हमीरपुर: हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने कहा है कि हमीरपुर मंडल में बसों में सफर करने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा. यदि मंजूदशुद्वा ढाबा संचालकों के खिलाफ शिकायतें आती हैं तो निगम सख्ती से निपटेगा और बार-बार शिकायत आने पर उन्हें अयोग्य भी घोषित किया जाएगा.
अजय वर्मा ने बताया कि हमीरपुर मंडल 563 रूटों पर कुल 589 बसें चला रहा है, जिनमें 11 एसी बसें शामिल हैं. वित्त वर्ष 2024-25 में मंडल ने 182.47 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15.29 करोड़ रुपये अधिक है. उन्होंने कहा कि यह सफलता निगम कर्मचारियों की कड़ी मेहनत का नतीजा है. साथ ही, इस वर्ष मंडल ने 2.16 करोड़ रुपये के ईंधन की बचत भी की है.
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निगम ने हमीरपुर से अयोध्या, वृंदावन, चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, नैना देवी, दियोट सिद्ध समेत अन्य धार्मिक स्थलों के लिए बस सेवाएं शुरू की हैं. भविष्य में ग्रामीण एवं लंबे रूटों पर भी बस सेवाओं का विस्तार किया जाएगा.
परिवहन निगम पर्यावरण संरक्षण को गंभीरता से ले रहा है और अपने बेड़े में ई-बसों को शामिल करने जा रहा है. वर्तमान में धर्मशाला और शिमला में ई-बसें चल रही हैं, वहीं जल्द ही हमीरपुर मंडल के अंतर्गत नादौन में ई-बस डिपो स्थापित किया जाएगा.
ढाबा नीति पर भी सरकार काम कर रही है ताकि यात्रियों को बेहतर भोजन एवं सुविधाएं मिल सकें. अजय वर्मा ने बताया कि अब ढाबा संचालकों के खिलाफ शिकायत आने पर जुर्माना लगाया जाएगा. पहली शिकायत पर पांच हजार, दूसरी बार शिकायत आने पर दस हजार और तीसरी बार पंद्रह हजार रुपये का जुर्माना होगा. बार-बार शिकायतें मिलने पर ढाबा संचालक को अयोग्य घोषित किया जाएगा.
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