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Hair Transplant कितना खतरनाक? कानपुर में हो चुकी है 2 इंजीनियर्स की मौत; जानिए- क्या कहते हैं एक्सपर्ट - HAIR TRANSPLANT SIDE EFFECT

ETV Bharat Explainer में आईए जानते हैं, हेयर ट्रांसप्लांट किससे और कहां से कराना चाहिए? साथ ही क्या-क्या सावधानियां जरूरी

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क्या है हेयर ट्रांसप्लांट, इसे कौन करता है, कहां से कराया जा सकता है हेयर ट्रांसप्लांट. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 15, 2025 at 11:34 AM IST

Updated : May 15, 2025 at 1:01 PM IST

13 Min Read

लखनऊ: स्ट्रेस से भरी लाइफ में अब कोई भी चीज व्यवस्थित नहीं रह गई है, फिर चाहे वह खुद के बाल ही क्यों न हों. काम का प्रेशर और स्ट्रेस के कारण लड़का हो या लड़की हर कोई बाल झड़ने की समस्या से परेशान है. बालों को बचाने के लिए लोग हर संभव प्रयास करते हैं. यथासंभव कोशिश करने के बाद भी जब बाल को बचाने में लोग नाकामयाब होते हैं तो आखिर में हेयर ट्रांसप्लांट कराने के लिए तैयार होते हैं.

लेकिन, क्या आप जानते हैं हेयर ट्रांसप्लांट कराने में जरा सी चूक जानलेवा भी साबित हो जाती है. कानपुर के 2 इंजीनियरों के साथ ऐसा ही हुआ. दोनों को अपनी जान तक गंवानी पड़ गई. इनमें से एक मामले में अब परिवार वालों ने FIR कराई है. ETV Bharat की इस खास पेशकश में आईए जानते हैं, हेयर ट्रांसप्लांट किससे और कहां कराना चाहिए?

हेयर ट्रांसप्लांट पर संवाददाता की खास रिपोर्ट. (Video Credit; ETV Bharat)

कानपुर के असिस्टेंट इंजीनियर विनीत की हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मौत हो गई थी. उनकी पत्नी जया के मुताबिक, हेयर ट्रांसप्लांट के बाद उनके चेहरे पर इतनी सूजन आ गई थी कि चेहरा गुब्बारे की तरह हो गया था. आंखें बाहर आ गई थीं. वे पहचान में नहीं आ रहे थे. पुलिस ने 54 दिन बाद FIR दर्ज की.

इस तरह की कई घटनाएं होती है. इसलिए जरूरी है कि इस प्रकार का ट्रीटमेंट कराने से पहले अच्छी तरह से जांच-पड़ताल जरूर करें कि ट्रीटमेंट करने वाली जगह कैसी है? एक्सपर्ट की क्वालिफिकेशन क्या है?

केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जन डॉ. विजय कुमार ने बताया कि अगर सही जगह से हेयर ट्रांसप्लांट कराया जा रहा है तो उसका परिणाम भी अच्छा होगा. लोगों को यह बात समझने की जरूरत है कि किसी भी पार्लर, सैलून या क्लीनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराने की चीज नहीं है. यह भी एक प्रकार की सर्जरी है.

इसमें जान का खतरा नहीं होता है लेकिन, कई केस में ट्रांस्प्लांट विधा में एक्सपर्ट नहीं होने के कारण टेक्नीशियन मरीज के लिए खतरा खड़ा कर देते हैं. हेयर ट्रांसप्लांट एक्सपर्ट टेक्नीशियन पूरी टीम के साथ करता है, जिसको एक प्लास्टिक सर्जन या डर्मेटोलॉजिस्ट लीड करता है.

क्या है हेयर ट्रांसप्लांट: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि हेयर ट्रांसप्लांट खोए हुए बालों को दोबारा पाने का सबसे कारगर उपाय है. हेयर ट्रांसप्लांट 99 प्रतिशत सफलता दर के साथ पॉजिटिव परिणाम की गारंटी देता है. क्योंकि, यह प्रक्रिया फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन (FUT) के माध्यम से बालों को जड़ों में ट्रांसप्लांट करती है. इसलिए इसमें बालों के तेज गति से बढ़ने की संभावना अधिक होती है.

डॉ. विजय कुमार का कहना है कि अभी जो कानपुर में मामला हुआ है उसके बारे में मैंने थोड़ी जानकारी की तो पता चला कि जिस जगह पर व्यक्ति ने हेयर ट्रांसप्लांट कराया था, वहां पर कोई भी प्लास्टिक सर्जन नहीं था. अन्य कोई भी सुविधा नहीं थी जो एक हेयर ट्रीटमेंट ओटी में होनी चाहिए.

