हमीरपुर: सुजानपुर होली मेले में कल अंतिम अंतिम सांस्कृतिक संध्या का आयोजन हुआ. सांस्कृतिक संध्या में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल बतौर मुख्यातिथि पहुंचे. पत्रकारों से बातचीत के दौरान राज्यपाल ने बंबर ठाकुर पर हुई फायरिंग को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा, "ऐसा नहीं होनी चाहिए, लेकिन अगर ऐसा हुआ है तो सरकार, पुलिस और प्रशासन इसे अपने स्तर पर देख रहा है. बहुत जल्द ही इसके परिणाम सामने आएंगे." बीती 14 मार्च को पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर अज्ञात हमलावरों ने जानलेवा हमला किया. इस हमले में बंबर ठाकुर समेत उनके पीएसओ भी घायल हुए. बंबर ठाकुर को आईजीएमसी शिमला में भर्ती किया गया है. जबकि उनके पीएसओ का बिलासपुर एम्स में इलाज चल रहा है.
इन कलाकारों के नाम रही मेले की आखिरी संध्या
वहीं, 15 मार्च को राष्ट्र स्तरीय होली उत्सव सुजानपुर-2025 का भी समापन हो गया. मेले की आखिरी सांस्कृतिक संध्या पंजाबी गायक सुक्खी और बॉलीवुड गायिका ऋतु पाठक के नाम रही. संध्या में सुक्खी के सुरों का जादू खूब चला और दर्शक भी पंजाबी गानों पर जमकर झूमे. सांस्कृतिक संध्या में बड़ी संख्या में पहुंचे युवा सुक्खी के गानों पर जमकर नाचे. वहीं, ऋतु पाठकों ने भी लोगों का भरपूर मनोरंजन किया. इन स्टार कलाकारों के अलावा हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों के लोक कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी और होली मेले की आखिरी सांस्कृतिक संध्या में खूबसूरत रंग भरे.
राज्यपाल ने दी सुजानपुर वासियों को बधाई
इससे पहले राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने दीप प्रज्ज्वलित करके होली उत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया. शनिवार को सुजानपुर के चार दिवसीय राष्ट्र स्तरीय होली उत्सव की आखिरी सांस्कृतिक संध्या में लोगों को शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने कहा कि सुजानपुर वासियों ने होली की सदियों पुरानी परंपरा एवं संस्कृति को आज भी संजोकर रखा है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं.
"हिमाचल प्रदेश के लोगों ने अपनी संस्कृति और परंपराओं को संजोकर रखा है. इसी कारण इस प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है. इस उत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिलने के बाद इसके स्वरूप को और विस्तार मिलेगा." - शिव प्रताप शुक्ल, राज्यपाल
'परंपराओं के पालन के साथ नशे के खात्मे का प्रण जरूरी'
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा, जीडीपी ग्रोथ और विकास के अन्य सभी मानकों में बहुत ही सराहनीय उपलब्धियां हासिल की हैं. उन्होंने कहा कि विकास एवं समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ने के साथ-साथ हमें नशे जैसी गंभीर समस्या के प्रति सचेत रहने की जरूरत है. इसलिए, हमें परंपराओं के पालन के साथ साथ नशे के खात्मे का प्रण लेने की भी जरूरत है.