वाराणसी: IIT-BHU में अब दवाओं का निर्माण करना सिखाया जाएगा. फार्मा सेक्टर से जुड़े लोगों को इंडस्ट्रीज की तर्ज पर दवा बनाने के लिए आईआईटी बीएचयू एक कैप्सूल कोर्स शुरू करने जा रहा है. तीन महीने के इस कोर्स में छात्रों को दवाओं के निर्माण तकनीक की जानकारी दी जाएगी. कैप्सूल कोर्स में दवा बनाने से लेकर के पैकेजिंग तक की तकनीकी प्रक्रिया सिर्फ 3 महीने में ही सिखाई जाएगी.
यह कोर्स राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संवर्धन शिक्षा कार्यक्रम एपीटीईएल सर्टिफाइड है. अब तक इस कोर्स के लिए 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. इस कोर्स में अलग-अलग फॉर्मेट में कैप्सूल, टैबलेट, लिक्विड और जेल जैसी दवाओं की डिजाइनिंग के साथ कंपोजिशन बताई जाएगी. खास बात यह है, कि आईआईटी बीएचयू के छात्रों के साथ ही फार्मास्यूटिकल विज्ञान से जुड़े विद्यार्थी भी इस कोर्स को कर सकते हैं.
फार्मास्यूटिक छात्रों को मिलेगा फायदा: इस कोर्स के संचालन की जिम्मेदारी फार्मास्यूटिकल इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर रुचि चावला को दी गई है. IIT-BHU की मानें तो यह कोर्स फार्मास्यूटिकल में बीटेक, एमटेक या अन्य कोर्स कर चुके छात्र-छात्राओं की न सिर्फ विशेषज्ञता बढ़ाएगा, बल्कि उन्हें नए सिरे से दवाओं को बनाने की जानकारी भी देगा. इस कोर्स की बात करें तो इसमें दवाओं के फॉर्मूलेशन तैयार होने से पहले की प्रक्रिया समझाई जाएगी. टैबलेट, कैप्सूल, लिक्विड और सेमी सॉलिड दवाओं जैसे क्रीम, जेल और पेस्ट कंपोजीशन तैयार करना बताया जाएगा.
तीन महीने का कोर्स, 1 हजार रुपए फीस: यह कोर्स 12 सप्ताह यानी 3 महीने का है. इसकी फीस भी बेहद कम यानी मात्र 1000 रुपए है. इस कैप्सूल कोर्स के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. कोई भी इच्छुक अभ्यर्थी स्वयं पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकता है. 28 जुलाई तक यह प्रक्रिया जारी रहेगी. 15 अगस्त से परीक्षा फॉर्म भरे जाएंगे. यह कोर्स अंग्रेजी भाषा में होगा. विद्यार्थियों को इसमें 12 असाइनमेंट जमा करने होंगे और इसकी परीक्षा 1 नवंबर को संपन्न कराई जाएगी.