क्यों झड़ते हैं बाल: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि सामान्य रूप से पुरुषों में पाया जाने वाला टेस्टोस्टेरान हार्मोन एक उम्र के बाद डिहाइड्रो टेस्टोस्टेरान (DHT) हार्मोन में बदल जाता है, जो सिर के केवल आगे के बालों के विकास के लिए जिम्मेदार होता है. आनुवांशिकता के चलते इस हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे सिर के आगे के बालों की जड़ कमजोर हो जाती है. बाल झड़ने व टूटने लगते हैं. इसके 95 फीसदी मामले पुरुषों में पाए जाते हैं.

हेयर ट्रांसप्लांट कराते समय किन बातों का रखें ध्यान.
हेयर ट्रांसप्लांट कराते समय किन बातों का रखें ध्यान. (Photo Credit; ETV Bharat)

बालों की सेहत कैसे सुधारें: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि बालों की सेहत के लिए विटामिंस, बायोटिन, मिनरल्स और प्रोटीनयुक्त भोजन (बादाम, मूंगफली, काजू, गोभी, अलसी आदि) लेना चाहिए. ये पोषक तत्व बालों की ग्रोथ को बेहतर बनाते हैं. इनकी कमी से एलोपेशिया यानी गंजेपन की समस्या होती है.

क्या डाई और बार-बार शैंपू बदलने से बाल झड़ते हैं: डॉ. विजय कुमार का कहना है कि आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तनाव में है. अत्यधिक तनाव, लगातार केमिकल वाले हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बालों के झड़ने की समस्या को बढ़ाता है. बार-बार शैम्पू व ऑयल का बदलना भी इसका कारण है. सिर की त्वचा का रूखा बना रहना और तेल से मालिश न करने से स्कैल्प की नमी खत्म होने से बालों की जड़े कमजोर हो जाती हैं. नतीजा, ये गिरने लगते हैं.

क्या हार्मोनल बदलाव से भी बाल झड़ते हैं: डॉ. विजय कुमार का कहना है कि हेयर फॉल समय से पहले या निश्चित उम्र के बाद शरीर में हार्मोनल बदलाव परेशानी का सबब बनता है. महिलाओं में थायराइड हार्मोन, पीसीओडी (पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम), पौष्टिक तत्वों और खून की कमी की समस्या से बाल झड़ने लगते हैं.

क्या डायबिटीज-हाई बीपी के मरीज करा सकते हैं हेयर ट्रांसप्लांट: डॉ. विजय कुमार का कहना है कि डायबिटीज यानी मधुमेह के मरीजों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए. हाई बीपी के मरीज व्यक्ति को भी हेयर ट्रांसप्लांट से बचना चाहिए, क्योंकि इन दोनों ही रोगों में एनेस्थीसिया देना जानलेवा हो सकता है.

मेटाबॉलिक डिसऑर्डर वाले मरीज को भी हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए, क्योंकि हेयर ग्राफ्टिंग के दौरान आने वाली चुनौतियां उसके लिए खतरनाक साबित हो सकती है. इस प्रक्रिया में छह से सात घंटे तक बेहोश रखा जाता है और ऐसे में इस बीमारी के मरीज की जान पर बन सकती है.

एलर्जी के मरीजों को भी नहीं कराना चाहिए हेयर ट्रांसप्लांट: डॉ. विजय कुमार का कहना है कि एलर्जी की दवा लेने वाले मरीजों को भी हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए. दरअसल, इस सर्जरी के दौरान कई तरह के कॉम्पलिकेशन होते हैं और एनेस्थीसिया के साथ मरीज को जख्म सूखने की कई दवाएं भी दी जाती हैं. ये दवाएं एलर्जी से पीड़ित मरीज के लिए खतरनाक हो सकती हैं. इसलिए एलर्जी या एलर्जी की दवा ले रहे लोगों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए.

हार्ट के मरीज भी न कराएं हेयर ट्रांसप्लांट: इस बारे में मरीज को ध्यान देना चाहिए कि अगर उन्हें समस्या है तो हेयर ट्रांसप्लांट बिल्कुल भी न कराएं. यानी ऐसे मरीज जिनके हार्ट में पेसमेकर लगा है या अन्य कोई आर्टिफिशियल उपकरण लगा है, इन्हें भी हेयर ट्रांसप्लांट का रिस्क लेने से बचना चाहिए. इस ऑपरेशन के दौरान दिया जाने वाला एनेस्थीसिया और ग्राफ्टिंग की प्रक्रिया हार्ट मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है.

