जींद: हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर जिले भर के सरकारी अस्पताल में काम कर रहे चिकित्सकों ने हिसार के डिप्टी सीएमओ डॉ प्रभुदयाल की सस्पेंशन कार्रवाई का विरोध किया. विरोध में चिकित्सकों ने शनिवार को काले बिल्ले लगा कर काम किया. एसोसिएशन ने चेताया कि हिसार के डिप्टी सीएमओ को बिना किसी ठोस जांच के सस्पेंड कर दिया गया, जिसकी एसोसिएशन निंदा करती है.एसोसिएशन की मांग है कि मामले की तह तक जाया जाए.
मामले में निष्पक्ष जांच की मांग: हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर शनिवार को चिकित्सक नागरिक अस्पताल में बैठक किए. बैठक के बाद प्रधान डॉ बिजेंद्र ढांडा ने कहा कि डॉ प्रभु दयाल के नेतृत्व में हिसार में लिंगानुपात में काफी बढोतरी हुई. स्वास्थ्य अधिकारियों को चाहिए था कि पहले मामले की तह तक जाया जाए और फिर उस जांच के आधार पर कार्रवाई अमल में लाई जाए. एसोसिएशन ने मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है.
अपनी बात रखने का दिया जाए मौका: आगे प्रधान डॉ बिजेंद्र ढांडा ने कहा, "डॉ प्रभुदयाल अपना काम बहुत अच्छे तरीके से कर रहे थे. बिना किसी एक्सप्लेनेशन के डॉ प्रभुदयाल को सस्पेंड करना गलत है. अगर कोई चिकित्सक दोषी है तो एसोसिएशन उसका साथ बिल्कुल नही देंगे. इसलिए सामने वाले व्यक्ति को अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए. एसोसिएशन ने सरकार से मांग की कि बिना किसी जांच के चिकित्सक को सस्पेंड न किया जाए. इससे उनका मनोबल कम होता है. प्रदेश के अस्पतालों में पहले ही चिकित्सकों की कमी है. ऐसे में इस डर के कोई भी चिकित्सक सरकारी सेवा को ज्वायन नहीं करेगा. पूरी सच्चाई जाने बगैर किसी को सस्पेंड न किया जाए."
बता दें कि नागरिक अस्पताल हिसार के पीएनडीअी विभाग के नोडल अधिकारी डॉ प्रभुदयाल को अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सस्पेंड कर दिया गया है, क्योंकि निजी चैनल ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया था. इस मौके पर डॉ चंद्रमोहन, डॉ विनिता, डॉ संतलाल, डॉ संकल्प, डॉ सोनल सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें: सोनीपत में प्रेमिका को सूटकेस में छिपाकर यूनिवर्सिटी पहुंचा छात्र, सिक्योरिटी ने पकड़ा, देखें वीडियो