शिमला: 10 मार्च से लापता हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के चीफ इंजीनियर विमल नेगी का शव कल बिलासपुर के गोविंद सागर झील में मिला था. बिलासपुर एम्स में शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शिमला HPPCL कार्यालय भेजा गया. जहां दफ्तर के बाहर परिजनों ने विमल नेगी की डेड बॉडी को उठाने से मना कर दिया है. परिजनों ने MD हरिकेश मीणा और डायरेक्टर देशराज को सस्पेंड करने की मांग रखी है. जिसके बाद ही शव उठाने की बात कही है.
एचपीसीएल के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत का मामला गरमा गया है. विमल नेगी का शव मिलने के बाद परिजनों ने प्रबंधन पर प्रताड़ना करने का आरोप लगाया है. दरअसल, बिलासपुर एम्स में पोस्टमार्टम के बाद विमल नेगी की डेड बॉडी शिमला स्थित HPPCL कार्यालय लाई गई, जहां परिजनों ने दफ्तर के बाहर डेड बॉडी रखकर प्रदर्शन किया और अपनी मांगे रखी.
परिजनों ने HPPCL के MD हरिकेश मीणा और डायरेक्टर देशराज के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. यही नहीं इन दोनों अफसरों को सस्पेंड करने की भी मांग उठाई. वहीं, परिजनों ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की हैं और मौके पर पहुंचे राजस्व मंत्री जगत नेगी के खिलाफ नारे भी लगाए.
विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी ने कहा, "विमल नेगी के ऊपर हरिकेश मीणा और देशराज द्वारा गलत काम करने का दबाव बनाया जा रहा था. उनको प्रताड़ित किया जा रहा था और उन्हें छुट्टी नहीं दी जाती थी, दफ्तर के बाहर फाइल के साथ घंटों खड़ा रखा जाता था. वह आत्महत्या नहीं कर सकते. उन्हें आत्महत्या करनी होती तो वह शिमला से बिलासपुर क्यों जाते. वह यहां से डेड बॉडी तभी उठाएंगे, जब तक दोनों अफसरों को सस्पेंड नहीं किया जाता. मामले की सीबीआई जांच की जाए".
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