कहां से कराया जाए हेयर ट्रांसप्लांट: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि हेयर ट्रांसप्लांट सही ट्रीटमेंट है. लेकिन, यह ट्रीटमेंट अच्छी जगह से होना चाहिए, नहीं तो मरीज को दिक्कत हो सकती है. कई बार जान जाने का भी खतरा रहता है. इसलिए ऐसी जगह हेयर ट्रांसप्लांट कराना चाहिए, जहां पर विशेषज्ञ और मूलभूत सुविधाएं हों. ऐसे मामलों में दवाओं के रिएक्शन, एलर्जी या एनेस्थीसिया के प्रभाव से होने वाले रिएक्शन के कारण मौत तक हो सकती है.

हेयर ट्रांसप्लांट किससे कराना चाहिए: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि हेयर ट्रांसप्लांट के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट या फिर प्लास्टिक सर्जन होना ही चाहिए. अगर डॉक्टर के पास ये डिग्री नहीं है, तब यह ट्रीटमेंट नहीं करना चाहिए. हेयर ट्रांसप्लांटेशन की स्पिल्ट्स बनाना, हेयर लाइन किस तरह बनेगी, किस डायरेक्शन में बाल लगेंगे और बाल निकालने का पूरा प्रोसेस एक्सपर्ट ही कर सकता है.

हेयर ट्रांसप्लांट से मौत की क्या है असल वजह: यदि किसी ऐसे इंसान ने इस काम को किया जो इसके बारे में जानता नहीं है, तब स्किन पर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. कानपुर में इंजीनियर की मौत की भी यही है. अब तक जो बातें सामने आई हैं, उससे स्पष्ट होता है कि हेयर ट्रांसप्लांट के समय डर्मेटोलॉजिस्ट नहीं था. भारत में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मौतों की अधिकतर वजह यही सामने आई है.

हेयर ट्रांसप्लांट की क्या है गाइडलाइन: राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (NMC) की ओर से वर्ष 2022 में कॉस्मेटिक सर्जरी यानी हेयर ट्रांसप्लांट को लेकर के गाइडलाइन जारी की गई थी. लेकिन, वर्तमान में इस गाइडलाइन पर कोई भी नहीं चल रहा है. एनएमसी ने वर्ष 2022 में दो तरह की गाइडलाइन जारी की थी. एक जिसमें जिस जगह पर कॉस्मेटिक सर्जरी हो रही है, वहां पर क्या मूलभूत सुविधाएं होनी चाहिए? कौन विशेषज्ञ होने चाहिए? इसका उल्लेख किया गया था. बताया गया था कि मरीज किन सेंटर पर विश्वास कर सकते हैं. कहां से कॉस्मेटिक सर्जरी यानी हेयर ट्रांसप्लांट करा सकते हैं और जिस जगह पर वह हेयर ट्रांसप्लांट करने जा रहे हैं, वहां पर उन्हें ट्रीटमेंट लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

हेयर ट्रांसप्लांट से पहले किन बातों का रखें ध्यान

  • मरीज को उस डॉक्टर से मिलना चाहिए, जो हेयर ट्रांसप्लांट करने जा रहा है और उसकी योग्यता, अनुभव के बारे में जानना चाहिए.
  • मरीज को उस स्थान के बारें में पता होना चाहिए जहां ऐसी प्रक्रिया की जानी है, वहां उचित प्रोटोकॉल आदि के साथ ओटी सुविधाएं हैं या नहीं.
  • किसी भी पोस्टऑपरेटिव जटिलता का इलाज करने के लिए सुविधाएं और विशेषताएं हैं या नहीं.
  • रोगी को प्रक्रिया, सभी आवश्यक प्री-ऑपरेटिव जांच, जटिलताओं और प्रक्रिया को दोहराने की आवश्यकता के बारे में जानकारी होनी चाहिए.

हेयर ट्रांसप्लांट के बाद क्या होती है कोई दिक्कत: हेयर ट्रांसप्लांट सहित कॉस्मेटिक सर्जरी, किसी भी अन्य सर्जिकल प्रक्रिया की तरह, कभी-कभी गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं. हर आधुनिक चिकित्सा के चिकित्सक को इन जटिलताओं के बारे में पता होना चाहिए और उनकी रोकथाम और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित होना चाहिए. क्योंकि, अधिकांश जटिलताएं टाली जा सकती हैं और उचित सर्जिकल तकनीक और घाव की देखभाल से उन्हें कम किया जा सकता है.

