी शासकीय अस्पतालों को कोरोना से निपटने तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं. उसके लिए जो भी जरूरी संसाधन है, उसे महिया कराए जाने के निर्देश भी जारी किए जा चुके हैं.
जहां कोई भी कोविड संक्रमित होता है और उसे भर्ती करने की आवश्यकता होती है, तो उसे एडमिट किया जाता है. प्रथम चरण में 15 बेड का वार्ड तैयार है, उसमें आईसीयू भी है, उसे आरक्षित रखा है.यदि इस बीच कोराना मरीजों की संख्या बढ़ती है, तो उस दौरान वार्ड का विस्तार भी किया जाएगा.
मेकाहारा की पीआरओ शुभ्रा सिंह ने बताया है कि जैसे शुरू से कोरोना का प्रोटोकॉल है, पहले तीन फेस में जो देखा है, जो अलग-अलग कोरोना के वेरियंट है, उसे दौरान जिस तरह की व्यवस्था थी.वही व्यवस्था और प्रोटोकॉल अभी भी है. अलग से आइसोलेटेड वार्ड बनाया गया. जहां समान्य लोग नहीं जा सकते हैं. वहां कोरोना का प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चिकित्सकों, पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ की तैनाती की गई है- शुभ्रा सिंह,पीआरओ मेकाहारा
सभी उनका उपचार करते हैं और मरीज के स्वास्थ्य होने पर कोरोना के प्रोटोकॉल के तहत डिस्चार्ज किया जाता है. इसके अलावा नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर हैं. उनकी पहले से ही ड्यूटी लगा दी है. कोरोना के लिए अलग से ओपीडी वार्ड और जांच की व्यवस्था की गई है. हमारे यहा कोरोना को लेकर जांच और उपचार की पूरी व्यवस्था है.
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