लखनऊ: IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश के भ्रष्टाचार में निलंबित होने के बाद चर्चा में आई एजेंसी इन्वेस्ट UP का अब नया मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) आईएएस विजय किरण आनंद को बनाया गया है. उनके पास सचिव अवस्थापना और औद्योगिक विकास का भी काम रहेगा.
इसके साथ ही अपने पुराने विभाग मुख्य मेला अधिकारी प्रयागराज की जिम्मेदारी भी वे कुछ समय तक संभालते रहेंगे. बता दें कि इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी की जिम्मेदारी अब तक लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार संभाल रहे थे.
इसके साथ ही भ्रष्टाचार के मामले में एक अन्य आईएएस अधिकारी राजकुमार के खिलाफ कार्रवाई की गई है. पंचायती राज विभाग के अपर निदेशक राजकुमार को प्रतीक्षारत कर दिया गया है.
पिछले दिनों आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर निलंबित कर दिया गया था. उनके खिलाफ विजिलेंस जांच भी शुरू की गई है. अभिषेक प्रकाश पर आरोप था कि उन्होंने एक सोलर प्रोजेक्ट में दलाल के माध्यम से घूस लेने का प्रयास किया था.
मामले की सूचना जब मुख्यमंत्री कार्यालय को हुई तो इस संबंध में कड़ी कार्रवाई की गई. दलाल की गिरफ्तारी हुई और अभिषेक प्रकाश को निलंबित करके उनके खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू की गई है.
अभिषेक प्रकाश को इन्वेस्ट यूपी से हटाए जाने के बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी की जिम्मेदारी प्रथमेश कुमार को दी गई थी. उनको यह जिम्मेदारी अस्थाई रूप से दी गई थी. नियुक्ति विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि अब सरकार ने इस विभाग के लिए स्थायी व्यवस्था की है.
महाकुंभ 2025 के लिए मेला अधिकारी के तौर पर तैनात किए गए विजय किरण आनंद को इस व्यवस्था में शामिल किया गया है. विजय किरण आनंद प्रयागराज मेला संबंधित बचे हुए कार्यों को निपटाने के साथ ही अब मुख्य कार्यपालक अधिकारी इन्वेस्ट यूपी और सचिव औद्योगिक विकास विभाग की जिम्मेदारी को भी संभालेंगे.
इसके साथ ही अलग-अलग शिकायतों के बाद पंचायती राज विभाग में भी सरकार ने कार्रवाई की है. यहां अपर निदेशक राजकुमार को हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया गया है. उनके खिलाफ भी पंचायती राज विभाग में आदेशों का उल्लंघन करने और भ्रष्टाचार संबंधित शिकायतें लगातार की जा रही थीं.
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