किसी एक्सपर्ट से ही कराएं हेयर ट्रांसप्लांट: हेयर ट्रांसप्लांट सहित सौंदर्य प्रक्रियाएं आपातकालीन सर्जरी नहीं हैं और इसलिए "असाधारण परिस्थितियों" के बहाने किसी भी अप्रशिक्षित व्यक्ति को इसे करने की अनुमति देने का कोई मामला नहीं है. यह ध्यान दिया जा सकता है कि कार्यशालाओं या यूट्यूब या किसी अन्य समान प्लेटफॉर्म पर देखना, सौंदर्य सर्जरी शुरू करने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं है.

सहायक या तकनीशियन: नर्स, ओटी तकनीशियन, फार्मासिस्ट जैसे चिकित्सा पृष्ठभूमि से होना चाहिए. हालांकि, उन्हें सौंदर्य सर्जरी के सभी पहलुओं के साथ-साथ कीटाणुशोधन, बंध्यीकरण, रोगी से संवाद आदि की तकनीकों में संरचित, व्यवस्थित और उचित प्रशिक्षण प्रदान किए जाने की आवश्यकता है. सर्जिकल सहायकों व तकनीशियनों को अपना कार्य केवल उपचार करने वाले चिकित्सक की प्रत्यक्ष देखरेख में ही करना चाहिए.

सस्ता ट्रीटमेंट कराने के चक्कर में जा रही जान: कुछ दिन पहले कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में इंजीनियर विनीत दुबे की हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद मौत का मामला चर्चा में आया था. मार्च में विनीत की मौत होने के करीब 54 दिन बाद मुकदमा दर्ज हुआ था. अभी लोग विनीत के मामले को भूल पाते, अब बुधवार को फर्रुखाबाद निवासी इंजी. मयंक कटियार की मौत भी हेयर ट्रांसप्लांट कराने के अगले दिन हो गई थी.

गौर करने वाली बात यह है इन दोनों मामलों में कानपुर की एक निजी डॉक्टर के ऊपर गलत तरह से सर्जरी करने का आरोप लगा है. शहर के रावतपुर थाना में मुकदमा दर्ज होने के बाद मृत इंजीनियर मयंक के परिजनों ने बुधवार को पुलिस आयुक्त से मुलाकात की. इसके बाद मामले की जानकारी डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी को मिली तो उन्होंने निजी डॉक्टर (अनुष्का तिवारी) के केशवपुरम स्थित क्लिनीक पर फोर्स भेजकर छापेमारी कराई.

हालांकि, पुलिसकर्मियों को क्लिनिक पर ताला लटका मिला. अब पुलिस ने डॉक्टर के मोबाइल को सर्विलांस पर लेकर तलाश शुरू कर दी है. इंजी. मयंक के भाई कुशाग्र का कहना है कि डॉक्टर को हेयर ट्रांसप्लांट का कोई अनुभव नहीं था. इलाज के बाद भाई ने डॉक्टर से लगातार संपर्क किया, मगर डॉक्टर ने अपनी ओर से भाई की कोई मदद नहीं की. हेयर ट्रांसप्लांट के लिए डॉक्टर ने मोटी फीस वसूली थी.

चेहरे पर आ गई थी भयंकर सूजन, सिर में था तेज दर्द: इंजीनियर मयंक ने 18 नवंबर को कानपुर के केशवपुरम में हेयर ट्रांसप्लांट कराया था. उसके बाद शाम से ही मयंक की तबीयत बिगड़ने लगी थी. परिजनों के मुताबिक मयंक के चेहरे पर बहुत अधिक सूजन आ गई थी और सिर में तेज दर्द था.

19 नवंबर की सुबह जब परिजन मयंक को अस्पताल ले गए तो रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया था. इसी तरह 14 मार्च से पहले कानपुर निवासी इंजीनियर विनीत दुबे ने भी जब हेयर ट्रांसप्लांट कराया था, तो विनीत की आंखों व चेहरे पर बहुत अधिक सूजन आ गई थी. उसके बाद विनीत की मौत हो गई थी.

हेयर ट्रांसप्लांट के बारे में बताते डॉ. रघुवीर माथुर. (Video Credit; ETV Bharat)

हेयर ट्रांसप्लांट में कितना आता है खर्च: डॉ.रघुवीर का कहना है कि सस्ते ट्रांसप्लांट के चक्कर में मरीज अपनी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. इस क्षेत्र में अब 30 से 35 हजार रुपये में ही डॉक्टर्स हेयर ट्रांसप्लांट कर दे रहे हैं, जोकि गलत है. जब आप बेहतर ढंग और सुरक्षित तरीके व सभी मानकों को ध्यान में रखकर हेयर ट्रांसप्लांट कराएंगे तो औसतन 80 हजार रुपये से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक खर्च करने होंगे.

