शिमला: हिमाचल में पंचायतीराज संस्थाओं के लिए दिसंबर महीने में चुनाव होने हैं. ऐसे में चुनाव को लेकर विभाग ने कसरत शुरू कर दी है. प्रदेश में इस बार पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव को लेकर कई बदलाव देखने को मिलेंगे. प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया को सही तरह से संपन्न करने के लिए इस बार एक जिला परिषद वार्ड की सीमा एक ब्लॉक के अंदर ही सीमीत रहेगी. अब एक विकासखंड में बने जिला परिषद वार्ड की सीट में दूसरे विकाखंड के क्षेत्रों को शामिल नहीं किया जाएगा. इसके अलावा नए नगर निगम और नगर पंचायत बनने से प्रदेश में पंचायतों की संख्या घटी है. ऐसे में इस बार जिला परिषद वार्ड, पंचायत समितियों और पंचायतों की सीमाएं बदलने वाली हैं, जिसके लिए पुनर्सीमांकन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
125 जिला परिषद वार्डों की बदलेगी सीमाएं
हिमाचल में कुल जिला परिषद वार्डों की संख्या 249 है, जिसमें 125 वार्ड ऐसे हैं, जिनकी सीमा दो विकासखंडों में पड़ती है. वहीं अब एक विकासखंड के तहत अब केवल एक ही जिला परिषद वार्ड होगा. इसको देखते हुए प्रदेश में 125 वार्डों की सीमाओं में बदलाव होने जा रहा है. इसी तरह से पूर्व की भाजपा सरकार के समय में 10 नए विकासखंड बनाए गए थे, जिसके बाद प्रदेश में अब विकासखंडों की संख्या 91 हो गई है. इस कारण नए ब्लॉक बनने के बाद अब नई पंचायत समितियां भी बनेंगी. इस तरह से अब कई ब्लॉक की सीमाएं भी बदलने वाली हैं. इसके अलावा वर्तमान सरकार ने कई पंचायतों को नए नगर निगम और नगर पंचायतों में शामिल किया है, जिससे प्रदेश में 42 पंचायतें कम हुई हैं, वहीं योल कैंट क्षेत्र में चार नई पंचायतें बनी हैं. इस तरह से अब प्रदेश में 46 पंचायतों की सीमाओं में भी बदलाव होने जा रहा है.
ये होगा फायदा
हिमाचल में इस बार एक ब्लॉक के जिला परिषद वार्ड की सीमा दूसरे ब्लॉक में नहीं होगी. इस कारण ऐसे 125 जिला परिषद दो ब्लॉकों से हट जाएंगे, जिससे चुनाव प्रक्रिया पूरी करने में भी आसानी होगी. पंचायतीराज विभाग के अतिरिक्त निदेशक केवल शर्मा का कहना है कि, 'एक ब्लॉक एक जिला परिषद वार्ड होने से जिला परिषद सदस्यों को भी अब काम कराने में आसानी होगी. पहले जिला परिषद सदस्य को दो BDO से डील करना पड़ता था, लेकिन अब एक ही BDO से डील करना होगा. इसी तरह से दो ब्लॉक में पड़ने वाले जिला परिषद वार्डों में विकासकार्यों की मॉनिटरिंग में भी परेशानी आती थी, लेकिन अब इस समस्या का समाधान हो जाएगा. अब आरओ और एआरओ को भी जिला परिषद चुनाव में आसानी रहेगी. '
हिमाचल में अब 3577 पंचायतें
प्रदेश में पंचायतीराज संस्थाओं का कार्यकाल इस साल समाप्त हो रहा है. अब आने वाले समय में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज होने वाली है. प्रदेश में होने वाले पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव को लेकर बात की जाए तो वर्तमान में जिला परिषद के कुल वार्डों की संख्या 249 है. इस बार प्रदेश सरकार ने एक और जिला परिषद वार्ड की घोषणा की है. ऐसे में अब हिमाचल में जिला परिषद वार्डों की संख्या 250 होगी. इसके अतिरिक्त प्रदेश में 10 नए ब्लॉक बनने से अब विकासखंडों की संख्या 91 हो गई है. वहीं नए नगर निगम और नगर पंचायतें बनने के बाद अब कुल 3577 पंचायतों का मुखिया चुनने के लिए चुनाव होंगे.
30 जून तक डिलिमिटेशन की प्रक्रिया पूरी करने का आग्रह
वहीं, हिमाचल प्रदेश राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त अनिल कुमार खाची ने सरकार को 30 जून तक डीलिमिटेशन की प्रक्रिया पूरा करने का आग्रह किया है, ताकि साल के अंत तक प्रस्तावित पंचायत चुनावों की तैयारियां समय पर पूरी की जा सकें. हिमाचल में पंचायती राज संस्थाओं के लिए दिसंबर महीने के दूसरे पखवाड़े में कभी भी चुनाव का ऐलान हो सकता है. पिछली बार भी पंचायती राज संस्थाओं के लिए 21 दिसंबर 2020 को चुनाव की घोषणा की हुई थी, जिसके बाद पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषद के लिए 17, 19 और 21 जनवरी 2021 को तीन चरणों में मतदान हुआ था.
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