ये भी पढ़ेंः यूपी के किसान का बेटा लंदन में चुना गया मेयर, जानिए कौन हैं और कैसे इस मुकाम तक पहुंचा?

लखनऊ: स्ट्रेस से भरी लाइफ में अब कोई भी चीज व्यवस्थित नहीं रह गई है, फिर चाहे वह खुद के बाल ही क्यों न हों. काम का प्रेशर और स्ट्रेस के कारण लड़का हो या लड़की हर कोई बाल झड़ने की समस्या से परेशान है. बालों को बचाने के लिए लोग हर संभव प्रयास करते हैं. यथासंभव कोशिश करने के बाद भी जब बाल को बचाने में लोग नाकामयाब होते हैं तो आखिर में हेयर ट्रांसप्लांट कराने के लिए तैयार होते हैं.

लेकिन, क्या आप जानते हैं हेयर ट्रांसप्लांट कराने में जरा सी चूक जानलेवा भी साबित हो जाती है. कानपुर के 2 इंजीनियरों के साथ ऐसा ही हुआ. दोनों को अपनी जान तक गंवानी पड़ गई. इनमें से एक मामले में अब परिवार वालों ने FIR कराई है. ETV Bharat की इस खास पेशकश में आईए जानते हैं, हेयर ट्रांसप्लांट किससे और कहां कराना चाहिए?

हेयर ट्रांसप्लांट पर संवाददाता की खास रिपोर्ट. (Video Credit; ETV Bharat)

कानपुर के असिस्टेंट इंजीनियर विनीत की हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मौत हो गई थी. उनकी पत्नी जया के मुताबिक, हेयर ट्रांसप्लांट के बाद उनके चेहरे पर इतनी सूजन आ गई थी कि चेहरा गुब्बारे की तरह हो गया था. आंखें बाहर आ गई थीं. वे पहचान में नहीं आ रहे थे. पुलिस ने 54 दिन बाद FIR दर्ज की.

इस तरह की कई घटनाएं होती है. इसलिए जरूरी है कि इस प्रकार का ट्रीटमेंट कराने से पहले अच्छी तरह से जांच-पड़ताल जरूर करें कि ट्रीटमेंट करने वाली जगह कैसी है? एक्सपर्ट की क्वालिफिकेशन क्या है?

केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जन डॉ. विजय कुमार ने बताया कि अगर सही जगह से हेयर ट्रांसप्लांट कराया जा रहा है तो उसका परिणाम भी अच्छा होगा. लोगों को यह बात समझने की जरूरत है कि किसी भी पार्लर, सैलून या क्लीनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराने की चीज नहीं है. यह भी एक प्रकार की सर्जरी है.

इसमें जान का खतरा नहीं होता है लेकिन, कई केस में ट्रांस्प्लांट विधा में एक्सपर्ट नहीं होने के कारण टेक्नीशियन मरीज के लिए खतरा खड़ा कर देते हैं. हेयर ट्रांसप्लांट एक्सपर्ट टेक्नीशियन पूरी टीम के साथ करता है, जिसको एक प्लास्टिक सर्जन या डर्मेटोलॉजिस्ट लीड करता है.

क्या है हेयर ट्रांसप्लांट: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि हेयर ट्रांसप्लांट खोए हुए बालों को दोबारा पाने का सबसे कारगर उपाय है. हेयर ट्रांसप्लांट 99 प्रतिशत सफलता दर के साथ पॉजिटिव परिणाम की गारंटी देता है. क्योंकि, यह प्रक्रिया फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन (FUT) के माध्यम से बालों को जड़ों में ट्रांसप्लांट करती है. इसलिए इसमें बालों के तेज गति से बढ़ने की संभावना अधिक होती है.

डॉ. विजय कुमार का कहना है कि अभी जो कानपुर में मामला हुआ है उसके बारे में मैंने थोड़ी जानकारी की तो पता चला कि जिस जगह पर व्यक्ति ने हेयर ट्रांसप्लांट कराया था, वहां पर कोई भी प्लास्टिक सर्जन नहीं था. अन्य कोई भी सुविधा नहीं थी जो एक हेयर ट्रीटमेंट ओटी में होनी चाहिए.

क्यों झड़ते हैं बाल: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि सामान्य रूप से पुरुषों में पाया जाने वाला टेस्टोस्टेरान हार्मोन एक उम्र के बाद डिहाइड्रो टेस्टोस्टेरान (DHT) हार्मोन में बदल जाता है, जो सिर के केवल आगे के बालों के विकास के लिए जिम्मेदार होता है. आनुवांशिकता के चलते इस हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे सिर के आगे के बालों की जड़ कमजोर हो जाती है. बाल झड़ने व टूटने लगते हैं. इसके 95 फीसदी मामले पुरुषों में पाए जाते हैं.

हेयर ट्रांसप्लांट कराते समय किन बातों का रखें ध्यान.
हेयर ट्रांसप्लांट कराते समय किन बातों का रखें ध्यान. (Photo Credit; ETV Bharat)

बालों की सेहत कैसे सुधारें: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि बालों की सेहत के लिए विटामिंस, बायोटिन, मिनरल्स और प्रोटीनयुक्त भोजन (बादाम, मूंगफली, काजू, गोभी, अलसी आदि) लेना चाहिए. ये पोषक तत्व बालों की ग्रोथ को बेहतर बनाते हैं. इनकी कमी से एलोपेशिया यानी गंजेपन की समस्या होती है.

क्या डाई और बार-बार शैंपू बदलने से बाल झड़ते हैं: डॉ. विजय कुमार का कहना है कि आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तनाव में है. अत्यधिक तनाव, लगातार केमिकल वाले हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बालों के झड़ने की समस्या को बढ़ाता है. बार-बार शैम्पू व ऑयल का बदलना भी इसका कारण है. सिर की त्वचा का रूखा बना रहना और तेल से मालिश न करने से स्कैल्प की नमी खत्म होने से बालों की जड़े कमजोर हो जाती हैं. नतीजा, ये गिरने लगते हैं.

क्या हार्मोनल बदलाव से भी बाल झड़ते हैं: डॉ. विजय कुमार का कहना है कि हेयर फॉल समय से पहले या निश्चित उम्र के बाद शरीर में हार्मोनल बदलाव परेशानी का सबब बनता है. महिलाओं में थायराइड हार्मोन, पीसीओडी (पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम), पौष्टिक तत्वों और खून की कमी की समस्या से बाल झड़ने लगते हैं.

क्या डायबिटीज-हाई बीपी के मरीज करा सकते हैं हेयर ट्रांसप्लांट: डॉ. विजय कुमार का कहना है कि डायबिटीज यानी मधुमेह के मरीजों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए. हाई बीपी के मरीज व्यक्ति को भी हेयर ट्रांसप्लांट से बचना चाहिए, क्योंकि इन दोनों ही रोगों में एनेस्थीसिया देना जानलेवा हो सकता है.

मेटाबॉलिक डिसऑर्डर वाले मरीज को भी हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए, क्योंकि हेयर ग्राफ्टिंग के दौरान आने वाली चुनौतियां उसके लिए खतरनाक साबित हो सकती है. इस प्रक्रिया में छह से सात घंटे तक बेहोश रखा जाता है और ऐसे में इस बीमारी के मरीज की जान पर बन सकती है.

एलर्जी के मरीजों को भी नहीं कराना चाहिए हेयर ट्रांसप्लांट: डॉ. विजय कुमार का कहना है कि एलर्जी की दवा लेने वाले मरीजों को भी हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए. दरअसल, इस सर्जरी के दौरान कई तरह के कॉम्पलिकेशन होते हैं और एनेस्थीसिया के साथ मरीज को जख्म सूखने की कई दवाएं भी दी जाती हैं. ये दवाएं एलर्जी से पीड़ित मरीज के लिए खतरनाक हो सकती हैं. इसलिए एलर्जी या एलर्जी की दवा ले रहे लोगों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करवाना चाहिए.

हार्ट के मरीज भी न कराएं हेयर ट्रांसप्लांट: इस बारे में मरीज को ध्यान देना चाहिए कि अगर उन्हें समस्या है तो हेयर ट्रांसप्लांट बिल्कुल भी न कराएं. यानी ऐसे मरीज जिनके हार्ट में पेसमेकर लगा है या अन्य कोई आर्टिफिशियल उपकरण लगा है, इन्हें भी हेयर ट्रांसप्लांट का रिस्क लेने से बचना चाहिए. इस ऑपरेशन के दौरान दिया जाने वाला एनेस्थीसिया और ग्राफ्टिंग की प्रक्रिया हार्ट मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है.

कहां से कराया जाए हेयर ट्रांसप्लांट: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि हेयर ट्रांसप्लांट सही ट्रीटमेंट है. लेकिन, यह ट्रीटमेंट अच्छी जगह से होना चाहिए, नहीं तो मरीज को दिक्कत हो सकती है. कई बार जान जाने का भी खतरा रहता है. इसलिए ऐसी जगह हेयर ट्रांसप्लांट कराना चाहिए, जहां पर विशेषज्ञ और मूलभूत सुविधाएं हों. ऐसे मामलों में दवाओं के रिएक्शन, एलर्जी या एनेस्थीसिया के प्रभाव से होने वाले रिएक्शन के कारण मौत तक हो सकती है.

हेयर ट्रांसप्लांट किससे कराना चाहिए: डॉ. विजय कुमार ने बताया कि हेयर ट्रांसप्लांट के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट या फिर प्लास्टिक सर्जन होना ही चाहिए. अगर डॉक्टर के पास ये डिग्री नहीं है, तब यह ट्रीटमेंट नहीं करना चाहिए. हेयर ट्रांसप्लांटेशन की स्पिल्ट्स बनाना, हेयर लाइन किस तरह बनेगी, किस डायरेक्शन में बाल लगेंगे और बाल निकालने का पूरा प्रोसेस एक्सपर्ट ही कर सकता है.

हेयर ट्रांसप्लांट से मौत की क्या है असल वजह: यदि किसी ऐसे इंसान ने इस काम को किया जो इसके बारे में जानता नहीं है, तब स्किन पर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. कानपुर में इंजीनियर की मौत की भी यही है. अब तक जो बातें सामने आई हैं, उससे स्पष्ट होता है कि हेयर ट्रांसप्लांट के समय डर्मेटोलॉजिस्ट नहीं था. भारत में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मौतों की अधिकतर वजह यही सामने आई है.

हेयर ट्रांसप्लांट की क्या है गाइडलाइन: राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (NMC) की ओर से वर्ष 2022 में कॉस्मेटिक सर्जरी यानी हेयर ट्रांसप्लांट को लेकर के गाइडलाइन जारी की गई थी. लेकिन, वर्तमान में इस गाइडलाइन पर कोई भी नहीं चल रहा है. एनएमसी ने वर्ष 2022 में दो तरह की गाइडलाइन जारी की थी. एक जिसमें जिस जगह पर कॉस्मेटिक सर्जरी हो रही है, वहां पर क्या मूलभूत सुविधाएं होनी चाहिए? कौन विशेषज्ञ होने चाहिए? इसका उल्लेख किया गया था. बताया गया था कि मरीज किन सेंटर पर विश्वास कर सकते हैं. कहां से कॉस्मेटिक सर्जरी यानी हेयर ट्रांसप्लांट करा सकते हैं और जिस जगह पर वह हेयर ट्रांसप्लांट करने जा रहे हैं, वहां पर उन्हें ट्रीटमेंट लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

हेयर ट्रांसप्लांट से पहले किन बातों का रखें ध्यान

  • मरीज को उस डॉक्टर से मिलना चाहिए, जो हेयर ट्रांसप्लांट करने जा रहा है और उसकी योग्यता, अनुभव के बारे में जानना चाहिए.
  • मरीज को उस स्थान के बारें में पता होना चाहिए जहां ऐसी प्रक्रिया की जानी है, वहां उचित प्रोटोकॉल आदि के साथ ओटी सुविधाएं हैं या नहीं.
  • किसी भी पोस्टऑपरेटिव जटिलता का इलाज करने के लिए सुविधाएं और विशेषताएं हैं या नहीं.
  • रोगी को प्रक्रिया, सभी आवश्यक प्री-ऑपरेटिव जांच, जटिलताओं और प्रक्रिया को दोहराने की आवश्यकता के बारे में जानकारी होनी चाहिए.

हेयर ट्रांसप्लांट के बाद क्या होती है कोई दिक्कत: हेयर ट्रांसप्लांट सहित कॉस्मेटिक सर्जरी, किसी भी अन्य सर्जिकल प्रक्रिया की तरह, कभी-कभी गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं. हर आधुनिक चिकित्सा के चिकित्सक को इन जटिलताओं के बारे में पता होना चाहिए और उनकी रोकथाम और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित होना चाहिए. क्योंकि, अधिकांश जटिलताएं टाली जा सकती हैं और उचित सर्जिकल तकनीक और घाव की देखभाल से उन्हें कम किया जा सकता है.

किसी एक्सपर्ट से ही कराएं हेयर ट्रांसप्लांट: हेयर ट्रांसप्लांट सहित सौंदर्य प्रक्रियाएं आपातकालीन सर्जरी नहीं हैं और इसलिए "असाधारण परिस्थितियों" के बहाने किसी भी अप्रशिक्षित व्यक्ति को इसे करने की अनुमति देने का कोई मामला नहीं है. यह ध्यान दिया जा सकता है कि कार्यशालाओं या यूट्यूब या किसी अन्य समान प्लेटफॉर्म पर देखना, सौंदर्य सर्जरी शुरू करने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं है.

सहायक या तकनीशियन: नर्स, ओटी तकनीशियन, फार्मासिस्ट जैसे चिकित्सा पृष्ठभूमि से होना चाहिए. हालांकि, उन्हें सौंदर्य सर्जरी के सभी पहलुओं के साथ-साथ कीटाणुशोधन, बंध्यीकरण, रोगी से संवाद आदि की तकनीकों में संरचित, व्यवस्थित और उचित प्रशिक्षण प्रदान किए जाने की आवश्यकता है. सर्जिकल सहायकों व तकनीशियनों को अपना कार्य केवल उपचार करने वाले चिकित्सक की प्रत्यक्ष देखरेख में ही करना चाहिए.

सस्ता ट्रीटमेंट कराने के चक्कर में जा रही जान: कुछ दिन पहले कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में इंजीनियर विनीत दुबे की हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद मौत का मामला चर्चा में आया था. मार्च में विनीत की मौत होने के करीब 54 दिन बाद मुकदमा दर्ज हुआ था. अभी लोग विनीत के मामले को भूल पाते, अब बुधवार को फर्रुखाबाद निवासी इंजी. मयंक कटियार की मौत भी हेयर ट्रांसप्लांट कराने के अगले दिन हो गई थी.

गौर करने वाली बात यह है इन दोनों मामलों में कानपुर की एक निजी डॉक्टर के ऊपर गलत तरह से सर्जरी करने का आरोप लगा है. शहर के रावतपुर थाना में मुकदमा दर्ज होने के बाद मृत इंजीनियर मयंक के परिजनों ने बुधवार को पुलिस आयुक्त से मुलाकात की. इसके बाद मामले की जानकारी डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी को मिली तो उन्होंने निजी डॉक्टर (अनुष्का तिवारी) के केशवपुरम स्थित क्लिनीक पर फोर्स भेजकर छापेमारी कराई.

हालांकि, पुलिसकर्मियों को क्लिनिक पर ताला लटका मिला. अब पुलिस ने डॉक्टर के मोबाइल को सर्विलांस पर लेकर तलाश शुरू कर दी है. इंजी. मयंक के भाई कुशाग्र का कहना है कि डॉक्टर को हेयर ट्रांसप्लांट का कोई अनुभव नहीं था. इलाज के बाद भाई ने डॉक्टर से लगातार संपर्क किया, मगर डॉक्टर ने अपनी ओर से भाई की कोई मदद नहीं की. हेयर ट्रांसप्लांट के लिए डॉक्टर ने मोटी फीस वसूली थी.

चेहरे पर आ गई थी भयंकर सूजन, सिर में था तेज दर्द: इंजीनियर मयंक ने 18 नवंबर को कानपुर के केशवपुरम में हेयर ट्रांसप्लांट कराया था. उसके बाद शाम से ही मयंक की तबीयत बिगड़ने लगी थी. परिजनों के मुताबिक मयंक के चेहरे पर बहुत अधिक सूजन आ गई थी और सिर में तेज दर्द था.

19 नवंबर की सुबह जब परिजन मयंक को अस्पताल ले गए तो रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया था. इसी तरह 14 मार्च से पहले कानपुर निवासी इंजीनियर विनीत दुबे ने भी जब हेयर ट्रांसप्लांट कराया था, तो विनीत की आंखों व चेहरे पर बहुत अधिक सूजन आ गई थी. उसके बाद विनीत की मौत हो गई थी.

हेयर ट्रांसप्लांट के बारे में बताते डॉ. रघुवीर माथुर. (Video Credit; ETV Bharat)

हेयर ट्रांसप्लांट में कितना आता है खर्च: डॉ.रघुवीर का कहना है कि सस्ते ट्रांसप्लांट के चक्कर में मरीज अपनी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. इस क्षेत्र में अब 30 से 35 हजार रुपये में ही डॉक्टर्स हेयर ट्रांसप्लांट कर दे रहे हैं, जोकि गलत है. जब आप बेहतर ढंग और सुरक्षित तरीके व सभी मानकों को ध्यान में रखकर हेयर ट्रांसप्लांट कराएंगे तो औसतन 80 हजार रुपये से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक खर्च करने होंगे.

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Last Updated : May 15, 2025 at 1:01 PM IST
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